“उन्हें मत भगाइए!”
“यदि एक, या दो यहोवा के साक्षी भी आपके घर की घंटी बजाएँ, तो उन्हें मत भगाइए!” कोरीएरा डेल्ला सेरा सलाह देता है। यह समाचार-पत्र एक घटना का उल्लेख कर रहा था जो ट्रेवीज़ो, उत्तरी इटली में हुई, जिसमें एक व्यापारी दस लाख से अधिक लीरे ($६०० से अधिक, यू.एस.) खोने के जोख़िम में था क्योंकि उसने उससे मिलने आए दो साक्षियों को भगा दिया।
समाचार-पत्र के अनुसार, दो साक्षियों ने उस पुरुष को अपना परिचय इन शब्दों के साथ दिया: “आज का दिन आपके लिए अच्छा है। हम यहोवा के साक्षी हैं, और हमारे पास आपको देने के लिए कुछ मूल्यवान चीज़ है।” इस पर, उस रूखे व्यापारी ने दरवाज़ा बन्द कर दिया, और उन्हें अपनी बात पूरी नहीं करने दी।
यदि उस पुरुष ने सुना होता, तो उसने जाना होता कि साक्षी उसके घर उसका बटुआ लौटाने गए थे, जो उन्हें एक बाग़ीचे की बॆंच पर मिला था। सो साक्षी इससे अधिक कुछ नहीं कर सके कि वह बटुआ उसकी चीज़ों सहित निकटतम पुलिस थाने ले जाएँ। दूसरे दिन, पुलिस ने उसे उसके वैध स्वामी को लौटा दिया।
“यदि कोई और उन दो बेचारे [साक्षियों] की स्थिति में होता,” ईल गाटसेटीनो डी ट्रेवीज़ो ने कहा, “वह संभवतः . . . बटुए की भारी रक़म रख लेता। लेकिन यहोवा के साक्षी नहीं, जिन्हें पूरी तरह से ईमानदार होना अवश्य है।”
कौन-सी बात यहोवा के साक्षियों को “पूरी तरह से ईमानदार” होने के लिए प्रेरित करती है? वह है यीशु मसीह की शिक्षाओं के सामंजस्य में, परमेश्वर और पड़ोसी के प्रति उनका प्रेम। (मत्ती २२:३७-३९) यही कारण है कि क्यों यहोवा के साक्षी घर-घर जाकर यहोवा परमेश्वर द्वारा प्रतिज्ञा की गयी अद्भुत “नई पृथ्वी” के बारे में सुसमाचार सुनाते हैं। आशा का ऐसा संदेश किसी भौतिक संपत्ति से कहीं अधिक मूल्यवान है!—२ पतरस ३:१३.