राज्य उद्घोषक रिपोर्ट करते हैं
स्कूल में एक मज़बूत स्थिति धारण करना प्रतिफल लाया
बाइबल पूर्वबताती है: “तेरे सब लड़के यहोवा के सिखलाए हुए होंगे, और उनको बड़ी शान्ति मिलेगी।” (यशायाह ५४:१३) एक बड़े अर्थ में, “तेरे सब लड़के,” पृथ्वी पर परमेश्वर के सेवकों के सम्पूर्ण निकाय पर लागू हो सकता है, जिसमें बहुत छोटे बच्चे भी शामिल हैं। आज, मसीही माता-पिता यह निश्चित करते हैं कि उनके बच्चे घर पर और मसीही सभाओं में “यहोवा के सिखलाए हुए” हैं।
लेकिन, जब वे स्कूल जाते हैं, तब युवा मसीही कठिन चुनौतियों का सामना करते हैं। उन्होंने बाइबल से जो सीखा है उस पर आधारित एक दृढ़ स्थिति धारण करना वे अकसर ज़रूरी पाते हैं। जब वे ऐसा करते हैं, तो इसके परिणाम विद्यार्थियों और अध्यापकों के लिए समान रूप से लाभदायक हो सकते हैं, जैसे कि माइक्रोनॆशिया के निम्नलिखित अनुभव द्वारा दिखाया गया है।
चुक द्वीपों के एक छोटे पश्चिमी प्रशान्तीय द्वीप टोल में, स्थानीय स्कूल के अध्यापकों ने सभी बच्चों को स्कूल के हैलोवीन उत्सव के लिए तैयारी करने और उसमें हिस्सा लेने के लिए कहा। साक्षी विद्यार्थी इस बात को जानते थे कि इस उत्सव में भूतों, पिशाचों और चुड़ैलों का चित्रण करनेवाली सजावट और वेश-भूषा शामिल हो सकती थी—सभी प्रेतात्मावादी परम्पराओं से सम्बन्धित। ये बच्चे शुद्ध अंतःकरण से हिस्सा नहीं ले सकते थे।a
घर पर और मसीही कलीसिया में अपने बाइबल-आधारित प्रशिक्षण से, वे जानते थे कि ऐसे अभ्यास परमेश्वर को अप्रसन्न करते हैं, चाहे मात्र मनोरंजन के लिए ही क्यों न किए जाएँ। अपनी स्थिति को और स्पष्ट रूप से समझाने में मदद करने के लिए, बच्चों ने बारक को आमंत्रित किया, जो उस द्वीप पर साक्षी मिशनरियों में से एक था, ताकि वह स्कूल के अध्यापकों से बात करे।
स्पष्टीकरण को सुनने के बाद, अध्यापकों ने दूसरी बैठक का आयोजन किया, जिसमें बारक समस्त स्कूल कर्मचारियों से बात कर सका। इस बैठक में, बारक ने हैलोवीन के वास्तविक अर्थ को दिखाने के लिए तथ्य प्रस्तुत किए। उसने अपनी जानकारी को विभिन्न वॉच टावर प्रकाशनों साथ ही साथ अन्य स्रोतों से भी प्राप्त किया। अध्यापकों और प्रबन्धकों ने इस उत्सव के उद्गम, इतिहास, और धार्मिक अर्थ के बारे में जो सीखा था उससे वे आश्चर्यचकित हो गए। उन्होंने यह निर्णय करने के लिए कि इस स्थिति को कैसे सुलझाया जाए एक कर्मचारी बैठक आयोजित करने का फ़ैसला किया।
कुछ दिनों के बाद, एक अनापेक्षित निर्णय की घोषणा की गई। हैलोवीन के लिए सभी तैयारियाँ रद्द की जा रही थीं। उस वर्ष स्कूल हैलोवीन ही नहीं मनाएगा। स्कूल में जो सही है उसे करने के इन युवा साक्षियों के संकल्प से क्या ही अनुकूल परिणाम निकला! युवजनों को बाइबल सच्चाई के लिए दृढ़ स्थिति धारण करने में कभी-भी डरने या शर्म महसूस करने की ज़रूरत नहीं है।
संसार-भर में यहोवा के साक्षी अपने बच्चों को स्कूल में कड़ी मेहनत करने की शिक्षा देते हैं। युवा साक्षियों को बाइबल सिद्धान्तों के अनुसार जीने और जैसे उनको अवसर मिलता है वैसे दूसरे विद्यार्थियों के साथ अपनी आशा और विश्वासों को बाँटने के लिए भी प्रशिक्षित किया जाता है। तब भी जब परिणाम इतने अनुकूल या तात्कालिक न हों जितने कि इस मामले में थे, युवाओं को वह विश्वास और सन्तुष्टि मिल सकती है जो सही कार्य करने से मिलती है। और इससे भी महत्त्वपूर्ण, वे निश्चित हो सकते हैं कि उनका स्वर्गीय पिता प्रसन्न है और उनकी वफ़ादार आज्ञाकारिता के लिए उन्हें आशिष देगा।
[फुटनोट]
a हैलोवीन और इसके प्रेतात्मवादी उद्गम पर अधिक जानकारी के लिए, वाचटॉवर बाइबल एण्ड ट्रैक्ट सोसाइटी द्वारा प्रकाशित, नवम्बर २२, १९९३ का सजग होइए! (अंग्रेज़ी) अंक देखिए।