वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • w97 8/15 पेज 31
  • क्या आपको याद है?

इस भाग के लिए कोई वीडियो नहीं है।

माफ कीजिए, वीडियो डाउनलोड नहीं हो पा रहा है।

  • क्या आपको याद है?
  • प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—1997
  • मिलते-जुलते लेख
  • जब यीशु राज्य महिमा में आता है
    प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—1997
  • एक राज़, जो आप दूसरों को बता सकते हैं
    प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—2011
  • एक भेद जिसे मसीही छिपाकर रखने की हिम्मत न करें!
    प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—1997
  • एक पवित्र भेद प्रकट हो जाता है
    प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—1990
और देखिए
प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—1997
w97 8/15 पेज 31

क्या आपको याद है?

क्या आपने प्रहरीदुर्ग के हाल के अंकों को अपने लिए व्यावहारिक महत्त्व का पाया है? तो फिर क्यों न निम्नलिखित सवालों से अपनी याददाश्‍त की परख करें?

◻ अरमगिदोन कैसा होगा? (प्रकाशितवाक्य १६:१४, १६)

यह एक नाभकीय विध्वंस या मनुष्यों द्वारा भड़काया हुआ नाश नहीं होगा। जी हाँ, यह सभी मानवी युद्धों को समाप्त करने, ऐसे युद्धों को बढ़ावा देनेवाले सभी लोगों को मिटाने, और शान्ति से प्रेम रखनेवालों के लिए सच्ची शान्ति लाने के लिए परमेश्‍वर का युद्ध है। इसमें देरी नहीं होगी। (हबक्कुक २:३)—४/१५, पृष्ठ १७.

◻ किस प्रकार का विवाह-समारोह यहोवा का सम्मान करता है?

एक विवाह-समारोह जहाँ सांसारिक तौर-तरीक़ों पर आध्यात्मिक पहलू हावी होते हैं, वास्तव में यहोवा का सम्मान करता है। मसीही यदि पतित सांसारिक रिवाज़ों, अंधविश्‍वासों व अति से दूर रहते हैं, यदि वे इसे नियमित ईश्‍वरशासित गतिविधियों में बाधा नहीं बनने देते हैं, और यदि वे दिखावे के बजाय शालीनता प्रदर्शित करते हैं, तो वे उस अवसर का आनंद लेंगे।—४/१५, पृष्ठ २६.

◻ खराई रखनेवाले व्यक्‍ति की क्या विशेषता है?

खराई रखनेवाले व्यक्‍ति पर भरोसा किया जा सकता है। उसके संगी मनुष्य ही नहीं, परंतु उससे भी महत्त्वपूर्ण, परमेश्‍वर उस पर भरोसा कर सकता है। ऐसे एक व्यक्‍ति के हृदय की शुद्धता उसके कामों में दिखती है। उसमें कपट नहीं होता। वह धूर्त या भ्रष्ट नहीं होता। (२ कुरिन्थियों ४:२)—५/१, पृष्ठ ६.

◻ यिर्मयाह ने क्यों कहा: “पुरुष के लिये जवानी में जूआ उठाना भला है”? (विलापगीत ३:२७)

जवानी में ही समस्याओं से निपटना सीखना व्यक्‍ति को वयस्कता की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार होने में मदद देता है। (२ तीमुथियुस ३:१२) वफ़ादारी के लाभ उस राहत से कहीं अधिक हैं जो समझौता करने पर कुछ समय के लिए मिल सकती है।—५/१, पृष्ठ ३२.

◻ रूपांतरण दर्शन में मूसा और एलिय्याह किसको पूर्वसूचित करते हैं?

रूपांतरण के प्रसंग में मूसा और एलिय्याह यीशु के अभिषिक्‍त भाइयों के उचित प्रतीक थे। कि वे और साथ ही यीशु “महिमा सहित दिखाई दिए”, यह इस बात का प्रतीक है कि वफ़ादार अभिषिक्‍त मसीही स्वर्गीय राज्य के प्रबंध में यीशु के ‘साथ महिमा पाएंगे’ (लूका ९:३०, ३१; रोमियों ८:१७; २ थिस्सलुनीकियों १:१०)—५/१५, पृष्ठ १२, १४.

◻ परमेश्‍वर का “पवित्र भेद” क्या है? (१ कुरिन्थियों २:७)

परमेश्‍वर का “पवित्र भेद” यीशु मसीह पर केंद्रित है। (इफिसियों १:९, १०) लेकिन, यह यीशु की प्रतिज्ञात मसीहा के रूप में केवल पहचान कराना नहीं है। इसमें स्वर्गीय सरकार, परमेश्‍वर का मसीहाई राज्य शामिल है, और इसमें परमेश्‍वर के उद्देश्‍य में यीशु को नियुक्‍त की गयी वह भूमिका भी शामिल है जो उसे अदा करनी है।—६/१, पृष्ठ १३.

◻ एक मसीही को बढ़ती उम्र या बीमारी को किस दृष्टिकोण से देखना चाहिए?

ऐसी परीक्षाओं को यहोवा के प्रति अपनी सेवा कम करनेवाली कठिनाई समझने के बजाय, उस पर अपना भरोसा बढ़ाने के अवसर के रूप में देखना चाहिए। उसे यह भी याद रखना चाहिए कि एक मसीही का मूल्य, उसके कार्यों के स्तर से नहीं, बल्कि उसके विश्‍वास और प्रेम की गहराई से आँका जाता है। (मरकुस १२:४१-४४)—६/१, पृष्ठ २६.

◻ बाइबल को लिखने के लिए यहोवा का स्वर्गदूतों के बजाय मानवी लेखकों का इस्तेमाल करने ने उसकी महान बुद्धि को कैसे प्रदर्शित किया?

अगर मनुष्यों द्वारा नहीं लिखा जाता तो हमें बाइबल का संदेश समझना शायद मुश्‍किल लगता। साथ ही, मानवी तत्त्व के कारण बाइबल में स्नेह, विविधता, और आकर्षण है।—६/१५, पृष्ठ ८.

◻ पारिवारिक सुख का रहस्य क्या है?

इसका रहस्य परमेश्‍वर के वचन, बाइबल के पन्‍नों में और उसके सिद्धांतों के अनुप्रयोग में पाया जाता है, जैसा कि संयम, मुखियापन को मानना, अच्छा संचार, और प्रेम।—६/१५, पृष्ठ २३, २४.

◻ यीशु द्वारा की गयी चंगाई किस प्रकार उससे कहीं भिन्‍न है जो आज आम तौर पर उनके द्वारा की जाती है जो दावा करते हैं कि उनके पास चंगा करने की शक्‍ति है?

उसमें भीड़ की तरफ़ से कोई बड़ा भावात्मक प्रदर्शन नहीं था और न ही यीशु ने कोई नाटकीय उत्तेजना दिखायी। इसके अलावा, यीशु कभी किसी बीमार को चंगा करने में असफल नहीं हुआ, और न ही उसने कभी कोई बहाना किया कि उन्होंने खुलकर चंदा नहीं दिया था या कि उनमें विश्‍वास की कमी थी।—७/१, पृष्ठ ५.

◻ किस प्रकार यहोवा ने अपने लोगों को उसके नाम और राज्य के संबंध में उसके ईश्‍वरीय उद्देश्‍य में एक जगह पाने में मदद दी है?

पहला, यहोवा ने अपने लोगों को सच्चाई सौंपी है। दूसरा, उसने उनको अपनी पवित्र आत्मा दी है। और तीसरा, हमारे पास अपना विश्‍वव्यापी भाईचारा और उपासना के लिए यहोवा का संगठनात्मक प्रबंध है।—७/१, पृष्ठ १९, २०.

◻ सद्‌गुण क्या है?

सद्‌गुण नैतिक श्रेष्ठता, भलाई, सही काम और सोच-विचार है। यह एक निष्क्रिय गुण नहीं लेकिन एक सक्रिय, सकारात्मक गुण है। सद्‌गुण का अर्थ पाप से दूर रहने से ज़्यादा है; इसका अर्थ है भलाई का पीछा करना। (१ तीमुथियुस ६:११)—७/१५, पृष्ठ १४.

◻ वह कौन-सी सबसे मूल्यवान विरासत है जो माता-पिता अपने बच्चों को दे सकते हैं?

स्वयं दूसरों को प्रेम दिखाने का उदाहरण ही वह सबसे मूल्यवान विरासत है। बच्चों को यह देखने और सुनने की ज़रूरत है कि माता-पिता अपने हर काम में परमेश्‍वर के प्रति सच्चा प्रेम व्यक्‍त करते हैं।—७/१५, पृष्ठ २१.

◻ प्रभावकारी पारिवारिक अध्ययन के लिए कुछ ज़रूरी बातें क्या हैं?

पारिवारिक अध्ययन को नियमित होना चाहिए। आपको अध्ययन के लिए “समय मोल लेना” चाहिए। (इफिसियों ५:१५-१७, NW) बाइबल को सजीव बनाने के द्वारा बच्चों के लिए अध्ययन की अवधि सजीव बनाइए। बच्चे अध्ययन का आनंद लें, इसके लिए उन्हें महसूस होना चाहिए कि वे भी इसमें शामिल हैं।—८/१, पृष्ठ २६, २८.

    हिंदी साहित्य (1972-2025)
    लॉग-आउट
    लॉग-इन
    • हिंदी
    • दूसरों को भेजें
    • पसंदीदा सेटिंग्स
    • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
    • इस्तेमाल की शर्तें
    • गोपनीयता नीति
    • गोपनीयता सेटिंग्स
    • JW.ORG
    • लॉग-इन
    दूसरों को भेजें