राज्य उद्घोषक रिपोर्ट करते हैं
युवा कांगो गणराज्य में परमेश्वर की स्तुति करते हैं
शताब्दियों पहले, भजनहार ने गर्मजोशी से युवजनों को सनातनकाल के राजा की स्तुति करने के लिए निमंत्रण दिया: “हे जवानो और कुमारियो, हे पुरनियो और बालको! यहोवा के नाम की स्तुति करो, क्योंकि केवल उसी का नाम महान है।” (भजन १४८:१२, १३) कांगो गणराज्य से ये अनुभव इस बेजोड़ विशेषाधिकार पर प्रकाश डालते हैं।
• एक ख़ास पायनियर का मकान मालिक यहोवा के साक्षियों के आचरण से बहुत प्रभावित हुआ। इसलिए उसने अपनी पाँच साल की बेटी, फ़ीफ़ी के साथ साक्षियों को बाइबल अध्ययन करने की इजाज़त दे दी। बाइबल कहानियों की मेरी पुस्तकa में फ़ीफ़ी की प्रगति को देखकर, उसके पिता ने उसे राज्यगृह में सभाओं में हाज़िर होने की भी इजाज़त दे दी। वहाँ छोटी फ़ीफ़ी ने साक्षियों की गीत पुस्तक से राज्य गीत सीखे। उसे ख़ासकर गीत नंबर ४ अच्छा लगा जिसका शीर्षक है “परमेश्वर का परादीस का वायदा।”
एक दिन फ़ीफ़ी के पिता ने उसे अपने चर्च ले जाना चाहा। सबको ताज्जुब हुआ जब फ़ीफ़ी ने चर्च के गीत गाने से इनकार कर दिया। क्यों? क्योंकि उसने महसूस किया कि जो गीत उसके पिता के चर्च में गाए जाते थे, वे उस शिक्षा के अनुसार नहीं थे जो उसने अपने बाइबल अध्ययन से सीखी थी। इसके बजाय, उसने निडर होकर अपना मनपसंद राज्य गीत गया।
उसका विचार बदलने के लिए कई नाकाम कोशिशें करने के बाद, चर्च के अगुवों ने पाँच साल की फ़ीफ़ी को बहिष्कृत करने का फ़ैसला किया! इस बुरे बर्ताव के बावजूद भी उसका पिता शांत रहा। उसे गर्व था कि फ़ीफ़ी अपने विश्वास की ख़ातिर मज़बूती से खड़ी रही थी। फ़ीफ़ी के पिता और माँ दोनों चाहते हैं कि वह यहोवा के साक्षियों के साथ संगति करना जारी रखे।
• जब लुकोडी नाम के एक किशोर ने यहोवा के साक्षियों के साथ बाइबल अध्ययन करने का फ़ैसला किया, तो उसके पिता ने उसका बहुत विरोध किया। एक बार जब लुकोडी राज्यगृह में सभा में जाने के लिए तैयार हो रहा था तो उसके पिता ने उसे एक छुरे से धमकाया। एक बार लुकोडी के पिता ने उसे लाठी से मारा, जिससे उसकी पीठ पर गहरा घाव हो गया। उस कठोर विरोध के बावजूद, लुकोडी ने यहोवा का साक्षी बनने का अपना इरादा नहीं बदला। वह लगातार प्रगति करता रहा और उसने बपतिस्मा लिया। अब वह एक नियमित पायनियर के रूप में सेवा कर रहा है।
लुकोडी की छोटी बहन सोना, अपने भाई के विश्वास से इतनी प्रभावित हुई कि उसने भी यहोवा के साक्षियों के साथ बाइबल अध्ययन करना शुरू कर दिया। लेकिन उसका अध्ययन रोकने के लिए, उनके पिता ने सोना को दूसरे गाँव के स्कूल में भेज दिया जहाँ कोई साक्षी नहीं था। फिर भी, सोना ने जो सीखा था उसके बारे में उसने दूसरों से बात करने की आदत डाल ली। जिसका नतीजा यह हुआ कि उसकी रिश्ते की बहन भी दिलचस्पी दिखाने लगी।
जब पड़ोस के गाँव के साक्षियों ने सोना की प्रचार गतिविधि के बारे में जाना, तब वे उससे मिलने गए और उसके साथ नियमित गृह बाइबल अध्ययन का इंतज़ाम किया। वह लगातार प्रगति करती रही और जल्द ही अपने भाई की तरह यहोवा की समर्पित, बपतिस्मा-प्राप्त साक्षी बन गई। इसके अलावा, उसकी रिश्ते की बहन अब एक बपतिस्मा-रहित प्रकाशक है और अब इस गाँव में एक पुस्तक अध्ययन चलाया जाता है।
जब युवजन यहोवा के नाम की स्तुति करने में शामिल होते हैं तो यह कितना शानदार और स्फूर्तिदायक होता है!
[फुटनोट]
a वॉच टावर बाइबल एण्ड ट्रैक्ट सोसाइटी द्वारा प्रकाशित।