‘ज़ोरदार और विश्वास दिलानेवाला’
“कल से ही मैं इसे अपने प्रचार कार्य में उपयोग करूँगा क्योंकि इसमें जो तर्क दिए गए हैं, वाकई ज़ोरदार और विश्वास दिलानेवाले हैं,” फ्रांस के एक यहोवा के साक्षी ने लिखा। अमरीका के एक साक्षी ने लिखा: “मैंने इसे तुरंत पढ़ा और क्षेत्र सेवकाई में इसका उपयोग करने से मैं रुक न सका क्योंकि हम ऐसे कितने लोगों से मिलते हैं, जो उदासीन होते हैं और जो बाइबल पर भरोसा नहीं करते।” ये लोग किसका वर्णन कर रहे थे? ३२-पृष्ठवाले एक ब्रोशर का, जिसका शीर्षक है सब लोगों के लिए एक किताब। इसे १९९७/९८ के दौरान हुए “परमेश्वर के वचन में विश्वास” ज़िला अधिवेशन में वॉच टावर सोसाइटी द्वारा विमोचित किया गया था।
यह प्रकाशन एक खास किस्म के लोगों को मन में रखकर बनाया गया था—जो शायद शिक्षित हैं मगर बाइबल के बारे में बहुत कम जानते हैं। ऐसे कई व्यक्तियों की बाइबल के बारे में एक अपनी ही राय है, जबकि उन्होंने इसे कभी नहीं पढ़ा। ब्रोशर का उद्देश्य पाठकों को यह विश्वास दिलाना है कि बाइबल कम-से-कम जाँच करने योग्य है। ब्रोशर यह स्वीकारने के लिए कि बाइबल परमेश्वर से प्रेरित है, पाठकों से कोई ज़ोर-ज़बरदस्ती नहीं करता। बजाय इसके यह प्रमाणों को ही स्वयं बोलने का मौका देता है। इसके शब्द आडंबरपूर्ण न होकर स्पष्ट एवं सरल हैं।
जैसा कि ऊपर उद्धृत टिप्पणियाँ सूचित करती हैं, अधिवेशनों में उपस्थित जन क्षेत्र सेवकाई में ब्रोशर का उपयोग करने के लिए आतुर थे। उदाहरण के लिए, अगस्त २३ और २४ के दिन फ्रांस में एक विशेष साक्ष्य अभियान शुरू किया गया था, जब संसार भर से हज़ारों हज़ार युवा यात्री पैरिस में विश्व युवा दिवस मनाने के लिए एकत्रित हुए थे। करीब २,५०० (अधिकांशतः १६ से ३० आयु वर्ग के) साक्षियों ने अंग्रेज़ी, इतालवी, जर्मन, पोलिश, फ्रांसीसी और स्पैनिश भाषाओं में ब्रोशर की १८,००० कापियाँ वितरित कीं।
किसी भी हालत में, आइए हम भी इस ब्रोशर सब लोगों के लिए एक किताब का उपयोग अपनी सेवकाई में करें। ऐसा हो कि यह प्रकाशन समझदार लोगों को यह विश्वास दिलाने में कि स्वयं उन्हें ही बाइबल की जाँच करनी चाहिए मूल्यवान साबित हो।