१९९८ प्रहरीदुर्ग की विषय-सूची
लेख जिस अंक में प्रकाशित किया गया है उसकी तारीख बताई गयी है
उन्होंने यहोवा की इच्छा पूरी की
अय्यूब की खराई का प्रतिफल मिला, ५/१
एक सामरी अच्छा पड़ोसी, ७/१
एलिय्याह सच्चे परमेश्वर की प्रतिष्ठा बढ़ाता है, १/१
पौलुस की साहसपूर्ण गवाही, ९/१
यीशु ७० चेलों को भेजता है, ३/१
यीशु ने बच्चों के साथ समय बिताया, ११/१
जीवनियाँ
अस्सी की उम्र में कार्य-नियुक्ति बदली (जी. मैथ्यूस), ५/१
कोढ़ी होने पर भी मेरा जीवन (आई. आडागबोना), ४/१
‘जो हमें करना चाहिए था हमने वही किया है’ (जी. काउच), ८/१
“तेरी करुणा जीवन से भी उत्तम है” (सी. एच. होम्स), २/१
भयानक परीक्षाओं को झेलना (ई. यूसॆफसोन), ६/१
मैंने यहोवा पर भरोसा करना सीखा (जे. कोरपा-ओन्डो), ९/१
मैंने वो पाया जो सोने से भी कीमती है (सी. मिल्टन), १०/१
मैंने सम्राट-उपासना छोड़कर सच्ची उपासना अपनायी (आई. सूगीऊरा), १२/१
यहोवा को खुश करना मेरे लिए सबसे ज़रूरी है (टी. नीरोस), ११/१
विरासत में मसीहियत पाने के लिए एहसानमंद (जी. गूच), ३/१
सच्चाई से बेहतर और कोई चीज़ नहीं (जी. एन. फान डर बेल), १/१
पाठकों के प्रश्न
प्रेरित एक पीड़ित लड़के को चंगा न कर सके। (मत्ती १७:२०; मर ९:२९), ८/१
लूका १३:२४, ६/१५
विवाह की सालगिरह और जन्मदिन मनाना, १०/१५
बाइबल
आधुनिक यूनानी भाषा में एक नई बाइबल, ९/१
“एक उँगलीवाली बाइबल,” ३/१५
क्या आप बाइबल पर विश्वास कर सकते हैं? १०/१५
बाइबल अनुवाद जिसने दुनिया बदल दी (सेप्टुआजॆंट), ९/१५
“यह सबसे बेहतरीन उपलब्ध इंटरलीनियर नया नियम है,” २/१
विद्वान बाइबल की एक हस्तलिपि को नई तारीख देता है, १२/१५
मसीही जीवन और गुण
अंत्येष्टि रीति-रिवाज़, ७/१५
अपनी ज़िंदगी को अनमोल बनाइए, ८/१५
अपने प्रियजनों के लिए पहले से तैयारी करना, १/१५
अपने बच्चों की रक्षा कीजिए, ७/१५
अलग-अलग रस्म-रिवाज़ और बाइबल, १०/१
“आज्ञाकारी हृदय,” ७/१५
आध्यात्मिक प्रगति करते रहिए! १०/१
आप आध्यात्मिक प्रगति कर सकते हैं, ५/१५
इसे प्रशंसा कहेंगे या चापलूसी? २/१
एहसानमंदी, २/१५
क्या आप यहोवा की आशीषों की कदर करते हैं? १/१
क्या मैं अपने भाइयों से उधार माँग सकता हूँ? ११/१५
ठंडे दिमाग से समस्या को सुलझाइए, ११/१
दूसरों की गरिमा की कदर कीजिए, ४/१
परिवार की देखरेख की ज़िम्मेदारी सँभालना, ६/१
पवित्र सेवा में खास अधिकारों की दिल से कदर करना, ८/१
पिछली गलतियों से सबक सीखना, ७/१
महत्त्वपूर्ण बातों को प्राथमिकता दीजिए! ९/१
माता-पिताओ—अपने बच्चों की रक्षा कीजिए! २/१५
यकीन दिलाने की कला, ५/१५
वधू-मूल्य, ९/१५
साइमनी से खबरदार रहिए! ११/१५
मुख्य अध्ययन लेख
अन्य भेड़ें और नई वाचा, २/१
अपने अपने उद्धार का कार्य्य पूरा करते जाओ! ११/१
अपने नाम जैसा यरूशलेम, १०/१५
अपने विश्वास की रक्षा करना, १२/१
अविश्वास से चौकस रहो, ७/१५
आज़ादी से मसीही समर्पण के अनुसार जीना, ३/१५
आपके विश्वास का गुण—अभी परखा जाता है, ५/१५
“आशाभरी दृष्टि से” इंतज़ार करना, ९/१५
इस्राएल के इतिहास के खास पर्व, ३/१
ईश्वरशासन के अधीन रहिए, ९/१
उनके विश्वास के कारण उनसे बैर किया गया, १२/१
क्या आप यहोवा के संगठन की कदर करते हैं? ६/१५
क्या आपका काम आग में भी टिका रहेगा? ११/१
क्या आपने परमेश्वर के विश्राम में प्रवेश किया है? ७/१५
‘क्या तेरा मन मेरी ओर निष्कपट है?’ १/१
कौन “उद्धार पाएगा”? ५/१
जीवन की दौड़ में हिम्मत मत हारिए! १/१
नई वाचा के ज़रिए बड़ी आशीषें, २/१
निबटारे की तराई में न्यायदंड दिया जाता है, ५/१
परमेश्वर की ओर से एक किताब, ४/१
परमेश्वर की धार्मिकता पर अपना भरोसा पक्का करना, ८/१५
परमेश्वर की संतानों के लिए जल्द ही महिमा की स्वतंत्रता, २/१५
परमेश्वर के संगठन के सदस्य बने रहकर बचे रहिए, ९/१
परमेश्वर के साथ-साथ चलते रहिए, १/१५
परमेश्वर के साथ-साथ चलना—शुरुआत के कुछ कदम, ११/१५
पुनरुत्थान में आपका विश्वास कितना मज़बूत है? ७/१
‘मसीह में चलते रहो,’ ६/१
मसीही जलसों की कदर करना, ३/१
मसीही विश्वास परखा जाएगा, ५/१५
‘मुर्दे उठाए जाएंगे,’ ७/१
‘मृत्यु को नाश किया जाएगा,’ ७/१
यरूशलेम—क्या आप इसे “अपने बड़े से बड़े आनन्द से श्रेष्ठ” मानते हैं? १०/१५
यरूशलेम—“महाराजा का नगर,” १०/१५
यह उद्धार का दिन है! १२/१५
यहोवा का अनुकरण कीजिए —न्याय और धार्मिकता से काम कीजिए, ८/१
यहोवा का दिन निकट है, ५/१
यहोवा का संगठन सेवकाई में आपके साथ है, ६/१५
यहोवा की तरह दयावंत बनिए, १०/१
‘यहोवा, दयालु और अनुग्रहकारी ईश्वर,’ १०/१
यहोवा पर हमें भरोसा रखना चाहिए, ८/१५
यहोवा बहुत से पुत्रों को महिमा में पहुँचाता है, २/१५
यहोवा वफादार लोगों से की गयी अपनी प्रतिज्ञाएँ पूरी करता है, ४/१५
यहोवा वाचाओं का परमेश्वर है, २/१
यहोवा—सच्चे न्याय और धार्मिकता का स्रोत, ८/१
यहोवा ही से उद्धार मिलता है, १२/१५
‘रूप को देखकर नहीं, पर विश्वास से चलना,’ १/१५
विश्वास और आपका आनेवाला कल, ४/१५
“विश्वास की कड़ी लड़ाई लड़ो”! ६/१
सदा-सर्वदा को मन में रखकर—परमेश्वर के साथ-साथ चलना, ११/१५
सब लोगों के लिए एक किताब, ४/१
समर्पण और चुनने की आज़ादी, ३/१५
समय और काल यहोवा के हाथों में हैं, ९/१५
यहोवा
क्या परमेश्वर आपके लिए वाकई असली है? ९/१५
यहोवा कौन है? ५/१
यहोवा के साक्षी
आधुनिक यूनानी भाषा में एक नई बाइबल, ९/१
और भी ज़्यादा लोगों तक सुसमाचार पहुँचाना, २/१५
“ईश्वरीय जीवन का मार्ग” अधिवेशन, २/१५, ६/१
एक कमाल की शादी (मोज़म्बीक), ६/१५
एक ज्वालामुखी के साये में (मॆक्सिको), ८/१५
“एकता व भाईचारे की मिसाल,” ७/१५
कानूनी तौर पर सुसमाचार की रक्षा करना, १२/१
खलबली के दौरान—कार्यों में दिखती मसीहियत, १/१५
गीलियड स्नातक, ६/१, १२/१
चुनाव करने के हक के बारे में फैसला (जापान), १२/१५
जब पत्थरदिल पसीजते हैं (पोलैंड), १०/१५
“जो तुम्हारे पास है उसे थामे रहो” (ग्रीस), ९/१
डॉक्टर, न्यायाधीश और यहोवा के साक्षी, ३/१
“परमेश्वर के वचन में विश्वास” अधिवेशन, १/१५
“परमेश्वर हर्ष से देनेवाले से प्रेम रखता है” (चंदा), ११/१
फ्रांस में एक यादगार घटना, ७/१
मनुष्यों के दास या परमेश्वर के सेवक? ३/१५
वह काम जिसकी “तारीफ की जानी चाहिए” (इटली), ८/१५
शहरों की इमारतों से टुंड्रा के जंगल तक (कनाडा), ४/१५
सब लोगों के लिए एक किताब ब्रोशर, ४/१
यीशु मसीह
जन्म, १२/१५
पृथ्वी पर अंतिम दिन, ३/१५
वह शासक ‘जिसका निकलना प्राचीनकाल से है’ ६/१५
सच्चे विश्वास की बुनियाद, १२/१
राज्य उद्घोषक रिपोर्ट करते हैं
२/१, ३/१, ४/१, ६/१, ७/१, ८/१, १०/१, ११/१
विविध
अगोरा—प्राचीन अथेने की जान, ७/१५
अपने विवेक पर भरोसा कर सकते हैं? ९/१
आशावादी या निराशावादी? २/१
इन सबके पीछे कौन है? ५/१
उन्होंने अपना नाम नहीं किया, ३/१५
क्या आप खतरे की घड़ी को पहचान रहे हैं? ९/१५
क्या आपका भविष्य पहले से ही लिखा हुआ है? ४/१५
क्या धन-दौलत आपको खुश कर सकती है? ५/१५
क्या पृथ्वी ग्रह का सर्वनाश होना है? ६/१५
क्या बेइंसाफी ज़रूरी है? ८/१
क्या मरियम की मौत स्वाभाविक कारणों से हुई? ८/१
क्या हमेशा सेना की ज़रूरत होगी? ४/१५
करिश्माई असर—मनुष्य के लिए स्तुति या परमेश्वर के लिए महिमा? २/१५
कॉन्स्टनटाइन महान, ३/१५
क्रिसमस यीशु को भूल गया है? १२/१५
खतरे में परिवार, ४/१
घमंड़ी राजा (बेलशस्सर), ९/१५
जब हथियारबंद डाकू आप पर हमला करते हैं, १२/१५
तालुमद, ५/१५
तीतुस, ११/१५
तुखिकुस, ७/१५
दारा, ११/१५
धर्म माफी माँग रहे हैं, ३/१
धैर्यपूर्वक इंतज़ार कीजिए, ६/१
पादरी जो सिखाते हैं क्या उस पर खुद भी यकीन करते हैं? १०/१५
पृथ्वी—इसे किसलिए बनाया गया? ६/१५
फिलेमोन व उनेसिमुस, १/१५
बरनबास—“शान्ति का पुत्र,” ४/१५
बेतेल—लाभ और हानि का शहर, ९/१
भरोसा करना आज इतना मुश्किल क्यों, ८/१५
मक्काबी, ११/१५
यूनीके व लोइस, ५/१५
लोग क्यों धर्म को छोड़ रहे हैं? ७/१
सच्चा न्याय—कब और कैसे? ६/१५
सच्चाई ज़िंदगी को बदलती है, १/१
“सच्चाई तुमको आज़ाद करेगी,” १०/१
सच्चाई से परमेश्वर की उपासना करना, १०/१
“सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ,” १/१
सबके साथ इंसाफ होगा, ८/१
सही-गलत में फर्क कैसे करें? ९/१
स्वर्गदूत आपकी मदद कैसे करते हैं, ११/१५
हँसी-ठट्ठा करनेवालों से सावधान! ६/१
‘हमारे ही जैसी भावना रखनेवाले’ मनुष्य, ३/११
ह्यूगनॉट्स, ८/१५