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प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—2004
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पाठकों के प्रश्‍न

पहला कुरिन्थियों 10:8 में ऐसा क्यों कहा गया है कि व्यभिचार करने की वजह से एक ही दिन में 23,000 इस्राएली मारे गए, जबकि गिनती 25:9 में मरनेवालों की संख्या 24,000 बतायी गयी है?

इन दोनों आयतों में अलग-अलग संख्या देने की कई वजह हो सकती हैं। एक सीधी-सी वजह यह हो सकती है कि मरनेवालों की असल संख्या 23,000 और 24,000 के बीच रही होगी, इसलिए पूर्ण संख्या इस्तेमाल करने के लिए 23,000 और 24,000 लिखा गया है।

एक और वजह पर गौर कीजिए। प्राचीन कुरिन्थ शहर लुचपन के लिए बहुत बदनाम था, इसलिए प्रेरित पौलुस ने वहाँ के मसीहियों को चेतावनी देने के लिए इस्राएलियों के साथ शित्तीम में हुए वाकये का ज़िक्र किया। उसने लिखा: “न हम व्यभिचार करें; जैसा उन में से कितनों ने किया: और एक दिन में तेईस हजार मर गये।” व्यभिचार करने की वजह से जिन लोगों को खुद यहोवा ने मारा था, सिर्फ उनकी संख्या पौलुस ने 23,000 बतायी।—1 कुरिन्थियों 10:8.

लेकिन गिनती किताब का अध्याय 25 बताता है कि ‘इस्राएली बालपोर देवता के संग मिल गए; और यहोवा का क्रोध इस्राएल पर भड़क उठा।’ (NW) उसके बाद, यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी कि वह “प्रजा के सब प्रधानों” को मार डाले। और मूसा ने न्यायियों को इस आज्ञा का पालन करने का हुक्म दिया। आखिर में, जब पीनहास ने एक ऐसे इस्राएली को मारने के लिए फौरन कदम उठाया, जो इस्राएल के डेरे में एक मिद्यानी स्त्री को लाया, तो ‘मरी थम गई।’ उस वृत्तांत के आखिर में लिखा गया है: “मरी से चौबीस हज़ार मनुष्य मर गए।”—गिनती 25:1-9.

ज़ाहिर है कि गिनती की किताब में मरनेवालों की संख्या में, ‘प्रजा के सब प्रधान’ शामिल होंगे जिन्हें न्यायियों ने मारा था और दूसरे इस्राएली जिन्हें खुद यहोवा ने नाश किया था। न्यायियों के हाथ मरनेवाले प्रधानों की संख्या हज़ार के आस-पास रही होगी जिसकी वजह से मरनेवालों की कुल गिनती 24,000 हुई। इन प्रधानों यानी बलवा करनेवालों के सरदारों ने व्यभिचार किया या नहीं, जश्‍न में हिस्सा लिया या नहीं, या फिर इसमें शामिल होने के लिए लोगों को इजाज़त दी कि नहीं, इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गयी है, लेकिन एक बात तय है कि वे “बालपोर के संग मिल” जाने के दोषी थे।

बाइबल के बारे में लिखी एक किताब कहती है कि ‘मिल जाने’ के लिए जो शब्द इस्तेमाल किया गया है, उसका मतलब “किसी इंसान के साथ खुद को बाँध लेना” हो सकता है। इस्राएली यहोवा के समर्पित लोग थे जिसकी वजह से परमेश्‍वर के साथ उनका एक खास रिश्‍ता था। लेकिन जब वे “बालपोर के संग मिल” गए, तो उन्होंने परमेश्‍वर से रिश्‍ता तोड़ दिया। करीब 700 साल बाद, यहोवा ने अपने भविष्यवक्‍ता होशे के ज़रिए इन इस्राएलियों के बारे में कहा: “उन्हों ने पोर के बाल के पास जाकर अपने तईं को लज्जा का कारण होने के लिये अर्पण कर दिया, और जिस पर मोहित हो गए थे, वे उसी के समान घिनौने हो गए।” (होशे 9:10) जिन-जिन लोगों ने यह घिनौना काम किया, वे सब परमेश्‍वर से कड़ी-से-कड़ी सज़ा पाने के लायक थे। इसलिए मूसा ने इस्राएल की संतानों को याद दिलाया: “तुम ने तो अपनी आंखों से देखा है कि बालपोर के कारण यहोवा ने क्या क्या किया; अर्थात्‌ जितने मनुष्य बालपोर के पीछे को लिये थे उन सभों को तुम्हारे परमेश्‍वर यहोवा ने तुम्हारे बीच में से सत्यानाश कर डाला।”—व्यवस्थाविवरण 4:3.

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