विषय-सूची
15 जनवरी, 2009
अध्ययन के लिएीब
दिए गए हफ्तों के लिए अध्ययन लेख:
2-8 मार्च, 2009
पेज 3
गीत नं. 23 (200), 4 (43)
9-15 मार्च, 2009
चेले बनाने के काम में खुशी पाइए
पेज 7
गीत नं. 22 (130), 26 (212)
16-22 मार्च, 2009
क्या आप ‘परमेश्वर के अनुग्रह’ के भंडारी हैं?
पेज 12
गीत नं. 6 (45), 5 (46)
23-29 मार्च, 2009
पेज 21
गीत नं. 8 (53), 2 (15)
30 मार्च, 2009–5 अप्रैल, 2009
यहोवा का दास—“हमारे ही अपराधों के कारण घायल किया गया”
पेज 25
गीत नं. 28 (224), 23 (200)
अध्ययन लेखों का मकसद
अध्ययन लेख 1-3 पेज 3-16
मसीह के पीछे हो लेने का क्या मतलब है? इसका मतलब है कि हम उसके बेहतरीन गुणों की नकल करें, जैसे कि बुद्धि और नम्रता। इसके अलावा, चेले बनाने में उसके जैसा जोश और संगी मसीहियों के लिए प्यार भी दिखाएँ। ये लेख इस बात पर चर्चा करते हैं कि हम इन तीन तरीकों से मसीह के नक्शेकदम पर कैसे चल सकते हैं।
अध्ययन लेख 4, 5 पेज 21-29
ये दो लेख यशायाह में बतायी गयी कई भविष्यवाणियों की जाँच करते हैं, जो यीशु मसीह में पूरी हुईं। इन भविष्यवाणियों पर गौर करने से यहोवा और यीशु के लिए हमारी कदरदानी बढ़ेगी क्योंकि ये बताती हैं कि यीशु की मौत और पुनरुत्थान से कितना कुछ मुमकिन हुआ है। ये लेख हमें 9 अप्रैल, 2009 में मनाए जानेवाले स्मारक दिन के लिए हमारे दिलो-दिमाग को तैयार करने में मदद देंगे।
इस अंक में ये लेख भी हैं:
पेज 17
यहोवा का वचन जीवित है—प्रकाशितवाक्य की किताब की झलकियाँ—I
पेज 30