विषय-सूची
15 मई, 2009
अध्ययन के लिए
दिए गए हफ्तों के लिए अध्ययन लेख:
6-12 जुलाई, 2009
पूरा ज़ोर लगाकर प्रौढ़ता के लक्ष्य तक बढ़ते जाएँ—“यहोवा का भयानक दिन निकट है”
पेज 9
गीत नं. 4 (43), 22 (130)
13-19 जुलाई, 2009
जवानो—अपनी तरक्की ज़ाहिर कीजिए
पेज 13
गीत नं. 21 (191), 9 (37)
20-26 जुलाई, 2009
पेज 21
गीत नं. 16 (143), 6 (45)
27 जुलाई, 2009–2 अगस्त, 2009
पेज 28
गीत नं. 23 (200), 28 (224)
अध्ययन लेखों का मकसद
अध्ययन लेख 1, 2 पेज 9-17
पहला अध्ययन लेख इस बात पर ज़ोर देता है कि क्यों एक मसीही के लिए प्रौढ़ता हासिल करना ज़रूरी है और यह कैसे की जा सकती है। दूसरा लेख बताता है कि कैसे मसीही जवान ज़िंदगी के अलग-अलग दायरों में सही फैसले ले सकते हैं ताकि वे मसीही प्रौढ़ता हासिल कर सकें।
अध्ययन लेख 3 पेज 21-25
बाइबल की जाँच करने से हमें पता चलता है कि स्वर्गदूत कैसे “जन-सेवा के लिए” अपनी भूमिका अदा करते हैं। यह लेख दिखाता है कि आज वे कैसे मसीहियों की मदद कर रहे हैं। और यह भी कि हम उन धर्मी स्वर्गदूतों से क्या सीख सकते हैं।
अध्ययन लेख 4 पेज 28-32
यीशु मसीह ने अपने सुननेवालों को न्यौता दिया कि वे उसके पीछे चलते रहें। इस लेख में ऐसी पाँच वजहों पर चर्चा की गयी है कि हमें क्यों “मसीह” के पीछे हो लेना चाहिए, साथ ही उसके पीछे और भी पूरी तरह से चलते रहना क्यों ज़रूरी है।
इस अंक में ये लेख भी हैं:
पेज 3
जब अंत आएगा तब आपको कहाँ होना चाहिए?
पेज 6
पेज 18
पतियो, प्यार दिखाने में मसीह की मिसाल पर चलिए!
पेज 19
इत्तै—उसकी वफादारी की मिसाल पर चलिए
पेज 26