विषय-सूची
15 जून, 2009
अध्ययन के लिए
दिए गए हफ्तों के लिए अध्ययन लेख:
3-9 अगस्त, 2009
पेज 7
गीत नं. 22 (130), 20 (93)
10-16 अगस्त, 2009
“बढ़िया कामों के लिए जोशीले” बनिए
पेज 11
गीत नं. 3 (32), 17 (187)
17-23 अगस्त, 2009
पेज 16
गीत नं. 21 (191), 9 (37)
24-30 अगस्त, 2009
विश्वासयोग्य प्रबंधक और उसका शासी निकाय
पेज 20
गीत नं. 7 (51), 23 (200)
अध्ययन लेखों का मकसद
अध्ययन लेख 1, 2 पेज 7-15
यहूदा के चार राजाओं ने सच्ची उपासना के लिए बेमिसाल जोश दिखाया। परमेश्वर की सेवा में जोश दिखाने के बारे में हम उनसे क्या सीख सकते हैं? इन दो लेखों में बहुत दिलचस्प जानकारी दी गयी है और इनसे हमें काफी कुछ सीखने को मिलेगा।
अध्ययन लेख 3 पेज 16-20
रोज़मर्रा की ज़िंदगी में हमारे सामने ऐसे कई हालात पैदा होते हैं, जब हमें लगे कि सच न बोलना ज़्यादा आसान है और इससे दूसरों को ठेस भी नहीं पहुँचेगी। सच्चे मसीहियों को इस गलत सोच से क्यों दूर रहना चाहिए? इस मामले में क्या बात आपकी मदद कर सकती है?
अध्ययन लेख 4 पेज 20-24
परमेश्वर के लोग विश्वासयोग्य और सूझ-बूझ से काम लेनेवाले दास का बहुत आदर करते हैं। मगर एक समूह के नाते, दास वर्ग का शासी निकाय के साथ क्या संबंध है? और यहोवा आज हमें किस तरह आध्यात्मिक खाना देता है, इस बारे में बाइबल क्या बताती है? साथ ही, हमें उन लोगों के बारे में कैसा नज़रिया रखना चाहिए जो स्मारक की निशानियाँ खाते-पीते हैं? यह लेख इन सारे सवालों का जवाब देगा।
इस अंक में ये लेख भी हैं:
मैं बदले में यहोवा को क्या दे सकती हूँ?
पेज 3
पेज 25
काम सौंपना—क्यों करें और कैसे करें?
पेज 28
पेज 32