विषय-सूची
15 अक्टूबर, 2009
अध्ययन के लिए
दिए गए हफ्तों के लिए अध्ययन लेख:
30 नवंबर, 2009–6 दिसंबर, 2009
“परमेश्वर की पवित्र शक्ति के तेज से भरे रहो”
पेज 3
गीत नं. 21 (191), 27 (221)
7-13 दिसंबर, 2009
पेज 7
गीत नं. 13 (124), 6 (45)
14-20 दिसंबर, 2009
पेज 13
गीत नं. 28 (224), 9 (37)
21-27 दिसंबर, 2009
पेज 17
गीत नं. 23 (200), 15 (127)
अध्ययन लेखों का मकसद
अध्ययन लेख 1, 2 पेज 3-11
इन लेखों में रोमियों के अध्याय 12 की सभी आयतों पर, विषय के मुताबिक चर्चा की गयी है। इनमें बताया गया है कि ‘परमेश्वर की पवित्र शक्ति के तेज से भरे रहने’ का और अपना शरीर जीवित बलिदान के तौर पर परमेश्वर को अर्पित करने का क्या मतलब है। हम यह भी सीखेंगे कि घर और मंडली में हम शांति कायम करनेवाले कैसे बन सकते हैं और बुराई को अच्छाई से कैसे जीत सकते हैं।
अध्ययन लेख 3, 4 पेज 13-21
एक अच्छा दोस्त कौन होता है? ये लेख हमें यह समझने में मदद देंगे कि इस मामले में यीशु ने क्या मिसाल रखी और पहली सदी के मसीही कैसे उसकी मिसाल पर चले। और यह भी कि आज हौसला बढ़ानेवाले लोगों से पक्की दोस्ती करना क्यों ज़रूरी है और यह हम कैसे कर सकते हैं।
इस अंक में ये लेख भी हैं:
पेज 12
तीन अधिवेशनों ने बदल दी मेरी ज़िंदगी
पेज 22
क्या आप ‘मज़बूती से जड़ पकड़कर नींव पर कायम’ हैं?
पेज 26
पारिवारिक उपासना—एक सुरक्षा कवच
पेज 29
क्या आपने बाइबल अध्ययन के लिए समय अलग रखा है?
पेज 32