विषय-सूची
15 अक्टूबर, 2012
© 2012 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania. सर्वाधिकार सुरक्षित।
अध्ययन संस्करण
अध्ययन लेख
26 नवंबर, 2012–2 दिसंबर, 2012
मुश्किलों को दें मात, हिम्मत के साथ
3-9 दिसंबर, 2012
10-16 दिसंबर, 2012
परमेश्वर की आज्ञा मानिए और उसकी शपथ से फायदा पाइए
17-23 दिसंबर, 2012
अध्ययन लेखों का मकसद
अध्ययन लेख 1 पेज 7-11
हम मुश्किलों से भरे समय में जी रहे हैं। इस लेख में हम पुराने और आज के ज़माने के कुछ लोगों की मिसालों पर गौर करेंगे जिन्होंने मुश्किल हालात का सामना किया और देखेंगे कि हम उनसे क्या सीख सकते हैं। साथ ही, यह भी कि हम कैसे हिम्मत से काम ले सकते हैं और सही रवैया बनाए रख सकते हैं फिर चाहे हमारे सामने जो भी मुश्किल आए।
अध्ययन लेख 2 पेज 12-16
आज दुनिया में ऐसा रवैया देखने को मिलता है कि लोग दूसरों का हौसला बढ़ाने के बजाय तोड़ते हैं। इस लेख में हम सीखेंगे कि हम ऐसे रवैए और कामों से कैसे दूर रह सकते हैं जिनसे मंडली को नुकसान पहुँच सकता है और यह भी कि कैसे हम ऐसा रवैया अपना सकते हैं जिससे हम दूसरों के साथ अच्छे रिश्ते कायम कर सकते हैं।
अध्ययन लेख 3, 4 पेज 22-31
पहले लेख में उन अहम वादों के बारे में बताया है जिन्हें पूरा करने की परमेश्वर ने शपथ खायी है। उसके वादों से फायदा पाने के लिए हमें हमेशा परमेश्वर की आज्ञा माननी चाहिए और अपनी ज़ुबान का पक्का होना चाहिए। दूसरे लेख में ऐसे कुछ लोगों के उदाहरणों पर गौर किया गया है जिन्होंने अपनी “‘हाँ’ का मतलब हाँ” रखा, साथ ही यह लेख बपतिस्मा पाए हुए मसीहियों को बढ़ावा देता है कि वे अपनी सबसे अहम ‘हाँ’ पर खरे उतरें।—मत्ती 5:37.
इस अंक में ये लेख भी हैं
3 उन्होंने खुशी-खुशी खुद को पेश किया—ब्राज़ील में
17 60 साल से दोस्ती, मगर यह तो शुरूआत ही है
32 “बच्चों के मुँह से” हौसला-अफज़ाई
मुख्य पृष्ठ: एक पायनियर जोड़ा चलते-फिरते स्टैंड पर साहित्य सजाकर शहर की भीड़-भाड़वाली जगह पर गवाही देते हुए
टाम्स स्कुएर, मैनहैटन, न्यू यॉर्क शहर
600
पायनियर, मैनहैटन में
12
जगहों पर सेवा करते हैं
55
मैनहैटन में कुल मंडलियाँ