विषय-सूची
15 नवंबर, 2012
© 2012 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania. सर्वाधिकार सुरक्षित।
अध्ययन संस्करण
अध्ययन लेख
24-30 दिसंबर, 2012
‘मुझ को यह सिखा कि मैं तेरी इच्छा कैसे पूरी करूं’
31 दिसंबर, 2012–6 जनवरी, 2013
यीशु ने नम्रता दिखाने का नमूना छोड़ा
7-13 जनवरी, 2013
खुद को बाकियों से छोटा समझने का रवैया अपनाइए
14-20 जनवरी, 2013
यहोवा से मिलनेवाली माफी आपके लिए क्या मायने रखती है?
21-27 जनवरी, 2013
अध्ययन लेखों का मकसद
अध्ययन लेख 1 पेज 3-7
प्राचीन इसराएल का राजा दाविद, यहोवा के मकसद और उसके नाम का बहुत सम्मान करता था। साथ ही, जैसा कि इस लेख में बताया गया है उसने परमेश्वर के कानून में दिए सिद्धांतों को समझा और उससे प्रार्थना की कि तू मुझे सिखा मैं तेरी इच्छा कैसे पूरी करूँ। यह लेख हमें यह जानने में भी मदद देता है कि क्यों हमें हर मामले में यहोवा के जैसी सोच रखनी चाहिए।
अध्ययन लेख 2, 3 पेज 10-19
यीशु के चेले होने के नाते, सच्चे मसीही जानते हैं कि उन्हें नम्र होना चाहिए। पहले लेख में हम देखेंगे कि यीशु ने नम्रता दिखाने का क्या नमूना रखा ताकि हम उसके नक्शे-कदम पर नज़दीकी से चल सकें। दूसरे लेख में बताया गया है कि कैसे हम अपने आपको बाकियों से छोटा समझ सकते हैं और नम्रता दिखा सकते हैं।
अध्ययन लेख 4, 5 पेज 21-30
ये लेख हमें भरोसा दिलाएँगे कि यहोवा गंभीर-से-गंभीर पाप भी माफ करने को तैयार है। कभी-कभी दूसरों को माफ करना शायद हमारे लिए आसान न हो। लेकिन बाइबल में दिए सिद्धांत हमारी मदद कर सकते हैं कि हम इन भावनाओं पर काबू पाएँ और माफ करने के लिए तैयार रहें।
इस अंक में ये लेख भी हैं
8 उनकी बहुतायत से घटी पूरी हुई
20 आपने पूछा
मुख्य पृष्ठ: मध्य स्पेन में एलबारिसन नाम के एक छोटे-से कसबे में प्रचार करते हुए। वहाँ की टेरूवल मंडली में 78 प्रचारक हैं और मंडली के प्रचार इलाके में एलबारिसन के अलावा 188 दूसरे कसबे और गाँव आते हैं
स्पेन
जनसंख्या
4,70,42,900
प्रचारक
1,11,101
सन् 2012 में स्मारक की हाज़िरी
1,92,942