विषय-सूची
15 जुलाई, 2013
© 2013 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania. सर्वाधिकार सुरक्षित।
अध्ययन संस्करण
2-8 सितंबर, 2013
“हमें बता, ये सब बातें कब होंगी?”
9-15 सितंबर, 2013
“देखो! मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूँ”
16-22 सितंबर, 2013
थोड़े-से लोगों के हाथों, बहुतों को खिलाना
23-29 सितंबर, 2013
असल में वह विश्वासयोग्य और सूझ-बूझ से काम लेनेवाला दास कौन है?
अध्ययन लेख
▪ “हमें बता, ये सब बातें कब होंगी?”
▪ “देखो! मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूँ”
इन लेखों में मत्ती अध्याय 24 और 25 के कुछ भागों पर चर्चा की गयी है। इनमें आखिरी दिनों से जुड़ी यीशु की भविष्यवाणी और गेहूँ और जंगली पौधों की मिसाल में बतायी घटनाओं के पूरे होने के समय के बारे में हमारी समझ में हुई कई फेरबदल बतायी गयी हैं। इन लेखों में यह भी चर्चा की गयी है कि हमारी समझ में हुई इन फेरबदल से हमें कैसे फायदा हो सकता है।
▪ थोड़े-से लोगों के हाथों, बहुतों को खिलाना
▪ “असल में वह विश्वासयोग्य और सूझ-बूझ से काम लेनेवाला दास कौन है?”
चाहे चमत्कार करके लोगों के लिए खाने का इंतज़ाम करना हो, या अपने चेलों के लिए आध्यात्मिक खाना मुहैया कराना, यीशु ने एक ही तरीका अपनाया—उसने थोड़े-से लोगों के हाथों, बहुतों को खिलाया। पहले लेख में उन थोड़े-से लोगों के बारे में चर्चा की गयी है, जिनके ज़रिए उसने पहली सदी में अपने अभिषिक्त चेलों को खिलाया था। दूसरे लेख में इस ज़रूरी सवाल पर चर्चा की गयी है: वे थोड़े-से लोग कौन हैं, जिनके ज़रिए मसीह आज हमें आध्यात्मिक खाना खिला रहा है?
इस अंक में ये लेख भी हैं
मुख्य पृष्ठ: रवांडा के रुंडा इलाके में बुकिम्बा नाम के गाँव में घर-घर का प्रचार करते हुए
रवांडा
इस देश के एक-चौथाई साक्षी किसी-न-किसी तरह की पायनियर सेवा करते हैं और बाकी के जोशीले साक्षी हर महीने प्रचार में औसत 20 घंटे बिताते हैं
साक्षी
22,734
बाइबल अध्ययन
52,123
सन् 2012 में स्मारक की हाज़िरी
69,582