१९९० “शुद्ध भाषा” ज़िला सम्मेलन में आइये
१ १९९० ज़िला सम्मेलनों का शीर्षक “शुद्ध भाषा” होगा, और आप उपस्थित रहने के लिए आमंत्रित है। भारत में २६ सम्मेलनों का कार्यक्रम है। वे सितम्बर २९ से प्रारम्भ होंगे और जनवरी ६, १९९१ तक चलेंगे। भाषाओं और तारीकों सहित नगरों की सूची हमारे मार्च १, १९९० के आम पत्र में दी गई थी।
२ सपन्याह ३:९ में यहोवा के भविष्यद्वाणीयुक्त वचन कहता हैं: “और उस समय मैं देश-देश के लोगों से एक नई और शुद्ध भाषा बुलवाऊंगा, कि वे सब यहोवा से प्रार्थना करें, और एक मन से कन्धे से कन्धा मिलाए हुए उसकी सेवा करें।” इस वर्ष का सम्मेलन केवल “शुद्ध भाषा” का पहिचान ही नहीं कराएगा, परन्तु हमें मूल्यांकन करने के लिए सहायता देगा कि उसे सीखना और अच्छी तरह से बोलना इतनी अत्यावश्यक क्यों हैं और उसका उपयोग करने में हमारी कुशलता संसार-व्यापी भाईचारे की एकता को कैसे दृढ़ करती है।
३ जल्दी पहुंचो: यहोवा की संस्था हमें उनके आत्मिक मेज़ से भोजन लेने के लिए आमंत्रित कर रही हैं। समय पर पहुंचना आदर और मूल्यांकन का प्रतीक है। वास्तव में, इसका अर्थ यह है कि हमें प्रतिदिन जल्दी पहुंचकर कार्यक्रम के आरम्भ होने से पहले अपनी जगह पर बैठ जाना चाहिये। इसके लिए चाहिये कि कुछ आवश्यक बातों पर ध्यान देने हेतु पर्याप्त समय रखा जाये, जैसे अपनी गाड़ी को पार्क करना और अपने परिवार के लिए उचित जगह ढूंढना।—१ कुरि. १४:४०.
४ पिछले वर्ष पोलेन्ड के सम्मेलनों में उपस्थित होनेवाले, उनके भाईयों की परमेश्वरीय भक्ति, प्रेम और एकता से प्रभावित हुए। यह सम्मेलन जो आत्मिक भोजन देनेवाला था उसके लिए गहरा मूल्यांकन प्रकट था। हर सुबह भाइ सम्मेलन स्थल पर जल्दी पहुंचते, बैठते और प्रारम्भिक गीत और प्रार्थना के लिए तैयार रहते। वे अन्तिम गीत और प्रार्थना के लिए ठहरते, और कार्यक्रम के बाद उन्होंने अपने भाइयों के साथ मिल-जुलने के लिए विलम्ब किया।
५ भाइयों की सुव्यवस्था आदर्शनीय थी। वे सुनने और सीखने आए थे। पोज़नॅन और खोज़्हूफ में खुले स्टेडियमों पर बरसता पानी भी कार्यक्रम से उनका ध्यान नहीं मोड़ सका। छोटे बच्चों सहित उपस्थित युवक सुप्रशिक्षित और शान्त थे और उन्होंने कार्यक्रम पर ध्यान दिया। यहोवा के मेज़ के लिए अपना गहरा आदर प्रकट करने में वे आदर्शनीय थे। उनके उदाहरण से हम कैसे लाभ प्राप्त कर सकते हैं?
६ दूसरों के अच्छे उदाहरण का अनुकरण करना शास्त्रानुसार है। (२ थिस्स. ३:७) हालांकि हमारी निजी परिस्थितियां भिन्न हो सकती हैं, हम भी अपने सम्मेलनों से अत्याधिक पाना चाहते हैं। सम्मेलन स्थल की ओर देर से जाने के कारण उत्पन्न चिन्ता व हतोत्साह रोकने के लिए कुछेक परिवारों ने इसे लाभदायक पाया है कि वे सोने के लिए एक उचित समय ठहरा दे। एक समय-सारणी का सख़्ती से पालन करने से उन्हें अच्छी नींद मिलने की और दूसरे दिन उनका जल्दी निकलने के लिए तैयार होने की सम्भावना बढ़ जाती हैं। इससे चालू कार्यक्रम के दौरान आना टाला जा सकता है, जो बैठे हुओं का ध्यानाकर्षित करके उनके लिए परेशानी का कारण बन सकता हैं। इस विषय में हमारी विचारशीलता यहोवा के लिए हमारी भक्ति और आदर और हमारे भाइयों के लिए हमारा प्रेम और चिन्ता का प्रतिबिम्ब है।
७ एक चार दिवसीय सम्मेलन: “शुद्ध भाषा” ज़िला सम्मेलन चार दिनों तक चलेगा। वह गुरुवार को दोपहर १:३० बजे आरम्भ होगा और गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार को लगभग ५:१० बजे और रविवार को ४:०० बजे समाप्त होगा। शुक्रवार से रविवार तक कार्यक्रम सुबह ९:३० बजे आरम्भ होगा। हर दिन शुद्ध भाषा बोलने के सम्बन्ध में अत्यावश्यक सूचनाओं से भरा होगा। भाषण, प्रदर्शन, अनुभव, सिम्पोस्यम और दो बाइबल नाटक होंगे।
८ आप यह संकल्प कीजिये कि आप एक भी सत्र नहीं चूकेंगे। इस के लिए शायद आपको कुछ त्याग देना होगा और अपनी तालिका में कुछ समंजन करना होगा। कुछेक के लिए शायद यह आवश्यक होगा, कि वे अपने मालिक के साथ विशेष प्रबन्ध करें। कई हर सेशन में उपस्थित होने के लिए आर्थिक लाभों को भी त्याग देते हैं। परन्तु विचार कीजिए कि पिछले वर्ष हमारे अनेक भाइयों को पोलेन्ड के सम्मेलनों में उपस्थित होने के लिए कौन-कौनसे बलिदान देने पड़े और किस मुसीबतों से गुज़रना पड़ा। क्या यह आपको अपने सम्मेलन के हर सत्र में उपस्थित होने के लिए अधिक उकसाता नहीं? यहोवा उन्हें अवश्य आशीष देंगे जो इस विषय को प्रार्थना में लाते हैं और उपस्थित होने के लिए हार्दिक प्रयत्न करते हैं।—इब्रा. १०:२४, २५.
९ पिछले वर्ष के सम्मेलन में उपस्थित रहने के बाद मध्य पश्चिम के एक परिवार ने जो आनन्द प्रकट किया उसे देखिये। उन्होंने कहा: “वह उपदेशों का एक अद्भुत कार्यक्रम था, जिसका हम सब ने मूल्यांकन किया। आप ने जिस तरह से नये प्रकाशनों को प्रस्तुत किया वह एक विशिष्ट नया पहलू था जो सचमुच हमारे हृदय को छू लिया। जितने सारे वर्षों से हम सम्बद्धित हैं उसके दौरान हमने किसी भी सम्मेलन में जितना दिया हो उससे कई अधिक देने के लिए मेरी पत्नी और मुझे उकसाया गया कि हम अपने ‘दिल खोलकर दें’। हम अकेले नहीं थे। इस नई व्यवस्था में कुछ ऐसा था जिसने हमें सामान्य से अधिक करने के लिए उकसाया। जाहिर है, यहोवा ने हमारे लिए जो कुछ किया है और करते रहते हैं उसके लिए हम में से कोई भी पार्याप्त मात्रा में नहीं दे सकते हैं।
१० ध्यानपूर्वक सुनिये: भजन संहिता ५०:७ में यहोवा कहता है: “हे मेरी प्रजा, सुन, मैं बोलता हूँ।” अतः कार्यक्रम के दौरान मंच से प्रस्तुत की गयी बातों के अलावा अन्य दृश्यों और आवाज़ों से विकर्षित न हो। शुद्ध भाषा अच्छी तरह से बोलने की हमारी इच्छा हमें यशायाह ५५:२ में यहोवा की बिनती को पूरी मान्यता देने के लिए उकसाना चाहिये: “मेरी बात को ध्यान से सुनो।”
११ जितनी बातें इस सम्मेलन में प्रस्तुत की जाएगी वे हमारे आत्मिक स्वास्थ्य के लिए हैं और वे यहोवा की हमारी सेवा में और भाइयों के साथ एकता में मज़बूत रहने के लिए हमारे निश्चय को दृढ़ करेंगी। यह सम्मेलन हमें वर्तमान आवश्यकताओं के साथ परिचित करेगा और हमें यहोवा की उन्नतिशील संस्था के साथ-साथ चलने के लिए सहायता देगा। ध्यान नहीं देने का कारण हमारे पिछड़ जाना होगा। हमें स्वयं कार्यक्रम में मग्न रहना है ताकि उस से पूरा लाभ उठा सके और उसके बाद जो हम सीखते हैं उसे लागू कर सके।—याकूब १:२५.
१२ कार्यक्रम को बहतर ध्यान देने के लिए और प्रस्तुत की गई सूचना को याद रखने के लिए क्या ऐसा कुछ है जो हम कर सकते हैं? जी हाँ। कई उपस्थित होनेवालों ने कार्यक्रम के दौरान नोट लिखने की अच्छी आदत ड़ाली है। जब हम सम्मेलन में उपस्थित होते हैं उस समय बाइबल और गीत पुस्तक के साथ नोट लेने की सामग्री आम समान के नाते शामिल होनी चाहिए। यदि नोट उतारने की ओर आपकी सन्देह-भरी दृष्टि है, क्यों नहीं “शुद्ध भाषा” सम्मेलन के दौरान प्रयास करें? शायद आप पाएंगे कि जो बोला जा रहा है उस पर अपना ध्यान लगाए रखने के लिए यह अच्छा तरीका है और कि वह आपके मन को भटकने से सुरक्षित रखता है।
१३ नोट अधिक लम्बे या विस्तृत होने की आवश्यकता नहीं है। सामान्यतः एक मुख्य तथ्य के लिए एक या दो वाक्य पार्याप्त है। प्राचीन यह पाते हैं कि सुव्यवस्थित नोट लेना लाभदायक है ताकि वे सेवा सभा में सम्मेलन का अर्थपूर्ण पुनःविचार संचालित कर सकते हैं। और फिर सम्मेलन में प्रस्तुत की गई कई तथ्यों को वे अपने प्रशिक्षिण देने और चरवाही के काम में शायद शामिल करना चाहेंगे।
१४ गीत और प्रार्थना: यहोवा की स्तुति गाकर हम उसको आदर देते हैं। यह हमारी उपासना का एक भाग है। यहोवा तब भी प्रसन्न होते हैं जब उनके लोग उत्सुक प्रार्थना द्वारा उसके सम्मुख आते हैं। (नीति. १५:८ब) ज़िला सम्मेलन हमें अनोखा मौका देते हैं कि हम अपने हज़ारों भाइयों और बहनों के साथ एक जुट होकर दोनों गीत और प्रार्थना से यहोवा की स्तुति करें। परन्तु, कुछेक लोगों ने हमारी उपासना के इन महत्त्वपूर्ण भागों के लिए अनादर दिखाया है। कैसे? सम्मेलन में अनावश्यक रूप से प्रारम्भिक गीत और प्रर्थना के दौरान या उसके बाद आने के द्वारा। या तो कार्यक्रम की समाप्ति पर कुछेक गीत के दौरान और प्रार्थना से पहले अपनी जगह छोड़ देते हैं। क्यों? अनूठे प्रसंगों पर ऐसा करने के लिए अच्छा कारण हो सकता है। परन्तु, क्या यहोवा के मेज़ के लिए उचित आदर और मूल्यांकन दिखाया जा रहा है जब कुछेक मात्र अपनी गाडियों तक जल्दी पहुंचने के लिए, बस स्टॉप जाने या खाने के लिए जाने और प्रार्थना में भाग लेने के आशीर्वादों को त्याग देते है?—मत्ती ६:३३.
१५ इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि निजी सुविधाओं का पीछा करने में हम संसार का “मैं पहले” दृष्टिकोण या लालच और स्वार्थ जैसे अधर्मी गुणों का हमारी आत्मिक उन्नति में निरोधक होने न दें। ऐसा हो कि पोलेण्ड में पिछले वर्ष सम्मेलनों में जैसे हमारे भाइयों ने पवित्र वस्तुओं के लिए मूल्यांकन दिखाया वैसी ही आत्मा हम भी दिखाये और ऐसा हो कि हमारी उपासना के महान पहलु जैसे प्रार्थना और यहोवा की स्तुति में गाने के लिए उचित आदर दिखाते हुए उनके साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर हम चलें।—भजन संहिता ६९:३०.
१६ हमारा मसीही आचरण: सम्मेलनों में हमारा मसीही आचरण और पेशी ने यहोवा के गवाहों के नाते हमारे लिए अच्छी प्रतिष्ठा अर्जित की है। यह इसलिए है क्योंकि हम यहोवा की अपनी उपासना में गम्भीर हैं और हम सम्मेलनों में उपस्थित होना एक अनौपचारिक सैर नहीं समझते। ऐसे विशेष अवसरों के लिए इकट्ठा होते समय हमें मसीही प्रतिष्ठा और मन की आत्मिक स्थिती बनाये रखना चाहिये, हर समय अपने आप को सेवकों के रूप में आचरण करते हुए।—१ कुरि. १०:३१-३३.
१७ परन्तु यह देखना व्याकुल करनेवाली बात है कि सम्मेलनों में उपस्थित होनेवाले कुछों ने उनकी मनोवृत्ति, पहिनावा, बातचीत और आचरण में अनावश्यक लापरवाही दिखायी है। जब ऐसी बातें स्थानीय कलीसिया या एक सम्मेलन में प्रकट होती है तब क्या किया जा सकता है? जिनके पास आत्मिक योग्यताएं है उन्हें पुनःसमंजन को दृष्टि में रखते हुए प्रेमपूर्वक सलाह देनी चाहिये। (गल. ६:१; इफि. ४:११, १२) शुद्ध भाषा बोलने से हमें अपनी अच्छी प्रतिष्ठा और आचरण के उच्च स्तर को बनाये रखने के लिए प्रेरणा मिलनी चाहिये।
१८ एक सम्मेलन में उपस्थित रहनेवाले दर्शक ने चन्दा पेटी में यह चिट्ठी छोड़ी: “मैंने आपके कार्यक्रम से बहुत ही आनन्द पाया। अब मैं भाइयों में से एक के साथ बाइबल अध्ययन करूंगा। यह आपके किसी सम्मेलन में मेरा पहली भेंट थी। मैंने केवल शनिवार को आने की योजना की थी क्योंकि रविवार मेरा चर्च जाने का दिन है। परन्तु मैं इतना प्रभावित हुआ कि मैं आज आया और मेरे पूरे परिवार को साथ ले आया। परन्तु जब वक्ता बोल रहे थे उस वक्त वयस्कों के ज़ोर से बातचीत करने से मैं निराश हो गया।
१९ यह भी देखा गया है कि कुछेक सम्मेलनों में कुछ युवा हॉल के ऊपरी भागों या दूरवर्ती क्षेत्रों में बैठकर चिट्ठियां भेजते हैं, कानाफूसी करते हैं और आम तौर पर कार्यक्रम पर ध्यान नहीं देते। इस तरह का आचरण दिखाता है कि उनको अभी भी अपने माता-पिता के निरीक्षण की आवश्यकता है और उन्हें परिवार के साथ बिठाया जाना चाहिये। उत्तरदायी माता-पिताएं इन बातों पर ध्यान देंगे और अपने बच्चों को आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। (इफि. ६:४) भाइयों, बहनों और युवाओं को यह मूल्यांकन करना चाहिये कि जब कार्यक्रम जारी है, वह बातें करने का नहीं, सुनने का समय है।—व्यवस्था. ३१:१२.
२० एक दूसरा क्षेत्र जहां चिन्ता और सदाचरण दिखाया जाना चहिये वह हमारे ठहरने के स्थान के सम्बन्ध में है। हम उचित किराये पर अच्छे होटल कमरे प्राप्त कर रहे हैं। हमें होटल के कर्मचारियों के लिए मूल्यांकन और चिन्ता दिखाना चाहिये, शिष्टाचार दिखाते हुए उन पर अत्याधिक मांग नहीं रखते हुए। (गल. ६:१०) होटलों में उचित आचरण के सम्बन्ध में अच्छी सलाह दी गई है। बहुतों ने इसकी ओर अनुकूल प्रतिक्रिया दिखाया है और होटल के कर्मचारियों को पूरा सहयोग देने के लिए उत्सुक प्रयत्न किया है।
२१ पिछले वर्ष के सम्मेलन में उपस्थित रहने के बाद, जिन्होंने उनके होटल का कमरा साफ किया था उस नौकरानी से एक बहन को पत्र मिला। उस में लिखा था: “मैं आपको मेरे लिए वह पुस्तिका और बख़्शीश छोड़ जाने के लिए धन्यवाद देना चाहती हूँ। . . . आपके कारण अब मैं बाइबल अध्ययन कर रही हूँ और हमारे पिता यहोवा और उनके एकलौता पुत्र, यीशु मसीह के मूल्यांकन करना सीख रही हूँ।” नौकरानी ने अपने पत्र में “पुस्तिका” और “बख्शीश” शब्दों को रेखांकित किया था।
२२ हालांकि अधिकांश भाइ परमेश्वर के नाम को आदर पहुंचाते हैं, हमें मानना चाहिये कि सम्मेलनों में उपस्थित होनेवाले कुछेक परिवारों ने शिकायत का मौका दिया है। उदाहरण के लिए, बच्चों सहित चार या पांच लोगों की क्षमतावाले कमरा किराये पर लेने के बाद कुछेक उसमें दस लोग तक को ले आए है, और यह बेईमानी है। उन्हें ठहराने के लिए, गद्दों को पलंग से उठाकर ज़मीन पर रख दिये गये ताकि कुछ लोग गद्दों पर सो सकेंगे जब दूसरें सीधा पलंग पर सो गये। फिर व्यवस्थापकों से अतिरिक्त चादर मांगी गई।
२३ ऐसे होटल हैं जो यहोवा के गवाहों को किराये पर कमरा देने से हिचकिचाते हैं क्योंकि कुछों ने भोजन नहीं पकाने के निर्देर्शों का उल्लंघन किया है। दूसरी शिकायत यह है कि अपने कमरे को अप्रिय स्थिति में छोड़कर भाइयों ने होटल से विदाई ली है। केवल हमारे पहिनावा और आचरण में ही सफाई और चिन्ता नहीं परन्तु हम दूसरों की सम्पति के साथ जो व्यवहार करते है उस में भी उस में भी प्रकट होना चाहिए। क्या ऐसा कोई कारण है कि किराए पर लिया हुआ एक कमरा सुव्यवस्थित और साफ नहीं छोड़ा जाना चाहिये? विचारशून्य आचरण हमारे अच्छे नाम को बिगाड़ता है। आनेवाले ज़िला सम्मेलनों के दौरान चलिये हम सब प्रयत्न करें कि हमारा आचरण “सब बातों में हमारा उद्धारकर्ता, परमेश्वर के उपदेश को शोभा दे।”—तीतुस २:१०.
२४ माता-पिताओं के लिए: “शुद्ध भाषा” सम्मेलन में आमंत्रित लोगों में युवा बालक और किशोर शामिल है। उन्हें भी शुद्ध भाषा अच्छी तरह से बोलना चाहिये। उन युवकों को देखना कितना अच्छा है जिन्होंने सभी मसीही सभाओं में ध्यान से सुनना सीखा है और जो सम्मेलन के कार्यक्रम में गहरी रुचि रखते है! (भजन १४८:१२, १३) परन्तु बहुत कुछ माता-पिताओं के उदाहरण और निरीक्षण पर निर्भर है। यदि माता-पिता होने के नाते आपने अभी तक अपने बच्चों को नोट लेना नहीं सिखाया है, तो क्यों न ऐसा करने के लिए अपने सम्मेलन के पहले बचा हुआ समय का उपयोग करें? बहुत छोटे बच्चों को भी उद्धरित किये गये शास्त्रवचनों को और वक्ता द्वारा बोले गये सम्बन्धित मुख्य पहलु जिन्हें वे सुनते है, लिख लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है। कुछ माता-पिता अपना निवासस्थान पहुँचने के बाद या घर की ओर यात्रा करते समय दिन के कार्यक्रम में से मुख्य पहलुओं पर पुनर्विचार करने की व्यवस्था करते है।
२५ खैर, अधिकांश माता-पिता मानते हैं कि बच्चों की स्वाभाविक प्रवृत्ति खेलने की है। वे जीवन में अनुभवहीन है और नादान है। इसलिये उन्हें यह सिखाना आवश्यक है कि कब ध्यान देना चाहिये और सभाओं में उनका आचरण कैसा होना चाहिये। इसके लिए माता-पिता द्वारा अच्छा निरीक्षण आवश्यक है। कुछ माता-पिता इस क्षेत्र में लापरवाह रहे है। कभी-कभी जब माता-पिता प्रार्थना के दौरान यहोवा के प्रति उचित भक्ति दिखा रहे हैं, उनके बच्चे खेल रहे हैं और दूसरों का ध्यान विकर्षित कर रहे हैं। माता-पिताओं को यह जानना चाहिये कि प्रार्थना के दौरान भी उनके बच्चे क्या कर रहे है। और फिर कार्यक्रम के दौरान जब वे अपनी जगह छोड़ते हैं तब वे क्या कर रहे हैं? क्या बच्चों को सम्मेलन के कार्यक्रम के दौरान या उसके बाद बिना निरीक्षण के छोड़ दिया जाता है?—नीति. २९:१५.
२६ कुछेक किस्सों में जब माता-पिता कमरे में हैं, भोजन के लिए गये हुए हैं या कोई अन्य कार्य में व्यस्त है उस समय बच्चों को होटल के लॉबी या परिसरों में बिना निरीक्षण के छोड़ दिए गए हैं। यह उचित नहीं है। कुछ बच्चों ने गैर-अनुशासित या अविनीत रीति से व्यवहार किया है, और प्रौढ़ भाइयों और बहनों के प्रति, जिन्होंने प्रेमपूर्वक सुधार का प्रयत्न किया है, अनादर से बर्ताव किया है। इस तरह का अविनीत आचरण और मसीहीयों के लिए अनुचित बर्ताव बहुधा घर में अत्याधिक छूट देने और अनुशासन की कमी के कारण होता है। इसे निश्चय ही सुधारा जाना चाहिये। सभी माता-पिताओं को हर समय अपने बच्चों पर कढ़ी निरीक्षण रखना चाहिये जैसे जैसे वे “यहोवा के अनुशासन और मानसिक प्रशिक्षण में” उनका पालन-पोषण करते हैं।—इफि. ६:४.
२७ आपके पूर्ण सहयोग का मूल्यांकन किया जाता है: सम्मेलन में उपस्थित होनेवालों के लिए पर्याप्त कुर्सियां, साहित्य, आहार और अन्य प्रबन्धों को उपलब्ध कराने हेतु काफी योजना और काम किया गया है। इन प्रबन्धों की प्रभावकारिता को सफल बनाने के लिए कुछ कलीसियाओं को विशेष रूप से किसी खास सम्मेलन के लिए नियुक्त किया गया है। अधिक भीड़ से बचने के लिए आपका पूर्ण सहयोग अत्यावश्यक है। खैर, ऐसी परिस्थितियां हो सकती है जो कुछेक के लिए यह आवश्यक बना देती है कि वे दूसरे क्षेत्र के सम्मेलन में उपस्थित रहें। परन्तु अधिकांश के लिए यह सम्भव होना चाहिये कि वे अपने नियुक्त स्थान के सम्मेलन में उपस्थित रहें।—१ कुरि. १३:५; फिलि. २:४.
२८ कुर्सियां आरक्षित करने के मामले में आपके पूर्ण सहयोग का निवेदन किया जाता है। कृपया ध्यान रखें कि कुर्सियां केवल अपने परिवार के सदस्यों या अपने साथ यात्रा करनवालों के लिए ही आरक्षित किया जा सकता है। कृपया दूसरों के लिये कुर्सियां आरक्षित ना करें। कभी-कभी अतिरिक्त कुर्सियां आरक्षित की जाती है, परन्तु किसी विशेष व्यक्ति के लिए नहीं। यह प्रेमपूर्ण नहीं है और अनुचर और उपलब्ध कुर्सियां ढूंढनेवाले दूसरे धोखा खा सकते हैं। बाइबल की सलाह के साथ समन्वय में, हमें भाईचारा प्रेम प्रकट करने का प्रयत्न करना चाहिये और कुर्सियां रोकने की मान्यताप्राप्त व्यवस्था के साथ पूर्ण सहयोग देना चाहिये।—२ पतरस १:५-८.
२९ यह सुझाव दिया जाता है कि सम्मेलन स्थल पर व्यक्तिगत सामान लाने के सम्बन्ध में अच्छी बुद्धि का प्रयोग किया जाये। पूर्वकाल में कुछ लोग बड़े कूलर या अन्य भारी सामान लाते थे जो उनकी कुर्सियों के नीचे नहीं रखा जा सकता था। उन्हें गलियारे में या कुर्सियों पर रखा गया। इसका परिणाम दूसरों को कुर्सियां नहीं मिली और कभी-कभी इसने अग्नि-शमन और सुरक्षा के नियमों का उल्लंघन किया। हमें ऐसे मामलों में विचारशीलता दिखाना चाहिये।
३० सम्मेलन स्थल पर विडियो-केमरा और साउन्ड रेकार्डिंग उपकरणों का उपयोग करने के लिए अनुमती है। परन्तु जो इनका उपयोग करते हैं उन्हें ध्यान रखना चाहिये कि वे दूसरों को व्याकुल नहीं करें या उनका ध्यान विकर्षित नहीं करें। ऐसे उपकरणों को गलियारे या निकास द्वार पर नहीं लगाया जाना चाहिये। ऐसे किसी भी उपकरण को जन-सम्बोधन व्यवस्था या विद्युत आऊटलेटों के साथ जोड़ना नहीं चाहिये। तेज लाईटों की अनुमती नहीं दी जायेगी। जो विकर्षण उत्पन्न कर रहे हैं या ऊपर दिये सिद्धान्तों का उल्लंघन कर रहे है, जब यह बात उनके ध्यान में लाया जाता है तब उन्हें बिना हिचक मामले को ठीक करना चाहिये। अनुचर और अन्य देखरेख कर्ताएं इन निर्देशों का उल्लंघन सुधारने के लिए सचेत रहेंगे और उन्हें ऐसे उपकरणों का उपयोग करनेवालों से पूरा सहयोग मिलना चाहिये।
३१ भोजन सेवा: संस्था भोजन सेवा व्यवस्थाओं को समन्वय और सरल बना देगी। सब की भलाई के लिए काम आसान और बहुत तेज करना, यह एक कितना उत्तम प्रबन्ध है! परमेश्वर की संस्था की ओर से यह उदारता निस्सन्देह से हमें कृतज्ञता दिखाने के लिए उकसायगी, जिससे हम हमारी मूल्यांकन व्यावहारिक रीति से दिखा सकते हैं।—नीति. ११:२५.
३२ निश्चय ही, जो सुगम आत्मिक कार्यक्रम तैयार किया गया है, उस से लाभ उठाने के लिए यहोवा के लोग हर वर्ष उत्तम स्थानों में इकट्ठा होने की सम्भावना का मूल्यांकन करते हैं। हम ऐसी सभाओं में प्रदान की गई सेवाओं और सुविधाओं का भी मूल्यांकन करते हैं। बहुत चिन्ता और संस्था को काफी लागत के साथ, पार्याप्त बैठने की व्यवस्था, महंगा ध्वनी उपकरण, एक निपुण भोजन सेवा का संचालन और कई अन्य सेवाओं और प्रबन्धों की व्यवस्था की जाती है जो सम्मेलन में उपस्थित रहना आनन्ददायक और आत्मिक रीति से ताज़गी दायक बना देती है।
३३ संस्था के संसारव्यापी कार्य के समर्थन में दिये गये आपका स्वेच्छापूर्वक चन्दाओं से इन लागतों को पूर्ण किया जाता है। आपकी सुविधा के लिए सम्मेलन स्थल में सर्वत्र स्पष्ट रीति से अंकित चन्दा पेटियां रखे गये होंगे। सभी चन्दाओं का बहुत ही मूल्यांकन किया जाता है और इस रीति से राज्य के हितों के लिए आपके उदार और संयुक्त समर्थन के लिए संस्था पहले ही से आपका धन्यवाद करन चाहती है। हमें भरोसा है कि सभी यहां बताई गई बातों के सम्बन्ध में अपने व्यक्तिगत उत्तरदायित्व को समझने के लिए उकसाये जाएंगे और जहाँ तक उनकी परिस्थितियां अनुमति दें उतना तक भाग लेने से पूर्ण सहयोग देंगे।—लूका ६:३८.
३४ “शुद्ध भाषा” ज़िला सम्मेलन में आइये: “शुद्ध भाषा” ज़िला सम्मेलन में उपस्थित रहने से और कार्यक्रम को विशेष ध्यान देने से, आप और अधिक मूल्यांकन करेंगे कि यहोवा ने हमें शुद्ध भाषा क्यों दी है और क्यों हमें हमेशा किसी स्वार्थपूर्ण प्रवृत्तियां से सचेत रहना चाहिये जो हमें हमारे भाइयों के साथ एकता में रहने में बाधा हो सकता है। प्रारम्भिक गीत के लिए हाजर रहने के लिए और रविवार दोपहर को अन्तिम प्रार्थना तक हर सत्र के दौरान उपस्थित रहने के लिए अभी अपनी योजना बनाओ।
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ज़िला सम्मेलन अनुस्मारकों
ठहरने की व्यवस्था: सम्मेलन द्वारा उपलब्ध कराये गये निवास स्थानों के उपयोग में आपके सहयोग का बहुत मूल्यांकन किया जाता है। यदि आपके लिए अपना आरक्षण रद्द करना आवश्यक हो जाये तो आपको सीधा होटल को लिखना या फोन करना चाहिये, जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी करें ताकि कमरा दूसरें को उपलब्ध कराया जा सके।
बपतिस्मा: बपतिस्मा के लिए उम्मीदवारों को प्रयत्न करना चाहिये कि शनिवार सुबह कार्यक्रम आरम्भ होने से पहले वे नियुक्त विभाग में बैठे हुए हो। बपतिस्मा लेनेवाले हर प्रत्याशी के पास सुशील नहाने का वस्त्र और तौलिया लाना चाहिये। वक्ता द्वारा बपतिस्मा भाषण और प्रार्थना के बाद, सत्र अध्यक्ष बपतिस्मा के उम्मीदवारों के लिए संक्षिप्त सूचनाएं देंगे और फिर गीत की घोषणा करेंगे। चूंकि समर्पण के प्रतीक होते हुए बपतिस्मा एक व्यक्ति और यहोवा के बीच अन्तरंग और निजी बात है तथाकथित सामूहिक बपतिस्मा, जहां दो या अधिक बपतिस्मा के उम्मीदवारों बपतिस्मा लेते समय हाथ पकड़ते हैं या आलिंगन करते हैं, इसके लिए कोई प्रबन्ध नहीं है।
पायनियर पहचान: सभी नियमित और खास पायनियरों और यात्रा करनेवाले अध्यक्षों को अपना वॉचटावर पहचान पत्र और नियुक्ति कार्ड (एस-२०२) सम्मेलन में लाने की आवश्यकता होगी। जो पायनियर जिस ज़िला सम्मेलनों में वे उपस्थित होते हैं उस से पहले कम से कम छः महिनों तक सूची पर हैं उन्हें अपने वॉचटावर पहचान कार्ड को प्रस्तुत करने पर मात्र एक सम्मेलन में रु ६०.०० के भोजन टिकिट दिये जायेंगे। इसलिए इस कार्ड को इतनी सावधानी से रखें जितनी सावधानी के साथ आप पैसा रखते हैं। मात्र अपने वॉचटावर पहचान पत्र दिखाने से पुस्तक घर में पायनियरों के लिए पायनियर दरों पर साहित्य उपलब्ध होगा। जो बेथेल सेवा में हैं वे अपने बेथेल पहचान कार्ड दिखाकर इन्ही प्रबन्धों को प्राप्त कर सकते हैं।
स्वयं सेवा: ज़िला सम्मेलन के विनीत संचालन के लिए स्वंय सेवकों की सहायता की आवश्यकता है। चाहे आप महासम्मेलन के कुछ भाग के लिए ही काम कर सकते हैं, आपकी सेवाओं का मूल्यांकन किया जाएगा। यदि आप सहायता दे सकते हैं तो जब आप सम्मेलन में पहुँचते हैं तब कृपया स्वंय सेवक विभाग से भेंट करें। १६ वर्ष से कम आयु के बच्चे भी सम्मेलन की सफलता के लिए काम कर सकते हैं, परन्तु
उन्हें अपने माता-पिता या अन्य ज़िम्मेदार वयस्क के साथ काम करना होगा।
लेपल कार्ड: कृपया विशेष रूप से तैयार किये गये लेपल कार्डों को सम्मेलन के दौरान या सम्मेलन स्थल से आते-जाते समय पहनिये। यह कई बार यात्रा करते समय हमारे लिए उत्तम गवाही देना सम्भव बना देता है। लेपल कार्डों को अपनी कलीसिया के द्वारा प्राप्त किया जाना चाहिये क्योंकि वे सम्मेलनों में उपलब्ध नहीं होंगे। लेपल बेज होल्डरों को कलीसिया द्वारा ओर्डर करना पड़ता है परन्तु संस्था द्वारा लेपल कार्डों को कलीसियाओं में भेजा जाएगा। होल्डर का दाम रु १.०० है और कार्ड का ०.२० पैसे हैं।
सावधानी के शब्द: चाहे आप कहीं भी पार्क करें, आपको अपने वाहन पर हर समय ताला लगाना चाहिये, और कभी भी किसी वस्तु को दिखती हुई न छोड़ें। यदि सम्भव हो तो अपनी वस्तुओं को डिक्की में ताला लगाकर बंद रखें। और चोरों एवं जेबकतरों से भी सावधान रहो, जो बड़े जनसमूहों से आकर्षित होते हैं। इसमें यह भी शामिल है कि किसी भी मूल्यवान वस्तु को सम्मेलनों में बिना निरीक्षण के कुर्सी पर नहीं छोड़ना चाहिये। कृपया सावधान रहें।
यह पता चला है कि कुछेक होटल टेलिविजन पर चलचित्र उपलब्ध कराते हैं जिसमें अनैतिकता या अश्लीलता है। यह दिखाती है कि यह कितना आवश्यक हैं कि ठहरने के इन स्थानों पर बच्चों को बिना निरीक्षण के टी. वी. देखने की अनुमति नहीं देना चाहिये।