यहोवा द्वारा सिखाया जाना
भविष्यवक्ता यशायाह ने घोषणा की: “प्रभु यहोवा ने मुझे सीखनेवालों की जीभ दी है कि मैं थके हुए को अपने वचन के द्वारा संभालना जानूं।” (यशा. ५०:४) एक मार्ग थियोक्रेटिक मिनिस्ट्री स्कूल द्वारा प्रदान किया गया प्रशिक्षण है, जिसके द्वारा यहोवा ऐसा करता है। किन्तु वैयक्तिक परिश्रम भी ज़रूरी है। थियोक्रेटिक मिनिस्ट्री स्कूल गाइड बुक, पृष्ठ ३९ पर यह टीका करती है: “चाहे आपने एक अमुक किस्म का भाषण कितनी भी बार दे चुके होंगे, तैयारी हमेशा बहुमूल्य है।” यह हम सभों पर लागू होता है, चाहे हम केवल कुछ महिनों से या १९४३ में स्कूल की शुरआत से उसके सदस्य हैं।
२ सभी विद्यार्थियों को अच्छी तरह तैयारी करनी चाहिए। इस में समय के बारे में अवगत रहना भी शामिल है। थियोक्रटिक मिनिस्ट्री स्कूल सारणी की सूचनाएं बताती हैं: “कोई भी भाषण अतिकालिक नहीं होना चाहिए।” जब एक भाई जो भाषण क्र. १ संचालित करता है और बारम्बार समयोपरि भाषण देता है उसे व्यक्तिगत सलाह देनी चाहिए। स्कूल ओवरसियर भी सभा सही समय पर शुरू करनी चाहिए, और उसकी सलाह और टीकाओं के लिए नियुक्त समय-अवधि के सम्बन्ध में दी गयी सूचनाओं का पालन करना चाहिए। कृपया ध्यान दें कि जब उपलब्ध हो, तब “ऑल स्क्रिपचर” पुस्तक का १९९० संशोधित रूपान्तर का उपयोग किया जाना चाहिए।
३ बाइबल पठन के मुख्य मुद्दों पर आधारित भाग से सभी बहुत लाभ पा सकते हैं। हमें याद दिलाया गया है कि यह केवल नियुक्त हिस्से पर एक पुनर्विचार नहीं है। वक्ता श्रोतागण को यह समझने में मदद देनी चाहिए कि हमारे लिए यह जानकारी क्यों और कैसे मूल्यवान् है।
४ भाषण क्र. ३ परिवर्ती सफलता के साथ कई विन्यास उपयोग किए गए हैं। किन्तु यह मन में रखते हुए कि स्कूल के मुख्य उद्देश्यों में एक सच्चाई को सही और स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करना है, यह पसन्द किया गया है कि विन्यास क्षेत्र सेवकाई या अनौपचारिक गवाही कार्य के आधार पर हो।
५ भाषण क्र. ४ जब क्वेस्ट्यन्स यंग पीपल आस्क—आन्सर्स दॅट वर्क पुस्तक से लिया जाएगा, नये या छोटे विद्यार्थियों को यह दिया जाएगा। अवश्य, नियुक्त विद्यार्थी पढ़ने में योग्य होना चाहिए। ये भाषण बारी-बारी से दिए जाएंगे और हर दूसरे सप्ताह रीज़निंग पुस्तक से एक प्रस्तुतीकरण होगा। दोनों भाषण क्र. ३ और भाषण क्र.४ में विद्यार्थी दिखाए गए विषय-वाक्य का उपयोग करना चाहिए।
६ जब अतिरिक्त जानकारी मिलाया जाता है, तब ध्यान देने की ज़रूरत है। भाषण के लिए नियुक्त कुछ हिस्सों में केवल एक या दो परिच्छेद होंगे। लेकिन शास्त्र वचनों को पढ़ने और उनका विवरण देने के द्वारा, उदाहरणों का उपयोग और इत्यादी के द्वारा वह जानकारी प्रभावशाली रूप से नियुक्त समय में प्रस्तुत किया जा सकता है। साधारणतः नियुक्त जानकारी के अलावा बाहर से अधिक प्रस्तुत करने की हमें ज़रूरत नहीं। उस प्रकाशन के द्वारा जिस पर भाषण आधारित है, श्रोतागण आप पर ध्यान देने के योग्य होना चाहिए
७ वह परमेश्वर जिसकी हम उपासना करते है, विवेक और ज्ञान का एक असीम स्रोत प्रदान करता है। (रोमि. ११:३३) कई सहस्राब्दियों के बाद भी हमें और भी बहुत कुछ सीखना बाकी होगा। हमारे स्वर्गीय पिता की स्तुति करने और जीवन की समस्याओं से निपटने की हमारी योग्यता और साथ ही हमारी तृप्ति और खुशी उस परिश्रम के यथानुपात वृद्धि पाएगी जो हम ईश्वरीय बुद्धि पाने में लगाते है। तो फिर, आप यह निर्णय लें कि, नियमित रूप से थियोक्रेटिक मिनिस्ट्री स्कूल में उपस्थित रहने के द्वारा आप उस प्रबन्ध का पूरा लाभ उठाएंगे जो हमारे महान प्रशिक्षण ने हमारे लिए किया है। तो १९९१ के दौरान थियोक्रेटिक मिनिस्ट्री स्कूल में भाग लेने और उसकी तैयारी करने में आपका अध्यवसाय यह सम्पादित करने के लिए मदद करें।