सुसमाचार की भेंट जवानों को
यह आधुनिक युग जवानों के लिए आम तौर से एक बहुत कठिन समय सिद्ध हुआ है। फिर भी, सदियों पहले परमेश्वर द्वारा प्रेरित एक मनुष्य ने लिखा: “जवान अपनी चाल को किस उपाय से शुद्ध रखें? तरे वचन के अनुसार सावधान रहने से।” (भजन ११९:९) सचमुच, यहोवा के वचन पर आधारित निर्देशन आज हज़ारों जवानों को लाभ देता है।
२ अवेक! के “यंग पीपल आस्क. . . ” लेखों में से एक पढ़ने के बाद एक जवान ने कहा: “मैं नियमित रूप से डेट (किसी लड़के या लड़की से भेंट-अनुबंध) करता था केवल इसलिए क्योंकि में समझता था कि वही चालू प्रथा है। मैंने शादी के बारे में कभी नहीं सोचा। फिर मैंने आपकी अवेक! पत्रिका पढ़ी। उसने मेरे मूल्यों को अच्छाई की ओर बदल दिया। जब तक मैं शादी करने के लिए तैयार न हो जाऊँ, मैंने डेट करना बन्द कर दिया है।” प्रत्यक्षतः, उसने दी गयी व्यावहारिक सलाह से लाभ प्राप्त किया। अब जवानों ने शास्त्रीय जानकारी के एक मूल्यावान् स्रोत की ओर सरल पहुँच पाया है, जो एक नयी पुस्तक क्वेस्ट्यन्स यंग पीपल आस्क—आन्सर्स दॅट वर्क के रूप में प्रकाशित हुआ है। आपके क्षेत्र के या स्कूल के जवानों के लिए यह उपलब्ध कराने के लिए आप क्या कर सकते हैं?
जवान लोगों में रूचि लो
३ जवान लोगों को यहोवा के वचन के मूल्य की क़दर करने के लिए प्रेरित करना एक चुनौति हो सकता है। (नीतिवचन २२:१५ देखें) किन्तु, प्रेरित पौलुस ने कहा: “मैं यहूदियों के लिए यहूदी बना कि यहूदियों को खींच लाऊँ।” इसी तरह, जवानों को लाभप्रद आध्यात्मिक निर्देशन पाने और उसकी क़दर करने के लिए मदद देना, यह माँग करता है कि आप जवानों को और उनकी समस्याओं को समझें। जवान किन बातों में रूचि रखते है और स्कूल में या जहाँ वे रहते हैं या कार्य करते हैं, उनकी समस्याएं क्या हैं, इनके सम्बन्ध में आपको सोचना चाहिए। जवानों को गवाही देते वक्त, यह समझ आपकी प्रस्तावना में, आपकी टीकाओं में और आपके प्रश्नों में दिखाई देनी चाहिए। किस विषय पर बात करनी चाहिए, इसका एक उत्कृष्ठ स्रोत यह नयी पुस्तक यंग पीपल आस्क की विषय-सूची है। इन विषयों से परिचित होने के द्वारा, आप आज जवान लोग क्या सोच रहे हैं, उस पर अन्तर्दृष्टी पाएँगे।
आप क्या कह सकते हैं
४ घर-घर जाते वक्त, ध्यान दें कि बच्चें कहाँ कहाँ हैं। स्पष्ट करें कि आप दैनिक समस्याओं से निपटने के लिए लोगों की मदद करने में, एक जन-सेवा कर रहे हैं। इन घरों में आप खुद बच्चों से बात कर सकेंगे। इस पुस्तक में पायी गयी व्यावहारिक सलाह का एक उदाहरण बताएं। यह बात मन में रखें कि आपका लक्ष्य उन्हें भजन ११९:९ की सत्यता देखने में मदद देना है।
५ जब आप एक जवान से बात करेंगे, मैत्रिपूर्ण रहें और उसे गरिमा के साथ व्यवहार करें। प्रारम्भिक अभिवादन के बाद आप कह सकते है: “मैं एक जन-सेवा में भाग ले रहा हूँ, जो आप जैसे जवान लोगों को इस समाज में सामना की जानेवाली समस्याओं से निपटने में मदद देती है। क्या आपने कभी भी अपने आपको कुछ ऐसा करने के लिए उत्तेजित पाया है, जो आप सचमुच नहीं करना चाहते? या कभी कभी क्या आप कुछ ऐसी बातें करने के लिए प्रवृत्त होते हैं केवल इसलिए कि दूसरे ऐसा करते हैं और ना कि आप वह पसन्द करते हैं? क्या आपने कभी सोचा है, कि मित्रों से यह दबाव का आप कैसे सामना करेंगे?” उसकी प्रतिक्रिया के बाद, इस पुस्तक के अध्याय ९ की ओर जाएं। फिर कहें: “कृपया ध्यान दें कि पृष्ठ ७७ पर यह प्रकाशन क्या कहता है। [एक उचित परिच्छेद पढ़ें] क्या आप समझते हैं कि बाइबल का एक अध्ययन इस समस्या से निपटने के लिए जवानों की मदद करेगा? [प्रतिक्रिया के लिए अनुमति दें] भजन ११९:९ में बाइबल क्या कहती है, इस पर ध्यान दें। [पढ़ें।] यह पुस्तक आपको दिखाती है कि जवान लोगों को कठिन परिस्थितियों से, जैसे विषय-सूची में बतायी गयी है, निपटने के लिए बाइबल कैसे मदद दे सकती है। [पुस्तक उसे दें] १५ रू. की चन्दा में, यह आपकी है।”
६ अगर आप अब स्कूल जानेवाला एक प्रकाशक है, हमारी राज्य सेवा की सितम्बर १९८९ अंक में दिए गए सुझावों का पालन करें। ऐसा करने से आप कई आनन्ददायक उपहार पाएँगे।
७ यहोवा “नहीं चाहता, कि कोइ नाश हो।” (२ पतरस ३:९) इन में युवजन भी शामिल है। किन्तु, कई जवान लोग हरमगिदोन पार नहीं करेंगे। जवानों से प्रभावकारी रूप से प्रचार करने के हमारे प्रयत्नों के परिणाम स्वरूप जवान लोगों की एक अच्छी संख्या, यहोवा की स्तुति में, उद्धार पाएं।