आपके जीवन को लहू कैसे बचा सकता है? ब्रोशर के अध्ययन के लिये प्रश्न
इन अध्ययनों में कुछ स्थानों पर, पृष्ठ २७-३१ के परिशिष्ठ का उल्लेख किया गया है। संकेत किए गए अनुच्छेदों पर टिप्पणीयाँ अध्ययन में सम्मिलित की जा सकती है, यदि समय अनुमति दे तो, परिशिष्ट के अनुच्छेदों को पढ़ सकते हैं।
पहला सप्ताह
पृष्ठ २
१-४. लहू कैसे प्राणों (जीवनों) को बचा सकता है इस बात पर ध्यान देना क्यों समयोचित है? (पृष्ठ २७, अनुच्छेद १-३ देखें.)
पृष्ठ ३
१, २. जीवन लहू से सम्बन्धित है, यह विचार क्यों स्वाभाविक है, और इस विषय में परमेश्वर कैसे शामिल है?
३, ४. हमें इस बात में रूचि क्यों होनी चाहिये कि परमेश्वर लहू के विषय में क्या कहते हैं?
५. हमें किस कारण से उत्पत्ति ९:३-६ पर ध्यान देना चाहिये, और उस लेखांश का क्या महत्त्व है?
६. लहू के सम्बन्ध में इस्राएली लोग कौनसी बाध्यताओं के आधीन थे?
पृष्ठ ४
१, २. परमेश्वर के नियमों से प्राचीन इस्राएल को क्या लाभ हुआ, परन्तु इस्राएल को लहू से दूर रहने का मुख्य कारण क्या था?
३. किसी आपात्स्थिति में लहू के नियम को कैसे समझना था?
पृष्ठ ५
१, २. लहू से सम्बन्धित नियम के विषय में, यीशु ने क्या उदाहरण रखा?
३, ४. (अ) मसीहियों और लहू के बारे में एक प्रेरितीक सभा ने क्या निश्चित किया? (ब) हम यह कैसे जानते हैं कि लहू से परे रहना केवल एक अस्थायी आज्ञप्ति नहीं थी?
५. यीशु के प्रेरितों के अनुसार, लहू से दूर रहना कितना महत्त्वपूर्ण था?
६, ७. कौनसा अतिरिक्त प्रमाण दिखाता है कि लहू के विषय में आज्ञप्ति एक स्थायी माँग थी?
पृष्ठ ६
१, २. मसीही-पूर्व समयों में लहू को औषध के रूप में कैसे उपयोग किया जाता था?
३. रोमी समयों में, प्राचीन मसीही लहू के औषधीय उपयोग पर भी कैसी प्रतिक्रिया दिखाते थे?
४-६. (अ) रक्त-आधानों का उपयोग कैसे आरम्भ हुआ? (ब) परमेश्वर के नियम के विचार में शिराओं में लहू देना क्यों गलत होगा?
७. यहोवा के गवाह रक्त-आधानों को क्यों इन्कार करते हैं? (पृष्ठ २७, अनुच्छेद ४-६, और पृष्ठ २८, अनुच्छेद १ देखें.)
पृष्ठ ७
१. यद्यपि मसीहियों का रक्त-आधानों से दूर रहने का प्रमुख कारण धार्मिक है, फिर भी हमें लहू चिकित्सा के चिकित्सीय पहलूओं को क्यों जाँचना चाहिये?
दूसरा सप्ताह
पृष्ठ ७
२, ३. आधुनिक चिकित्सा-शास्त्र में रक्त-आधानों का क्या स्थान है?
४, ५. इस बात पर ध्यान देना क्यों उचित है कि रक्त-आधान संकटपूर्ण है या नहीं?
पृष्ठ ८
१. रक्त-आधानों के विषय में हम बुद्धिमानी से क्या पूछते हैं?
२, ३. रक्त का वर्ग-निर्धारण और परस्पर अनूरूपता क्यों अति आवश्यक है, परन्तु क्यों यह प्रयाप्त नहीं है?
४, ५. एक रक्त-आधान से प्रतिरक्षक समस्याएँ कैसे उत्पन्न हो सकती है?
६, ७. कैंसर के शल्यचिकित्सा के बाद, रक्त-आधानों से क्या हानि हो सकती है?
पृष्ठ ९
१. रक्त-आधान और कैंसर शल्यचिकित्सा से सम्बन्धित प्रमाणों का क्या महत्त्व है?
२, ३. आधानों से और कौनसी प्रतिरक्षक हानियाँ हो सकती है?
४, ५. आधानों से रोग पकड़ने के संकट के बारे में लोगों को क्या जानना चाहिये?
पृष्ठ १० (बॉक्स)
१, २. आधान वाहित हेपॅटाइटिस (यकृत शोथ) का संकट कितना गम्भीर है?
३. एक समय पर ऐसा क्यों लगा, कि लहू से हेपॅटाइटिस हो जाने का संकट पर काबू पा लिया गया है?
४, ५. कौनसे परिवृद्धियों से यह साबित हुआ कि लहू द्वारा हेपॅटाइटिस रोग पकड़ने का खतरा, अभी भी उपेक्षित नहीं था?
६-८. हेपॅटाइटिस के विषय चिन्ता करना क्यों एक पुरानी बात नहीं है?
पृष्ठ ११
१. यह कैसे समझा जा सकता है कि लहू से रोग संकट समाप्त नहीं हो सकते?
२-४. लहू द्वारा कैसे एक व्यक्ति को उन रोगों का भी खतरा हो सकता है जो उसके क्षेत्र मे नहीं है? (पृष्ठ ११ का बॉक्स भी देखें)
५-७. एड्स देशव्यापी महामारी से कैसे मालूम चला है कि नई, प्राण-घातक बिमारियों को लहू के साथ जोड़ा जा सकता है?
अनुच्छेद ८ एवं पृष्ठ १२
१. एड्स विषाणु (वाइरस) के प्रतिपिण्डों को पता लगाने वाली जाँचो के प्रयोग से भी क्यों यह गारंटी नहीं हो सकती है के लहू संकट से मुक्त है?
२-४. एड्स विषाणु का खतरा ही इस विषय का अन्त क्यों नहीं है?
५, ६. लहू वाहित विषाणुओं के विषय में विशेषज्ञों की क्या मान्य चिन्ताएँ हैं?
तीसरा सप्ताह
पृष्ठ १३
१, २. उच्च चिकित्सा देखरेख कौन चाहते है, और इसमें क्या सम्मिलित है?
३-५. आप कैसे समझा सकते हैं कि रक्त-आधानों के विकल्प है?
६-८. लहू को अकसर कब दिया गया, लेकिन क्यों यह व्यवहार पूर्ण-प्रमाणित नहीं था?
पृष्ठ १४
१. क्या बात सूचित करती है कि सामान्य से कम हीमोग्लोबिन की मात्राएँ समायोजित हो सकती है?
२, ३. तीव्र रक्तस्राव के समय किस चीज़ की आवश्यकता है और यह समस्या कैसे दूर की जा सकती है?
४. अरक्तीय आयतन प्रतिस्थापन द्रव क्यों प्रभावशाली है?
५. लाल कोशिका क्षतिग्रस्त मरीज़ को चिकित्सक कैसे सहायता कर सकते हैं?
पृष्ठ १५
१. लाल कोशिका उत्पादन में वृद्धि लाने के लिये क्या किया जा सकता है?
२-४. शल्यक्रिया के दौरान रक्तस्राव को कैसे घटाया जा सकता है?
पृष्ठ १६
१-३. कौनसा प्रमाण दर्शाता है कि रक्त-आधानों के बिना प्रमुख शल्यचिकित्सा सम्भव है?
४-६. रक्त के उपयोग के बिना कौन कौन सी शल्यचिकित्साएँ सम्भव है? (पृष्ठ २८, अनुच्छेद २-४ देखें.)
पृष्ठ १७
१. लहू के बिना जो हृदय शल्यचिकित्साएँ की गई उससे कौनसे अच्छे परिणाम प्राप्त हुए हैं?
२-४. अरक्तीय शल्यचिकित्सा जो अकसर सफल परिणाम प्राप्त होते हैं, उसमें गवाह मरीज़ स्वयं कैसे योगदान देते हैं?
चौथा सप्ताह
पृष्ठ १७
५, ६. जोखिम/लाभ विशलेषण क्या है, और इसे कैसे प्रयोग किया जाता है?
पृष्ठ १९
१, २. जोखिम/लाभ विशलेषण में मरीज़ की क्या भूमिका है?
३-५. जोखिमों और लाभों के पक्ष-विपक्ष की तुलना करने में रक्त चिकित्सा को सम्मिलित करना क्यों उचित है? (पृष्ठ ३१, अनुच्छेद १, २ देखें.)
६. औषधीय चिकित्साओं का चयन करने का आपका अधिकार कौनसे वैध सिद्धान्त से सम्बन्धित है? (पृष्ठ ३०, अनुच्छेद १-८ देखें.)
पृष्ठ १८ (बॉक्स)
१-४. चिकित्सा कर्मचारियों को कानूनी चिन्ताओं से मुक्त कराने के लिये गवाह मरीज़ क्या करते हैं? (पृष्ठ २८, अनुच्छेद ५ देखें.)
५-७. कानूनी चिन्ताओं को समाप्त करने के लिये जो कुछ गवाह करते हैं, उन्हें डॉक्टरों और अस्पतालों ने सहयोग देना क्यों उचित है?
पृष्ठ २०
१-३. गवाहों द्वारा ली जाने वाली स्थिति पर कुछ चिकित्सा कर्मचारी ने कैसी प्रतिक्रिया दिखाई है?
४, ५. गवाह मरीज़ों के कुछेक मामलों में न्यायालय कैसे सम्मिलित हो गए हैं?
अनुच्छेद ६ एवं पृष्ठ २१
१. गवाह और लहू से सम्बन्धित मामलों को निपटाने के लिये न्यायालयों का सहारा लेना क्यों उत्तम मार्ग नहीं है?
२, ३. यदि मरीज़ एक बच्चा है तो भी न्यायालयों से आश्रय लेना किन कारणों से अनुचित है?
४, ५. बच्चों के इलाज का चुनाव करने मे कौनसा पैत्रिक अधिकार सम्मिलित है? (पृष्ठ २८, अनुच्छेद ६, और पृष्ठ २९, अनुच्छेद १ देखें.)
अनुच्छेद ६ एवं पृष्ठ २२
१-३. माता-पिता अपने बच्चों के लिये चिकित्सीय निर्णय लेने के लिये स्वतंत्र है, इसके लिय कुछ कानूनी संकेत क्या है?
४. गवाह माता-पिता और चिकित्सा कर्मचारियों को क्यों मिलकर काम करना चाहिये?
पाँचवा सप्ताह
पृष्ठ २२
५, ६. लहू और एक गवाह की अरक्तीय चिकित्सा प्रबन्ध की माँग के बारे में आपके मन में कौनसे मुख्य तथ्य होने चाहिये?
पृष्ठ २३
१-३. यदि कोई लहू को इन्कार करके मर भी जाता है, तो भी हमें क्या नहीं भूलना चाहिये? (पृष्ठ २९, अनुच्छेद २-५, और पृष्ठ ३१, अनुच्छेद ३-५ देखें.)
४, ५. मृत्यु और लहू के बारें में एक यथार्थ दृष्टिकोण क्या है?
पृष्ठ २४
१, २. वास्तव में लहू कैसे जीवन-रक्षक है, इसका मूल्यांकन करने के लिये क्या हमारी सहायता कर सकती है?
३, ४. मसीह-पूर्व काल में, लहू के विषय में परमेश्वर का दृष्टिकोण क्या था, और क्यों?
पृष्ठ २५
१. प्रायश्चित दिन पर लहू कैसे सम्मिलित था, और हमे इसपर क्यों ध्यान देना है?
२, ३. प्रायश्चित दिन और यीशु की भूमिका में क्या सम्बन्ध है?
४. (अ) मसीहियों का लहू से दूर रहने का मुख्य कारण क्या है? (ब) रक्त-आधानों के जोखिमों पर हमने बहुत अधिक ज़ोर क्यों नहीं देना चाहिये?
५, ६. (अ) परमेश्वर के सामने हमारी स्थिति का लहू से क्या सम्बन्ध है? (ब) लहू के हमारे दृष्टिकोण के लिये हमें कौनसी शिक्षा को केंद्र समझना चाहिये?
७. हम यह क्यों कह सकते हैं कि लहू पर ली गई गवाह की स्थिति जीवन के प्रति आदर दिखाती है?
पृष्ठ २६
१, २. हमारे अनन्त भविष्य में लहू किस प्रकार सम्मिलित है?