प्रभावकारी प्रारंभिक भेंट
सेवकाई में वार्तालाप आरंभ करना चुनौती देनेवाला हो सकता है चूँकि लोग अपने निजी मामलों में इतने लवलीन हैं या धर्म के विषय में निश्चित राय रखते हैं। हमारी प्रारंभिक भेंट को प्रभावकारी बनाने में हमारी मदद के लिए हम हमारे मन में क्या रख सकते हैं?
२ जब आप अप्रैल १ अंक का लेख “सच्ची आज़ादी—किस उद्गम से?” पेश कर रहे हैं, आप कह सकते हैं:
▪“दुनिया भर में लोग आज़ादी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। पर मानवीय सरकारों का आज़ादी के वादें पूरा होने में विफल हैं। यहोवा, सच्चा परमेश्वर, का उपासना स्थायी आज़ादी लाती है। २ कुरिन्थियों ३:१७ पढ़ें, और यह बताएँ कि द वॉचटावर की यह अंक परमेश्वर के वादे को विशिष्ट करता है और बतलाता है कि क्यों संसार की घटनाएँ इस बात की पुष्टि करती हैं कि हमारी स्वतंत्रता क़रीब है।
३ प्रार्थना के विषय को विशिष्ट करने से आप यह कहते हुए अप्रैल १५, १९९२, “वॉचटावर” को प्रस्तुत कर सकते हैं:
▪“युद्ध में जीत के लिए लोग आम तौर पर प्रार्थना करते हैं। क्या आप सोचते हैं कि परमेश्वर ऐसे प्रार्थनाओं को सुनते हैं और पक्ष लेते हैं? [प्रतिक्रिया के लिए अनुमति दें] बाइबल का जवाब पर ग़ौर करें। फिर १ पतरस ३:१२ पढ़ें और उस पर टिप्पणी करें। एक संक्षिप्त स्पष्टीकरण के बाद, वॉचटावर लेख पर ध्यान आकर्षित करें जो पत्रिका पढ़ने में उसका दिलचस्पी प्रेरण कर सकता है। फिर अभिदान पेश करें।
४ जब आप प्रांतीय भाषा में अप्रैल १ अंक “क्या आपके ख़याल में ज़्यादा देर हुई है?” लेख के साथ पेश कर रहे हैं, आप कह सकते हैं:
▪“सारे संसार में लोग शांति की एक नयी युग का प्रारंभ की आशा कर रहे हैं। पर मानवी सरकारों की शांति के वादे पूरे नहीं हुए हैं। सच्ची और स्थायी शांति सिर्फ़ परमेश्वर से ही आ सकती है।” भजन ४६:८, ९ पढ़िए, और यह बतलाएँ कि एक शांतिमय नयी व्यवस्था हमारे ख़याल से भी ज़्यादा पास है। “सबूत इसी पत्रिका में पायी जाती है।”
५ ख़याल रखना कि हमारा लक्ष्य बाइबल अध्ययन संचालित करना है। चूँकि मई में अनेक जन सहायक पायनियर कार्य करेंगे, हमें ऐसे व्यक्तियों को ढूढ़ने की ज़्यादा मौके मिलेंगे जो बाइबल अध्ययन करने में दिलचस्पी रखते हैं। पर अगर हमारे हालात हमें मई में सहायक पायनियर कार्य करने की अनुमति नहीं देती, हम सब एक बाइबल अध्ययन शुरू करने का लक्ष्य रख सकते हैं।
६ प्रारंभिक भेंट पर कई प्रचारकों ने बाइबल अध्ययन आरंभ करने ट्रैक्ट का उपयोग किया है।
जब आप “एक शांतिमय नयी संसार में ज़िंदगी” नामक ट्रैक्ट पेश कर रहे हैं, आप कह सकते हैं:
▪“हम आपके अड़ोस-पड़ोस में स्वयंसेवक हैं। मैं आपको यह ट्रैक्ट देता हूँ, जो हमारे कार्य का स्वरूप का पहचान कराती है। क्या आपके ख़याल में संसार कभी इस तरह दिखायी देगा?” प्रतिक्रिया पाने के बाद, आप मत्ती ६:९, १० और भजन ३७:२९ विशिष्ट करते हुए उस व्यक्ति के साथ पहले कई परिच्छेदों पर विचार-विमर्श कर सकते हैं।
७ आप खुद की पहचान कैसे करनेवाले हैं इस पर ज़्यादा ख़याल दें। रीज़निंग किताब के पृष्ठ ९-१५ में उत्तम सुझाव प्रस्तुत किए गए हैं। इन प्रस्तावनाओं को कुशलता से इस्तेमाल करने से आप अपनी प्रारंभिक भेंटों को प्रभावकारी बना सकते हैं।