साहित्य के लिए मूल्यांकन दिखाना
“बहुत पुस्तकों की रचना का अन्त नहीं होता।” (सभो. १२:१२) अनेक पुस्तकें उन कागज़ों के भी योग्य नहीं हैं जिन पर वे छापी जाती हैं। लेकिन, वॉच टावर संस्था द्वारा प्रकाशित साहित्य के बारे में ऐसा नहीं है। यह मूल्यवान है क्योंकि इसमें जीवन-रक्षक आध्यात्मिक भोजन होता है। यह दिलचस्पी रखनेवाले लोगों को यहोवा को जानने के लिए मदद करता है, और उन लोगों का विश्वास मज़बूत करता है जो पहले से ही यहोवा के समर्पित सेवक हैं।
२ हम अपना साहित्य दूसरों को प्रस्तुत करना चाहते हैं क्योंकि हम जानते हैं कि वे उससे लाभ उठा सकते हैं। उत्पादन और वितरण में काफ़ी खर्च होता है। इसलिए, हम प्रकाशनों को बिना सोचे-समझे नहीं देते। जिन विभिन्न साहित्यों को हम प्रस्तुत करते हैं उनके लिए, और प्रहरीदुर्ग तथा अवेक! के अभिदानों और एकल प्रतियों के लिए मुनासिब चंदा नियत किया गया है। हमें उन सब लोगों के पास दोबारा जाना चाहिए जो साहित्य स्वीकार करते हैं। यदि एक व्यक्ति तब कोई साहित्य नहीं लेता जब हम उससे पहली बार मिलते हैं लेकिन हमारे संदेश में दिलचस्पी दिखाता है, तो भी हमें निश्चित ही दोबारा जाना चाहिए। शायद बाद की एक भेंट पर फिर से साहित्य या पत्रिकाएं प्रस्तुत करना उपयुक्त हो, ताकि आपकी भेंटों के बीच व्यक्ति के पास पढ़ने और अध्ययन करने के लिए प्रकाशन हो।
३ कुछ लोग गृहस्वामियों को साहित्य के लिए क्या चंदा है यह बताने के लिए हिचकिचाते हैं। इससे अनिश्चितता उत्पन्न हो जाती है क्योंकि गृहस्वामी सोचने लगता है कि क्या उसे साहित्य मुफ़्त मिल रहा है। जब हम एक प्रकाशन प्रस्तुत करते हैं तो हमें स्पष्ट रूप से उसके लिए चंदा बताना चाहिए, और कुछ अवसरों पर यह समझाना अच्छा होगा कि हमारा कार्य व्यापारिक नहीं है, लेकिन यह चंदा अधिक साहित्य के उत्पादन के लिए प्रयोग किया जाता है। इस तथ्य को सर्वप्रथम रखिए कि हमारा उद्देश्य राज्य का सुसमाचार प्रचार करना और चेले बनाना है। गृहस्वामी द्वारा साहित्य लेना शायद हमें असली दिलचस्पी पहचानने में मदद करे। लोगों के पास अक़सर तम्बाकू और सांसारिक साहित्य जैसी चीज़ों के लिए पैसा होता है। यदि वे आपकी बातों में निष्कपटता से दिलचस्पी रखते हैं, तो वे अच्छा साहित्य प्राप्त करने के लिए चंदा देने के तर्क को देखेंगे।
४ जब चंदा देने का मामला ठीक तरह से प्रस्तुत किया जाता है, तो गृहस्वामी यह देखेगा कि हम साहित्य बेच नहीं रहे हैं बल्कि इसके बजाय उत्पादन के मूल्य की ओर चंदा स्वीकार कर रहे हैं। चाहे व्यक्ति साहित्य स्वीकार करता है या नहीं, हमारी इच्छा है कि हम राज्य के सुसमाचार के साथ उनके हृदयों तक पहुँचें और उनमें यहोवा के आश्चर्यजनक उद्देश्यों के बारे में और अधिक सीखने की दिलचस्पी जगाएं।