घोषणाएँ
▪साहित्य भेंट:
अगस्त और सितम्बर: आप पृथ्वी पर परादीस में सर्वदा जीवित रह सकते हैं। बड़ा संस्करण ४० रुपए में, और लघु संस्करण २० रुपए में।
अक्तूबर:अवेक! या प्रहरीदुर्ग के अभिदान। अर्धमासिक संस्करणों के लिए वार्षिक अभिदान ६० रुपए है। अर्धमासिक संस्करणों के लिए अर्धवार्षिक अभिदान और मासिक संस्करणों के लिए वार्षिक अभिदान ३० रुपए है। मासिक संस्करणों के लिए अर्धवार्षिक अभिदान नहीं है। जहाँ अभिदान की प्रस्तुति को अस्वीकार किया जाता है, पत्रिकाओं की एक प्रति ३ रुपए में दी जा सकती है। जहाँ उचित है वहाँ मैनकाइन्डस् सर्च फॉर गॉड पुस्तक भी ३० रुपए के चंदे में प्रस्तुत की जा सकती है।
नवम्बर:न्यू वर्ल्ड ट्रांस्लेशन ऑफ द होली स्क्रिप्चर्स् को द बाइबल—गॉडस् वर्ड ऑर मैन्स्? पुस्तक के साथ में ७२ रुपए के चंदे के लिए या क्रमशः अलग-अलग ६० रुपए और १२ रुपए में। जहाँ यह स्वीकार नहीं किया नहीं जाता, या जिन भाषाओं में यह उपलब्ध नहीं है वहाँ, १९२-पृष्ठ की पुरानी पुस्तकों की विशेष प्रस्तुति, प्रत्येक पुस्तक ६ रुपए के चंदे में, की जा सकती है। इस श्रेणी में निम्नलिखित पुस्तकें हमारे पास उपलब्ध हैं: अंग्रेजी: डिड मैन गैट हियर बाइ इवोल्यूशन ऑर बाइ क्रिएशन? और क्या यही जीवन सब कुछ है? गुजराती: आपके लिए आनन्द का—सुसमाचार, “तेरा राज्य आए” और सत्य जो अनन्त जीवन की ओर ले जाता है; हिन्दी: आपके लिए आनन्द का—सुसमाचार और “तेरा राज्य आए;” कन्नड़: आपके लिए आनन्द का—सुसमाचार, “तेरा राज्य आए” और “थिंग्स् इन विच इट इज़ इम्पौसिबल फॉर गॉड टु लाइ;” मराठी: “तेरा राज्य आए,” लिस्निंग टू द ग्रेट टीचर और सत्य जो अनन्त जीवन की ओर ले जाता है; तामिल: क्या यही जीवन सब कुछ है? और “तेरा राज्य आए;” तेलगू: क्या यही जीवन सब कुछ है? हमारी समस्याएँ ब्रोशर बंगाली और नेपाली जानने वाले व्यक्तियों को प्रस्तुत किया जा सकता है और “देख!” ब्रोशर पंजाबी जानने वालों को दिया जा सकता है। मलयालम में यूअर यूथ—गेटिंग द बेस्ट आऊट ऑफ इट! पुस्तक १२ रुपए के चंदे में प्रस्तुत की जा सकती है। कृपया नोट कीजिए कि इस पुस्तक को विशेष मूल्य पर प्रस्तुत नहीं करना है।
नोट: जिन कलीसियाओं ने अभी तक उपरोक्त अभियान वस्तुओं का ऑर्डर नहीं किया है, उन्हें अपने अगले लिट्रेचर ऑर्डर फॉर्म (S-14) पर ऑर्डर करना चाहिए।
▪ जिन कलीसियाओं ने अब तक १९९४ कैलेंडर ऑफ जिहोवाज़ विट्नेसिस, १९९४ यरबुक ऑफ जिहोवाज़ विट्नेसिस या एग्ज़ॅमिनिंग द स्क्रिप्च डेलि—१९९४, की अपनी आवश्यकताओं का ऑर्डर नहीं दिया है, ऐसा तुरंत करना चाहिए। एग्ज़ॅमिनिंग—१९९४ बंगाली, अँग्रेज़ी, कन्नड़, मलयालम, तामिल और तेलगू में उपलब्ध होंगे। कृपया अपने ऑर्डरों को एक सामान्य लिट्रेचर ऑर्डर फॉर्म (S-AB-14) पर देना याद रखिए। अँग्रेज़ी एग्ज़ॅमिनिंग—१९९४ के लिए ऑर्डर फॉर्म के सामने के मुख-पृष्ठ पर होने चाहिए। अन्य भाषाओं के लिए एग्ज़ॅमिनिंग—१९९४ के ऑर्डर, फॉर्म के पीछे होने चाहिए स्पष्ट रूप से वर्णन करते हुए कि कौन-सी भाषाएँ चाहिए। इन तीन वस्तुओं के अलावा, उस फॉर्म पर अन्य किसी वस्तु के लिए ऑर्डर नहीं होने चाहिए।
▪ कभी-कभार कलीसियाओं के नियमित ऑर्डर के बावजूद हम कलीसियाओं को पत्रिकाओं का गट्ठा भेजते हैं। इन पत्रिकाओं के लेबल पर “EXTRA” (“अतिरिक्त”) शब्द लिखा होता है ताकि कलीसिया जाने कि ये पत्रिकाएँ उन्हें क्यों मिल रही हैं। कलीसियाओं से इन पत्रिकाओं के लिए क़ीमत नहीं माँगी जाती। कलीसियाएँ उन्हें नियमित वितरकों की प्रतियों के समान वितरित कर सकते हैं और प्राप्त पैसा उनके पत्रिका खाते में डाला जा सकता है।
▪ कलीसिया से संगति रखनेवाले सभी जनों को प्रहरीदुर्ग और अवेक! के नए और नवीनीकरण अभिदानों को, उनके व्यक्तिगत अभिदानों के साथ, कलीसिया के द्वारा भेजना चाहिए।
▪ व्यक्तिगत प्रकाशकों द्वारा दिए साहित्य के ऑर्डरों को संस्था नहीं देती। इनमें से एक वस्तु चाहनेवाले, साहित्य सेवक को बता सकते हैं जो कलीसिया के मासिक साहित्य ऑर्डर में तुरंत इसे शामिल करेगा। हर महीने कलीसिया के मासिक साहित्य ऑर्डर को भेजने से पहले प्रिसाइडिंग ओवरसियर को घोषणा करने का प्रबंध करना चाहिए ताकि जो कोई व्यक्तिगत साहित्य वस्तुओं को चाहते हैं साहित्य की व्यवस्था करने वाले भाई को बता सकते हैं।
▪ सितम्बर १, १९९३ से नियमित पायनियर सेवा आरंभ करने की योजना करनेवाले प्रकाशकों को बिना विलंब किए निवेदन-पत्र देने चाहिए। अगस्त समाप्त होने से पहले सारे निवेदन-पत्र संस्था को डाक द्वारा भेज देने चाहिए। अक्तूबर १९८६ की हमारी राज्य सेवा के अतःपत्र के अनुच्छेद २१ से २६ का पुनर्विचार कीजिए।
▪ कलीसिया के सचिव को साहित्य सेवक से अगस्त महीने के आरंभ में ही मिलकर महीने की समाप्ति में कलीसिया के साहित्य के स्टॉक की वस्तु-सूची बनाने के लिए एक तारीख तय करनी चाहिए। स्टॉक में सारे साहित्य को वास्तव में गिनना चाहिए, और कुल संख्या को लिट्रेचर इन्वेन्ट्री फॉर्म (S-18) में दाखिल करना चाहिए। प्रत्येक कलीसिया को ऐसे तीन फॉर्म भेजे जाएँगे। कृपया इन्हें संपूर्णतया भरिए और मूल प्रति हमें सितम्बर ६, १९९३ तक भेज दीजिए। अपनी फाईलों के लिए एक कार्बन कॉपी रखिए। तीसरी कॉपी वर्क-शीट की तरह इस्तेमाल की जा सकती है। सचिव को वस्तु-सूची का निरीक्षण करना चाहिए, और पूर्ण रूप से भरे हुए फॉर्म को प्रिसाइडिंग ओवरसियर द्वारा जाँचना और हस्ताक्षर करना चाहिए। मौजूद पत्रिकाओं की कुल संख्या पत्रिका सेवक से प्राप्त कर सकते हैं।
▪ कलीसिया का सचिव कलीसिया विश्लेषण रिपोर्ट फॉर्म (S-10) में प्रविष्ट करने के लिए सेवा रिपोर्टों का संग्रह करेगा। रिपोर्ट का संग्रह करने में सहायता देने वाले किसी प्राचीन या सहायक सेवक को भी वह सावधानीपूर्वक अनुदेश देगा। यह कलीसिया के प्रकाशक रिकॉर्ड कार्डों (S-21) की आवश्यक जानकारी का सही सारणीकरण करना निश्चित करेगा। कलीसिया विश्लेषण रिपोर्ट फॉर्म (S-10) को सही और साफ़-सुथरे तरीके से भरा जाना चाहिए और सेवा कमेटी द्वारा सावधानीपूर्वक जाँचा जाना चाहिए।
▪ जून १, १९९३ से, एक नया सर्किट, TN-5 सर्किट, तमिल नाडू में कार्यान्वित हुआ है। उस क्षेत्र में कलीसियाओं की बढ़ौती के कारण इसकी ज़रूरत पड़ी। इसके अतिरिक्त, आँध्रप्रदेश में बढ़ती हुई कलीसियाओं के साथ, AP-2 सर्किट का भाग होने के बजाय, अंडमान द्वीपों की कलीसियाओं को दुबारा एक स्वतंत्र सर्किट बना दिया गया है। इस तरह, भारत में अब २२ सर्किट हैं, जिसमें से तीन में ‘A’ और ‘B’ विभाग हैं। इनकी देख-रेख २२ पूर्ण-समय के सर्किट ओवरसियर करते हैं।
▪ फिर से उपलब्ध प्रकाशन:
मराठी: सुरक्षित भविष्य—आप इसे कैसे पा सकते हैं। तामिल: “सिंगिङ्ग ऍन्ड अकम्पनींग यॉरसेल्वस् विद म्यूज़िक इन योर हाट्र्स्” (पुरानी गीत पुस्तक)।
▪डाक द्वारा उपलब्ध अवेक! पत्रिकाओं के मासिक भाषा संस्करणों की सूची में तेलगू भाषा को भी जोड़ दिया गया है। इस तरह अब तेलगू में अवेक! पत्रिका के लिए एक-वर्षीय अभिदान ३० रु. के चंदे पर प्राप्त किए जा सकते हैं। कलीसियाओं को M-202 का उपयोग करते हुए तेलगू अवेक! पत्रिका के लिए हमें अपना डिस्ट्रिब्यूटर आर्डर भेजना चाहिए।