लोग सर्वदा जीवित कैसे रह सकते हैं यह सिखाने के लिए उनके पास वापस जाइए
जब से सर्वदा जीवित रहना पुस्तक प्रकाशित की गई है, ११५ भाषाओं में ६ करोड़ ५० लाख प्रतियाँ प्रकाशित की गई हैं। अनेक जनों ने, जो अब यहोवा के सेवक हैं, बाइबल की मूलभूत सच्चाइयों को इस बढ़िया साधन के द्वारा सीखा था। इस और अगले महीने, हम यह बाइबल अध्ययन साधन लोगों को प्रस्तुत करेंगे, या क्षेत्र में हम लोगों से मिलेंगे जिनके पास यह पहले से ही है।
२ जिनके पास पुस्तक है उनके पास वापस जाना: कुछ प्रकाशकों ने दिलचस्पी दिखानेवाले व्यक्ति का ध्यान विषय-सूची की ओर आकर्षित करवाकर और यह पूछकर कि उन्हें कौन-सा विषय विशेष रूप से दिलचस्प लगता है अच्छे परिणाम प्राप्त किए हैं। जब गृहस्वामी ने एक विषय चुन लिया है, उसे अगली भेंट से पहले पुस्तक में उस अध्याय को पढ़ने की सलाह दीजिए।
३ जब संभव हो, हमें निर्धारित समय तय करके वापस जाना चाहिए। वापस जाने से पहले गृहस्वामी के चुने हुए अध्याय के कुछेक अनुच्छेदों की चर्चा के लिए हम तैयारी करना चाहेंगे। अगर उनकी कोई एक पसंद नहीं थी, तो हम अध्याय १ की चर्चा शुरू कर सकते हैं। कुछेक अनुच्छेदों पर ध्यान देने के बाद, हम को एक सवाल उठाना चाहिए जिस पर अगले कुछ अनुच्छेदों में विचार किया जाएगा। वह एक और पुनःभेंट के लिए एक सहायक हो सकता है, जब हम सर्वदा जीवित रहना पुस्तक का अध्ययन जारी रख सकते हैं।
४ अवश्य ही, अगर गृहस्वामी के पास सवाल हैं, तो पहले उन पर ध्यान देना अत्युत्तम है। अति संभव है कि उनके सवालों के जवाब पुस्तक में ही दिए गए हैं। यदि हम पुस्तक के विषयों से परिचित हैं, तो हम उपयुक्त अनुच्छेदों को खोलकर उसमें दी गई जानकारी को उठाए गए सवालों का जवाब देने के लिए प्रयोग कर सकते हैं।
५ जहाँ हमने ट्रैक्ट छोड़ा है उनके पास वापस जाना: हमने जब पहली बार भेंट की थी तब शायद गृहस्वामी व्यस्त था और इसीलिए हमने शांतिपूर्ण नए संसार ट्रैक्ट की एक प्रति उसके पास छोड़ी थी। जब वापस जाते हैं, हम ट्रैक्ट की शुरूआत के कुछ अनुच्छेदों की चर्चा कर सकते हैं।
जब हम पृष्ठ ३ पर पहले अनुच्छेद के अंत तक आते हैं, जहाँ भजन ३७:२९ उद्धृत किया गया है, हम शायद कहें:
▪“इस प्रकाशन आप पृथ्वी पर परादीस में सर्वदा जीवित रह सकते हैं में किन बातों पर चर्चा की गई है उनको ये शब्द विशिष्ट करते हैं। अध्याय १ के शीर्षक ‘हम क्यों विश्वास कर सकते हैं’ के नीचे अनुच्छेद ३ में दिए गए विचार पर ध्यान दीजिए। फिर हम अनुच्छेद ३ पढ़ सकते हैं, उस पर छपा हुआ सवाल पूछ सकते हैं, और इसी प्रकार अनुच्छेद ४ और ५ से आगे बढ़ सकते हैं। फिर हम कह सकते हैं: “परिस्थितियाँ परमेश्वर के उद्देश्यों के सामंजस्य से इतनी बाहर क्यों हैं? अगले कुछ अनुच्छेद इसे समझाते हैं, और मैं अगले सप्ताह इसी वक्त लौटकर इस सवाल का जवाब आपको देना चाहूँगा।” उसके बाद यहाँ हम इस पुस्तक को प्रस्तुत कर सकते हैं।
६ “सर्वदा जीवित रहना” पुस्तक को प्रस्तुत करने के लिए, हम कह सकते हैं:
▪“मुझे विश्वास है कि इस प्रकाशन की अपनी प्रति पाने में आपको ख़ुशी होगी। तब आप पहले से ही पढ़ सकते हैं और इस तरह हमारी अगली चर्चा से अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। हम इस पुस्तक को लोगों के पास २० रुपए के चंदे पर छोड़ते हैं।” (रु. ४०.०० बड़े संस्करण के लिए.)
७ वापस जाकर लोगों को सीखने में सहायता करना कि वे कैसे अनन्त काल तक जीवित रह सकते हैं एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण काम है। यीशु ने अपने अनुयायियों को अनुदेश दिया कि जो उनको सिखाया गया था औरों को सिखाएँ। हम यहोवा से अधिक मज़दूर भेजने के लिए प्रार्थना करते हैं। तो फिर, आइए हम दिलचस्पी रखनेवालों को ढूँढ़ने में और इस कटनी में सहकर्मी होने के लिए उनको सिखाने में अपना कार्य करें।—मत्ती ९:३७; २८:१९, २०.