ब्रोशरों के साथ राज्य सुसमाचार की घोषणा कीजिए
सच्चाई जानना और उन लोगों के बीच होना क्या ही आनन्द की बात है जो जोशीले रूप से सुसमाचार की घोषणा कर रहे हैं! ऐसे लोगों को, जो परमेश्वर के संगठन के बाहर हैं, राज्य सुसमाचार सुनने की अत्यन्त ज़रूरत है। हमारी समस्याएँ—उन्हें हल करने में कौन हमारी मदद करेगा?, अनन्त काल तक पृथ्वी पर जीवन का आनन्द लीजिये!, और “देख! मैं सब कुछ नया कर देता हूँ” ब्रोशरों में राज्य के बारे में सच्चाई सरलता से समझाई गयी है। वे स्पष्ट रूप से परमेश्वर के राज्य के अधीन पृथ्वी पर जीवन को चित्रित करते हैं, और वे परमेश्वर के वचन में समझायी गयी राज्य वास्तविकताओं की ओर पाठकों को निर्दिष्ट करते हैं। निश्चय ही, दिलचस्पी दिखानेवाले किसी व्यक्ति को ब्रोशर देना हमारे कार्य की महज़ शुरूआत है। (१ कुरि. ९:२३) आइए हम तत्परता से सभी वितरणों पर ज्ञान जो अनन्त जीवन की ओर ले जाता है पुस्तक से अध्ययन पेश करने के उद्देश्य से पुनःभेंट करें। हम इसे अगस्त के दौरान कैसे कर सकते हैं?
२ ब्रोशर “हमारी समस्याएँ—उन्हें हल करने में कौन हमारी मदद करेगा?” पेश करते वक़्त, आप शायद यह कहने की कोशिश करें:
◼“उन अधिकांश लोगों को जिनसे मैंने बात की है, यह एहसास है कि आज संसार में बड़ी-बड़ी समस्याएँ हैं और वे कहते हैं कि वे इन्हें सुलझा हुआ देखना चाहेंगे। [बेरोज़गारी, बढ़ता अपराध, या नशीले पदार्थों का दुरुपयोग जैसी स्थानीय समस्याओं का उल्लेख कीजिए।] ये बातें हमें अपने और अपने प्रियजनों के भविष्य के बारे में बहुत ही असुरक्षित महसूस कराती हैं। आपके विचार से क्या कभी ऐसा समय होगा जब हमारे पास इनमें से कोई भी समस्याएँ नहीं होंगी? [प्रतिक्रिया के लिए रुकिए।] शायद आपको बाइबल के अंशों को पढ़ने का अवसर मिला होगा। यदि आपको मिला है, तो क्या आपने पढ़ा है कि वह भविष्य के लिए क्या प्रतिज्ञाएँ करती है?” हमारी समस्याएँ ब्रोशर के पृष्ठ १९ और २० खोलिए, और नए संसार के बारे में वहाँ उद्धृत कुछ प्रोत्साहक शास्त्रवचनों को पढ़िए, जैसे यशायाह ३३:२४; ३५:५, ६, ७ और भजन ४६:९ या ७२:१६। ब्रोशर पेश कीजिए।
३ यदि ब्रोशर “हमारी समस्याएँ—उन्हें हल करने में कौन हमारी मदद करेगा?” दिया गया था, तो पुनःभेंट में आप यह कहने के द्वारा चर्चा शुरू कर सकते हैं:
◼“पिछली बार हमने हमारी समस्याओं को सुलझाने और एक बेहतर संसार स्थापित करने की परमेश्वर द्वारा की गयी प्रतिज्ञाओं के बारे में चर्चा की थी। जो ब्रोशर मैंने आपके पास छोड़ा था वह यह चर्चा करता है कि क्या हम बाइबल में विश्वास कर सकते हैं और हम कैसे जानते हैं कि बेहतर परिस्थितियाँ हमारे दिन में आनेवाली हैं। उदाहरण के लिए, यह दिखाता है कि हज़ारों साल पहले बाइबल ने सही-सही पूर्वबताया था कि हमारे दिन में परिस्थितियाँ कैसी होतीं और बताया कि ये बुरी परिस्थितियाँ उस चिन्ह का भाग होतीं कि विश्व-परिवर्तन सन्निकट है।” हमारी समस्याएँ ब्रोशर का पृष्ठ १२ खोलिए, और शीर्षक ‘वह चिन्ह’ के नीचे दिए गए पहले अनुच्छेद को पढ़िए। फिर कहिए: “क्या हम आज ऐसी परिस्थितियों को नहीं देखते? क्या आप जानते हैं कि ये क्या पूर्वसूचना देती हैं?” प्रतिक्रिया के लिए रुकिए। दूसरा पतरस ३:९, १३ पढ़िए। गृह बाइबल अध्ययन के ज़रिए और सीखने को प्रोत्साहित कीजिए।
४ ब्रोशर “अनन्त काल तक पृथ्वी पर जीवन का आनन्द लीजिये!” को बहुत ही संक्षिप्त प्रस्तुति के ज़रिए पेश किया जा सकता है। इसके आवरण को दिखाते हुए आप शायद कहें:
◼“मैं आपको कुछ ऐसा दिखाना चाहता हूँ जिसमें एक खूबसूरत सन्देश हैं।” पृथ्वी पर जीवन ब्रोशर खोलिए, और प्रस्तावना का पहला अनुच्छेद पढ़िए। फिर आगे कहिए: “यह इस सवाल का भी जवाब देता है [चित्र संख्या ८ के ऊपर के शीर्षक को खोलिए]: ‘क्यों मनुष्य मरता है?’ आप इस ब्रोशर में दिए गए चित्रों का अध्ययन करना और उद्धरणों को पढ़ना दिलचस्प पाएँगे। यदि आप ऐसा करना चाहते हैं, तो आप इस प्रति को प्राप्त कर सकते हैं।” यदि ब्रोशर स्वीकार किया जाता है, तो गृहस्वामी के पास एक सवाल छोड़िए जैसे: “आपके विचार से ऐसी परिस्थितियों में जीने के लिए आपको क्या करना होगा?” और कहिए कि आप इस सवाल का जवाब देने के लिए लौटेंगे।
५ जहाँ आपने “पृथ्वी पर जीवन” ब्रोशर दिया है, वहाँ पुनःभेंट करते वक़्त आप क्या कहेंगे? आप शायद इस प्रस्तावना को आज़मा सकते हैं:
◼पृथ्वी पर जीवन ब्रोशर की चित्र संख्या ४९ दिखाइए और पूछिए, “क्या यह एक खूबसूरत चित्र नहीं है? [प्रतिक्रिया के लिए रुकिए।] यह उस ब्रोशर में है जिसे मैंने आपके पास पिछली भेंट में छोड़ा था। मैं आपसे अगले पन्ने पर दिए गए सवाल को पूछना चाहूँगा।” चित्र संख्या ५० खोलिए और सवाल पढ़िए: “‘क्या आप उस सुन्दर परादीस में सर्वदा जीवित रहना चाहते हैं?’ [प्रतिक्रिया के लिए रुकिए।] यदि यह आपकी इच्छा है, तो ध्यान दीजिए कि आपको क्या करना है, इस बारे में यह क्या कहता है: ‘तब इस विषय में कि परमेश्वर क्या कहता है, ज़्यादा ज्ञान प्राप्त कीजिए।’ [यूहन्ना १७:३ पढ़िए।] मुझे आपके साथ निःशुल्क बाइबल का अध्ययन करने में ख़ुशी होगी। क्या आप इसे पसन्द करेंगे?” लौटने का निश्चित प्रबन्ध कीजिए।
६ ब्रोशर “देख! मैं सब कुछ नया कर देता हूँ” को पेश करते वक़्त, आप शायद पूरे आवरण चित्र को दिखाते हुए शुरू करें और पूछें:
◼“आपके विचार से पूरी पृथ्वी को इस प्रकार दिखनेलायक बनाने के लिए किस चीज़ की ज़रूरत है?” प्रतिक्रिया के लिए रुकिए। चित्र के कुछ पहलुओं का वर्णन कीजिए जो पृष्ठ ३ में बताए गए हैं। फिर कहिए: “अधिकांश लोग महसूस करते हैं कि इस प्रकार का संसार बनाना असम्भव है। लेकिन परमेश्वर के लिए ऐसा करना असम्भव नहीं है। [अनुच्छेद ४३ के मुद्दों को बताइए; फिर यशायाह ९:६, ७ पढ़िए।] परमेश्वर ने एक ऐसा नया संसार लाने की प्रतिज्ञा की है जिसमें सभी जातियों के लोग एक बढ़िया परादीस का आनन्द उठाएँगे। मैं चाहूँगा कि आप यह ब्रोशर पढ़ें। यह दिखाएगा कि कैसे आप और आपका परिवार परमेश्वर के बनाए हुए अद्भुत भविष्य का आनन्द उठा सकते हैं।”
७ पुनःभेंट पर, आप “देख!” ब्रोशर का इस्तेमाल यह समझाने के लिए कर सकते हैं कि बाइबल के बारे में और अधिक सीखने की क्यों ज़रूरत है। शायद फिर से आवरण दिखाइए और कहिए:
◼“जब मैंने पहले आपको यह चित्र दिखाया था, हम सहमत हुए थे कि हम ऐसे बढ़िया संसार में जीना बहुत पसन्द करेंगे। इसे सम्भव करने के लिए, हम सभी को कुछ करने की ज़रूरत है।” “देख!” ब्रोशर का अनुच्छेद ५२ खोलिए; अनुच्छेद और यूहन्ना १७:३ पर दिया गया शास्त्रवचन पढ़िए। जानकारी को उचित बाइबल शिक्षण के बारे में अनुच्छेद ५३ पर दिए गए दृष्टान्त के साथ जोड़िए, और फिर समझाइए कि यहोवा के साक्षी घर पर निःशुल्क ऐसा निर्देशन प्रस्तुत करते हैं। ज्ञान पुस्तक का इस्तेमाल करते हुए हमारे अध्ययन तरीक़े को प्रदर्शित करने का प्रस्ताव रखिए।
८ यदि आप अन्य ब्रोशरों को इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आप ऊपर सुझायी गयी प्रस्तुतियों को नमूनों के तौर पर इस्तेमाल करते हुए ख़ुद की प्रस्तुतियाँ तैयार कर सकते हैं। जहाँ भी दिलचस्पी दिखायी जाती है, वहाँ गृहस्वामी का नाम व पता और चर्चा किए गए विषय को नोट करने का निश्चय कीजिए ताकि पुनःभेंट पर आप एक फलदायी चर्चा कर सकते हैं। अच्छी तरह से तैयारी कीजिए और राज्य सुसमाचार की घोषणा करते वक़्त यहोवा की आशीष माँगिए।