ईश्वरशासित सेवकाई स्कूल पुनर्विचार
ईश्वरशासित सेवकाई स्कूल की कार्य-नियुक्तियों में मई ६ से अगस्त १९, १९९६ के सप्ताहों में चर्चा किए गए विषय का बंद-पुस्तक पुनर्विचार। नियत समय में जितने सवालों के जवाब आप दे सकते हैं, उनको लिखने के लिए एक अलग काग़ज़ का प्रयोग कीजिए।
[सूचना: लिखित पुनर्विचार के दौरान, किसी भी सवाल का जवाब देने के लिए, सिर्फ़ बाइबल इस्तेमाल की जा सकती है। सवालों के बाद दिए गए हवाले आपकी व्यक्तिगत खोज के लिए हैं। द वॉचटावर और प्रहरीदुर्ग के हवालों में शायद हर जगह पृष्ठ और अनुच्छेद क्रमांक नहीं दिए गए हों।]
प्रत्येक निम्नलिखित कथन को सही या ग़लत चिन्हित कीजिए:
१. यीशु के एक बलिदान ने मूसा की व्यवस्था के अधीन चढ़ाए गए सभी बलिदानों को प्रतिस्थापित कर दिया। [uw पृ. ३३ अनु. ८(४)]
२. ‘मागोग देश का गोग’ इस संसार की सरकारों का लाक्षणिक उल्लेख है। (यहे. ३८:२) [साप्ताहिक बाइबल पठन; w९१ ८/१५ पृ. २७ अनु. २ देखिए।]
३. जैसे ओहोला ओहोलीबा की बड़ी बहन थी, जैसा कि यहेजकेल अध्याय २३ में चित्रित किया गया है, वैसे ही रोमन कैथोलिकवाद प्रोटॆस्टॆंटवाद की बड़ी बहन है, और दोनों संगठनों ने संसार की व्यापारिक और राजनीतिक शक्तियों के साथ आध्यात्मिक व्यभिचार करने के द्वारा अपने आपको दूषित कर लिया है। [साप्ताहिक बाइबल पठन; w८९ ४/१ ३० देखिए।]
४. संत बनने के लिए व्यक्ति को मरना ज़रूरी है। [rs पृ. ३५३ अनु. १]
५. यह तथ्य कि बाइबल स्वयं अपनी व्याख्या देती है इससे देखा जा सकता है कि किस प्रकार प्रकाशितवाक्य २१:८ शैतान के ‘आग और गन्धक की झील’ में डाले जाने के अर्थ को स्पष्ट करता है, जैसे प्रकाशितवाक्य २०:१० में वर्णित है। [rs पृ. ३६५ अनु. ४]
६. याकूब ४:१७ और यहेजकेल ३३:७-९ में सामंजस्य है, जो दिखाता है कि परमेश्वर हमसे जो माँग करता है उसका ज्ञान ही हमें उसके सामने उत्तरदायी बनाता है। [साप्ताहिक बाइबल पठन; w९३ ४/१ पृ. ७ अनु. १ देखिए।]
७. राजा नबूकदनेस्सर द्वारा स्वप्न मूर्ति का वर्णन किए जाने के बाद उसका अर्थ समझाने के द्वारा दानिय्येल ने अपने आपको सच्चा भविष्यवक्ता साबित किया। [साप्ताहिक बाइबल पठन; दानिय्येल २:७-९, २६ देखिए।]
८. यहेजकेल ४७:१ में वर्णित दिव्य-दर्शन मन्दिर से जो जल बहता है वह बपतिस्मे की शोधक शक्ति को चित्रित करता है। [साप्ताहिक बाइबल पठन; w-HI८८ ११/१ पृ. २७ अनु. २० देखिए।]
९. ऐसे किसी भी व्यक्ति को ना कहने से कभी मत डरिए जो ‘थोड़ा मज़ा करने’ के लिए आपसे आग्रह करता है, चाहे वह आमंत्रण एक ऐसे व्यक्ति से आता है जो मसीही होने का दावा करता है। (२ पत. २:१८, १९) [uw पृ. ४३ अनु. ११]
१०. परमेश्वर ने इब्लीस को सृजा। [rs पृ. ३६३ अनु. २]
निम्नलिखित सवालों के जवाब दीजिए:
११. इसहाक को बलि चढ़ाने के इब्राहीम के प्रयास से हमें क्या समझने में मदद मिलनी चाहिए? (उत्प. २२:१-१८) [uw पृ. ३२ अनु. ८(१)]
१२. यह क्यों कहा जा सकता है कि जो कार्य-नियुक्ति यहोवा परमेश्वर ने आदम और हव्वा को दी वह एक नियम था? (उत्प. १:२८; २:१५) [uw पृ. ३८ अनु. २]
१३. किस रीति से यहोवा के अभिषिक्त साक्षियों और उनके साथियों को यहेजकेल की तरह होना चाहिए? (यहे. ११:२५) [साप्ताहिक बाइबल पठन; w-HI८८ ११/१ पृ. १६ अनु. ३ देखिए।]
१४. सर्प के वंश में कौन सम्मिलित हैं? [uw पृ. ३० अनु. ३]
१५. यहोवा पर झूठ बोलने का आरोप लगाने के साथ-साथ, शैतान ने क्या दावा किया कि परमेश्वर अपनी सृष्टि को किस चीज़ से वंचित रख रहा था? (उत्प. ३:१-५) [uw पृ. ४६ अनु. १]
१६. परमेश्वरीय नाम, यहोवा का क्या अर्थ है? [kl-HI पृ. २५ अनु. ७]
१७. कौन-से दो तरीक़ों से कहा जा सकता है कि आदम और हव्वा “उसी दिन” मर गए जिस दिन उन्होंने भले और बुरे के ज्ञान के वृक्ष से खाया? (उत्प. २:१७) [uw पृ. ५६ अनु. ५]
१८. किस प्रकार २ थिस्सलुनीकियों १:९ और प्रकाशितवाक्य २१:८ स्पष्ट रूप से दिखाते हैं कि सभी का उद्धार एक झूठी शिक्षा है? [rs पृ. ३५८ अनु. १-३]
१९. किस भविष्यवक्ता ने पृथ्वी का उल्लेख एक “घेरे” के रूप में किया, और यह शास्त्र में कहाँ लिखा है? [kl-HI पृ. १७ अनु. १४]
२०. इब्लीस अस्तित्त्व में है इसके प्रमाण का मुख्य स्रोत क्या है, हमारे पास किसकी अभियोग-रहित प्रत्यक्ष साक्षी है, और किस रीति से संसार में व्याप्त दुष्टता हमें शैतान के अस्तित्त्व के बारे में विश्वस्त करती है? [rs पृ. ३६१ अनु. ३, ४]
प्रत्येक निम्नलिखित कथन को पूरा करने के लिए आवश्यक शब्द या वाक्यांश दीजिए:
२१. यहेजकेल २१:२६ की पूर्ति में, _________________________ में नष्ट किए जाने के द्वारा _________________________ का “ऊंचा” राज्य ‘नीचा किया गया,’ और ‘नीचे’ _________________________ राज्य ‘ऊंचे किए गए,’ उन्हें परमेश्वर के रूपक _________________________ द्वारा हस्तक्षेप के बिना पृथ्वी पर नियंत्रण दिया गया। [साप्ताहिक बाइबल पठन; w-HI८८ ११/१ पृ. १९ अनु. १६ देखिए।]
२२. _________________________ की पुस्तक का एक भाग असल में पहले से लिखा गया _________________________ है, जो शताब्दियों के दौरान महान राजवंशों के बीच शक्ति के लिए संघर्ष पर ध्यान केंद्रित करता है। [si पृ. १३८ अनु. १]
२३. यहेजकेल ३४:२३ में अभिव्यक्ति “मेरा दास दाऊद” _________________________ की मृत्यु के बहुत समय बाद लिखी गयी थी; यह एक भविष्यसूचक कथन है और _________________________ को सूचित करता है। [si पृ. १३७ अनु. ३१]
२४. निर्गमन ३४:७ उल्लेख करता है कि एक _________________________ के रूप में इस्राएलियों का क्या होता यदि वे परमेश्वर के विरुद्ध पाप करते और बन्धुवाई में ले जाए जाते, जबकि यहेजकेल १८:४ परमेश्वर के सामने _________________________ उत्तरदायित्व का उल्लेख करता है। [साप्ताहिक बाइबल पठन; w-HI८९ २/१ पृ. ५ देखिए।]
२५. बाइबल पढ़ते समय, अपने आपसे यह पूछना अच्छा है कि आप जो पढ़ रहे हैं उसका आप _________________________ अनुप्रयोग कैसे कर सकते हैं और जो आप पढ़ते हैं उसका प्रयोग _________________________ की मदद करने के लिए कैसे कर सकते हैं। [uw पृ. २६ अनु. १२(४) और पृ. २८ अनु. १२(५)]
प्रत्येक निम्नलिखित कथन में सही जवाब चुनिए:
२६. एक मसीही के जीवन में मुख्य चिन्ता है (कलीसिया में विशेषाधिकार पाना; अरमगिदोन से बचना; यहोवा के साथ एक अच्छा सम्बन्ध रखना)। [uw पृ. ४२ अनु. ९]
२७. अनेक लोग यह स्वीकार करने से इनकार करते हैं कि जीवन में हम शायद जिन समस्याओं का सामना करते हैं अकसर उनका कारण हैं (वे लोग जो हमें चोट पहुँचाने पर उतारू हैं; समय और अप्रत्याशित परिस्थितियाँ; हमारी अपनी पापमय अभिलाषाएँ और बुरी संगति)। (१ कुरि. १५:३३; याकू. १:१४, १५) [uw पृ. ४४ अनु. १३]
२८. हमारा (ज्ञान; सिखाने की क्षमता; आचरण) दिखाता है कि उस सर्वोच्च वाद-विषय के सम्बन्ध में हमारी स्थिति क्या है जिसमें परमेश्वर के प्रति हमारी निष्ठा सम्मिलित है। [uw पृ. ५२ अनु. १२]
२९. (कूस्रू; नेबोनाइडस; नबूकदनेस्सर) के पहलौठे पुत्र, बेलशस्सर का उल्लेख बाइबल वृत्तान्त में केवल (यहेजकेल; दानिय्येल; यशायाह) द्वारा किया गया है, और पुरातात्विक प्रमाण इस वृत्तान्त की ऐतिहासिकता से सहमत है। [it-1 पृ. २८२ अनु. ११]
३०. वह जंगली पशु जो अपनी शक्ति शैतान से प्राप्त करता है (ऎंग्लो-अमरीकी विश्व शक्ति है; संयुक्त राष्ट्र है; शासकत्व की विश्वव्यापी राजनीतिक व्यवस्था है)। (प्रका. १३:१, २) [rs पृ. ३६४ अनु. २-पृ. ३६५ अनु. २]
निम्नलिखित शास्त्रवचनों का नीचे सूचीबद्ध कथनों के साथ सुमेल कीजिए: भज. ७८:४०, ४१; यशा. ५५:१०, ११; यहे. १८:२५; दानि. १:८, ११-१३; प्रेरि. ८:३२-३८;
३१. सच्चाई के लिए और बाइबल भविष्यवाणियों की पूर्ति में यीशु मसीह ने जो किया है उसके लिए मूल्यांकन सत्हृदयी लोगों को बपतिस्मा लेने के लिए प्रेरित करता है। [uw पृ. ३२ अनु. ७]
३२. युवा मसीहियों को आदरपूर्वक अधिकारियों और संगी विद्यार्थियों को यह बताने से नहीं झिझकना चाहिए कि वे अपने ईश्वरीय रूप से प्रशिक्षित अंतःकरण का उल्लंघन नहीं करेंगे। [साप्ताहिक बाइबल पठन; w९२ ११/१ पृ. १४ अनु. १७ देखिए।]
३३. मानवजाति और पृथ्वी के लिए परमेश्वर का मूल उद्देश्य पूरा होगा। [kl-HI पृ. ९ अनु. १०]
३४. सच्चे मसीहियों को यहोवा के मार्गों के अनुसार अपनी सोच को बदलने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए, और हमें कभी यह नहीं महसूस करना चाहिए कि उचित शास्त्रीय सलाह हम पर लागू नहीं होती और इसलिए उसकी उपेक्षा करें। [साप्ताहिक बाइबल पठन; w९० ११/१ पृ. ३१ देखिए।]
३५. परमेश्वर की भावनाएँ हैं, और हमारे चुनावों से उसको फ़र्क़ पड़ता है। [kl-HI पृ. १४ अनु. ८]