फरवरी के लिए सेवा सभाएँ
फरवरी २ से आरंभ होनेवाला सप्ताह
गीत १६६
१० मि: स्थानीय घोषणाएँ। हमारी राज्य सेवकाई से चुनिंदा घोषणाएँ।
१५ मि: “यहोवा के साक्षी—सच्चे सुसमाचार-प्रचारक।” सवाल और जवाब। दिसंबर १, १९९२, प्रहरीदुर्ग के पृष्ठ १२ पर दिया गया बक्स देखिए।
२० मि: “सभी प्यासे लोगों को आमंत्रण दीजिए।” लेख की चर्चा कीजिए और बताइए कि सुझायी गयी प्रस्तुतियाँ कैसे रुचि जगाने व सुननेवालों को प्रेरित करने की मंशा से बनायी गयी हैं। एक वयस्क से अनुच्छेद २-३ या ४-५ प्रदर्शित करवाइए और एक युवा से अनुच्छेद ६ प्रदर्शित करवाइए।
गीत २०८ और समाप्ति प्रार्थना।
फरवरी ९ से आरंभ होनेवाला सप्ताह
गीत ९६
१० मि: स्थानीय घोषणाएँ। लेखा रिपोर्ट। “नया ख़ास सम्मेलन दिन कार्यक्रम” पर चर्चा कीजिए।
१५ मि: स्थानीय ज़रूरतें।
२० मि: “सभी भाषाओं व धर्मों के लोगों को साक्षी देना।” (अनुच्छेद १-८) सवाल और जवाब। आपके इलाक़े में स्थानीय भाषा के अलावा, अनेक लोग और कौन-सी भाषा बोलते हैं इसकी सूचि दीजिए, और उन्हीं भाषाओं में कलीसिया के पास स्टॉक में कौन-कौन-से साहित्य हैं, उन्हें दिखाइए। जैसे अनुच्छेद ८ में वर्णित किया गया है, पुस्तिका सभी जातियों के लिए सुसमाचार (अंग्रेज़ी) के इस्तेमाल को प्रदर्शित करवाइए।
गीत २२० और समाप्ति प्रार्थना।
फरवरी १६ से आरंभ होनेवाला सप्ताह
गीत ७५
५ मि: स्थानीय घोषणाएँ।
१२ मि: आपके लिए कलीसिया सभाओं में हाज़िर होने की ज़रूरत क्यों है। प्राचीन अगस्त १५, १९९३, प्रहरीदुर्ग (अंग्रेज़ी) पृष्ठ ८-११ के मुख्य मुद्दे पर चर्चा करता है और सभी सभाओं में नियमित उपस्थिति की अहमियत पर ज़ोर देता है।
१८ मि: “सभी भाषाओं व धर्मों के लोगों को साक्षी देना।” (अनुच्छेद ९-२४) सवाल और जवाब। अनुभवी प्रकाशकों से यह प्रदर्शित करवाइए कि किसी हिंदू, किसी मुसलमान, और किसी बौद्ध या यहूदी को—आपके क्षेत्र में जो भी सबसे ज़्यादा हों—प्रारंभिक साक्षी कैसे दी जाती है।
१० मि: “यहोवा मेरा सहायक है।” एक प्राचीन द्वारा स्नेहिल, प्रोत्साहक भाषण।
गीत १५ और समाप्ति प्रार्थना।
फरवरी २३ से आरंभ होनेवाला सप्ताह
गीत ४
१० मि: स्थानीय घोषणाएँ। मार्च के लिए साहित्य भेंट पर पुनर्विचार कीजिए। मार्च १९९६ की हमारी राज्य सेवकाई, पृष्ठ ४ से मुद्दों का इस्तेमाल करते हुए ज्ञान पुस्तक को प्रस्तुत करने के एकाध तरीक़े बताइए। गृह बाइबल अध्ययन शुरू करने के लक्ष्य पर ज़ोर दीजिए।
१५ मि: “यदि यह कारगर है, तो इस्तेमाल कीजिए!” सवाल और जवाब। श्रोताओं में से एक या दो अनुभवी प्रकाशकों को संक्षिप्त में ऐसी प्रस्तुतियों के बारे में टिप्पणी करने के लिए कहिए, जिनकी सरलता व उनसे मिले नतीजों के कारण उन्होंने इनके इस्तेमाल को जारी रखा है। फिर कुछ लोगों से, हमारी राज्य सेवकाई में हाल ही में सुझायी गयी प्रस्तावनाओं के बारे में टिप्पणी करने के लिए कहिए जो उनके लिए कारगर साबित हुई हैं।
२० मि: अपनी प्रस्तुतियों का अभ्यास कीजिए। स्कूल गाइडबुक (अंग्रेज़ी), पृष्ठ ९८-९, अनुच्छेद ८-९ पर आधारित छोटा भाषण। अपनी प्रस्तुतियों को जाँचने तथा और प्रभावकारी होने के तरीक़ों की ताक में रहने की ज़रूरत पर ज़ोर दीजिए। दो बहनों से प्रदर्शित करवाइए कि उन्होंने दरवाज़े पर जो किया था, उसे वे कैसे जाँचती हैं, और चर्चा करती हैं कि सुधार कैसे किया जाए। अगली बार जिस प्रस्तुति को वे आज़माने की योजना बनाती हैं, वे संक्षिप्त में उसका अभ्यास भी करती हैं। अध्यक्ष समाप्ति में सभी को जाँच करने और अपनी-अपनी प्रस्तुतियों का अभ्यास करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
गीत १०३ और समाप्ति प्रार्थना।