कार्य पूरा करने के लिए हम सभी की ज़रूरत है
यीशु मसीह के हर चेले को यह समझना चाहिए कि राज्य प्रचार कार्य में सहयोग देने और हिस्सा लेने की उनकी कोशिशें बड़ी अहमियत रखती हैं। यीशु जानता था कि उसके चेले राज्य के फल अलग-अलग मात्रा में उत्पन्न करेंगे। (मत्ती १३:२३) हालाँकि कई मेहनती पायनियर ज़्यादातर प्रचार का काम कर रहे हैं लेकिन हरेक व्यक्ति प्रशंसा के योग्य है जो अपनी सामर्थ्य के अनुसार फल उत्पन्न करके बड़ी उत्सुकता से परमेश्वर की लगातार महिमा कर रहा है।—यूह. १५:८.
२ मिलकर प्रयास करने से अधिक हासिल होता है: यीशु ने पूर्वबताया कि उसने स्वयं जो काम किया उससे अधिक काम उसके चेले मिलकर कर पाएँगे। (यूह. १४:१२) चाहे हमारी व्यक्तिगत परिस्थिति हमें उतना न करने दे जितना कि हम कर सकते हैं, या फिर राज्य प्रचार के काम में अधिक करने का मौका दे, लेकिन कार्य पूरा हो इसके लिए हम सभी की ज़रूरत है। यह बिलकुल वैसा है, जैसा पौलुस ने कहा: “सारी देह हर एक जोड़ की सहायता से एक साथ मिलकर, और एक साथ गठकर उस प्रभाव के अनुसार जो हर एक भाग के परिमाण से उस में होता है, अपने आप को बढ़ाती है।”—इफि. ४:१६.
३ कुछ लोग शायद सोचें कि उनका प्रयास कुछ खास योग नहीं देता। लेकिन यहोवा की नज़रों में तन-मन से उसके लिए की गई सेवा महत्त्वपूर्ण है। हर काम जो हम उसके लिए करते हैं, मूल्यवान है और उसकी कदर की जाती है।—लूका २१:१-४ से तुलना कीजिए।
४ इस कार्य में सहयोग देते रहिए: हम सबके पास इस विश्वव्यापी कार्य में भौतिक रूप से सहायता देने का विशेषाधिकार है। कुछ लोग राज्य के काम में शारीरिक श्रम द्वारा भी मदद दे सकते हैं। हर व्यक्ति पहले से अच्छी तैयारी कर सभाओं में टिप्पणियाँ देने और ईश्वरशासित सेवकाई स्कूल में भाग लेने की कोशिश कर सकता है। दूसरों को प्रोत्साहित करने के मौके ढूँढ़कर हम कलीसिया की आध्यात्मिकता बढ़ाने में कीमती योग देते हैं और यह कलीसिया को सौंपे गए कार्य को पूरा करने के लिए कलीसिया की काबिलीयत बढ़ाता है।
५ जी हाँ, कार्य पूरा करने के लिए हम सभी की ज़रूरत है। किसी को यह नहीं महसूस करना चाहिए कि इस काम में उसकी ज़रूरत नहीं। यहोवा की सेवा करने में हम सबके प्रयास, कम या ज़्यादा, परमेश्वर के एकमात्र सच्चे सेवकों के तौर पर हमारी पहचान कराते हैं। (मला. ३:१८) हम सभी यहोवा का सम्मान करने में एक अर्थपूर्ण भाग अदा कर सकते हैं। दूसरों को उसका ज्ञान देने से और उसकी सेवा करने में मदद देकर भी हम एक अहम भूमिका निभा सकते हैं।