हम और भी बड़े काम कर सकते हैं
यीशु मसीह की सेवकाई की खासियत थी उसके बड़े-बड़े काम। उसने चमत्कार करके हज़ारों को खिलाया, अनेक लोगों को चंगा किया और कुछ को फिर से ज़िंदगी दी। (मत्ती ८:१-१७; १४:१४-२१; यूह. ११:३८-४४) उसके काम ने पूरे देश में धूम मचा दी थी। फिर भी, मरने से पहले अपनी आखिरी शाम को उसने अपने वफादार चेलों से कहा: “जो मुझ पर विश्वास रखता है, ये काम जो मैं करता हूं वह भी करेगा, बरन इन से भी बड़े काम करेगा।” (यूह. १४:१२) हम और भी “बड़े” काम कैसे कर सकते हैं?
२ ज़्यादा क्षेत्रों में काम करने के द्वारा: यीशु का काम केवल पलिश्तीन तक ही सीमित था जबकि उसके चेलों को उस वक्त “पृथ्वी की छोर तक” गवाही देने के लिए कहा गया था, जो कि यीशु के प्रचार के क्षेत्र से कहीं ज़्यादा बड़ा था। (प्रेरि. १:८) जो प्रचार काम उसने शुरू किया था, वह अब सारी पृथ्वी पर फैल चुका है और २३२ देशों में किया जा रहा है। (मत्ती २४:१४) क्या आप अपनी कलीसिया के क्षेत्र में हो रहे प्रचार काम में पूरा हिस्सा ले रहे हैं?
३ ज़्यादा लोगों तक पहुँचने के द्वारा: यीशु के बाद प्रचार काम को जारी रखनेवाले चेलों की गिनती बहुत कम थी। फिर भी सा.यु. ३३, पिन्तेकुस्त के दिन उनकी जोशीली गवाही की वज़ह से करीब तीन हज़ार लोगों ने सच्चाई को स्वीकार किया और बपतिस्मा लिया। (प्रेरि. २:१-११, ३७-४१) “अनन्त जीवन के लिये ठहराए गए” लोगों का इकट्ठा किया जाना हमारे दिनों तक जारी है और हम एक दिन में औसतन १,००० से भी ज़्यादा लोगों को बपतिस्मा दे रहे हैं। (प्रेरि. १३:४८) अच्छे दिल के लोग चाहे जहाँ भी मिलें, उन तक पहुँचने के लिए और दिलचस्पी दिखानेवालों को जल्द-से-जल्द दोबारा मिलने के लिए क्या आप पूरी कोशिश कर रहे हैं?
४ सालोंसाल प्रचार करने के द्वारा: यीशु ने सिर्फ साढ़े तीन साल तक पृथ्वी पर सेवकाई की थी। हममें से ज़्यादातर लोग इससे ज़्यादा समय से प्रचार कर रहे हैं। इस काम को और कितने समय तक जारी रखना है इस बात की परवाह किये बिना, हम हर नए चेले को जीवन के रास्ते पर ले चलने में खुशी महसूस करते हैं। (मत्ती ७:१४) क्या आप हर महीने प्रभु के काम में और भी बढ़ते जा रहे हैं?—१ कुरि. १५:५८.
५ यीशु के सच्चे चेले होने के नाते, हम यकीन रख सकते हैं कि उसकी मदद से हम इनसे भी बड़े काम करेंगे।—मत्ती २८:१९, २०.