घोषणाएँ
◼ साहित्य पेशकश मार्च: ज्ञान जो अनन्त जीवन की ओर जे जाता है। बाइबल स्टडी शुरू करने के लिए खास कोशिश की जाएगी। अप्रैल और मई: प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! के लिए अभिदान। दिलचस्पी दिखानेवालों के लिए माँग ब्रोशर तैयार रखिए और बाइबल स्टडी शुरू करने की कोशिश कीजिए। जून: ज्ञान जो अनन्त जीवन की ओर ले जाता है।
◼ अप्रैल और मई में जो प्रकाशक सहयोगी पायनियर कार्य करना चाहते हैं, उन्हें अभी से सारी योजनाएँ बना लेनी चाहिए और जल्द-से-जल्द फार्म भर देना चाहिए। इससे प्राचीनों को मदद मिलेगी कि वे क्षेत्र-सेवा के लिए और काफी मात्रा में पत्रिकाओं और दूसरे साहित्य के लिए अच्छा प्रबंध कर सकें। जिन्हें सहयोगी पायनियर कार्य करने की अनुमति मिली है, उनके नाम कलीसिया में घोषित किए जाने चाहिए।
◼ प्रिसाइडिंग ओवरसियर या उसके द्वारा नियुक्त किसी भाई को कलीसिया की लेखा-परिक्षा मार्च १ या उसके बाद जल्द-से-जल्द करनी चाहिए। ऐसा किए जाने पर अगली अकाउंट्स रिपोर्ट पढ़े जाने के बाद इसकी घोषणा कीजिए।
◼ स्मारक अप्रैल १, १९९९ गुरुवार के दिन मनाया जाएगा। अगर आपकी कलीसिया में आमतौर पर गुरुवार के दिन सभाएँ होती हैं तो राज्यगृह उपलब्ध होने पर ये सभाएँ उस हफ्ते में किसी और दिन संचालित की जा सकती हैं। अगर यह संभव नहीं है और आप सेवा-सभा संचालित नहीं कर पाएँगे तो जो भाग खासकर आपकी कलीसिया के लिए उपयोगी हैं उन्हें अपनी दूसरी सेवा-सभा के दौरान संचालित कर सकते हैं।
◼ कलीसिया के साथ संगति करनेवालों को प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! के अपने निजी अभिदान साथ ही सभी नए और नवीकरण अभिदानों को भी कलीसिया के ज़रिए भेजने चाहिए।
◼ व्यक्तिगत प्रकाशकों द्वारा किए गए साहित्य के लिए निवेदनों को संस्था स्वीकार नहीं करती। संस्था को कलीसिया का मासिक साहित्य निवेदन भेजने से पहले प्रिसाइडिंग ओवरसियर को हर महीने एक घोषणा करवानी चाहिए ताकि जो अपने लिए साहित्य माँगवाना चाहते हैं वे साहित्य सँभालनेवाले भाई से बात कर सकें। कृपया ध्यान में रखिए कि कौन-से प्रकाशन विशेष-निवेदन सामग्री हैं।
◼ फरवरी १९९९ की प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! से शुरू होकर अब ये पत्रिकाएँ रंगीन होंगी।
◼ अप्रैल १, १९९९ के अंक से प्रहरीदुर्ग का पंजाबी संस्करण अर्ध-मासिक होगा।
◼ जैसा कलीसियाओं को पहले भी बताया गया था, नीचे दी गई नई कीमतें जनवरी १, १९९९ से लागू हो गई हैं: