मार्च के लिए सेवा सभाएँ
मार्च १ से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत ३३
८ मि: स्थानीय घोषणाएँ। हमारी राज्य सेवकाई से चुनिंदा घोषणाएँ।
१७ मि: “दुनिया भर में मसीह की मौत की यादगार मनाना।” सवाल और जवाब। फरवरी १, १९९७ की प्रहरीदुर्ग के पेज ११-१२, अनुच्छेद १०-१४ से कुछ बातें बताइए। समझाइए कि कैसे यहोवा ने अपने प्यार की वज़ह से हमारे लिए छुड़ौती का इंतज़ाम किया है।
२० मि: अप्रैल और मई में सहयोगी पायनियर कार्य करने की खास वज़ह। सर्विस ओवरसियर यह भाषण देगा और साथ ही सुननेवालों के साथ चर्चा करेगा। वह सभी से आग्रह करता है कि वे सहयोगी पायनियर कार्य करने के बारे में गंभीरतापूर्वक विचार करें। रेग्युलर और सहयोगी पायनियर कार्य के घंटों की माँगों में हुए फेरबदल के बारे में बताइए, जो जनवरी १९९९ की हमारी राज्य सेवकाई के पेज ३ पर दिया गया है। घंटों की माँग को कम करने की इस फेरबदल से और भी अधिक लोगों को पूर्ण-समय की सेवा करने का सुअवसर मिलना चाहिए। समझाइए कि कैसे मसीह के बलिदान के लिए हमारी कदरदानी, जी-जान से दूसरों को प्रचार करने के लिए हमें विवश करती है। (२ कुरि. ५:१४, १५) इस साल का यादगार समारोह अप्रैल की पहली तारीख को पड़ता है। हम सभी राज्य प्रकाशकों को प्रोत्साहन देनेवाला यह क्या ही बढ़िया कारण है कि हम सभी यह पूरा महीना और ज़्यादा सेवा करने में लगा दें! फरवरी १९९७ और मार्च १९९८ की हमारी राज्य सेवकाई के उस इंसर्ट में से कुछ खास बातें बताइए जो सहयोगी पायनियर कार्य के बारे में बात करता है। तालिका का जो नमूना दिया गया है उसे लागू करने के तरीके बताइए। क्षेत्र-सेवा के लिए कलीसिया के प्रबंध के बारे में बताइए ताकि प्रचार काम में दूसरों के साथ काम करने का सबको भरपूर मौका मिल सके। प्रकाशकों को प्रोत्साहित कीजिए कि सभा खत्म होने के बाद सहयोगी पायनियर कार्य करने का अप्लिकेशन फार्म ले लें।
गीत ४४ और समाप्ति प्रार्थना।
मार्च ८ से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत ५२
१० मि: स्थानीय घोषणाएँ। अकाउंट्स रिपोर्ट।
२० मि: “लोगों को आने के लिए बुलावा दीजिए” सवाल और जवाब। इस बात पर ज़ोर दीजिए कि हमेशा नई-नई दिलचस्पी दिखानेवालों को कलीसिया की सभाओं में आने के लिए प्रोत्साहन देना ज़रूरी है। दिलचस्पी दिखानेवाले व्यक्ति के साथ एक चर्चा का प्रदर्शन करवाइए और विषय ज्ञान किताब के पेज १५९, अनुच्छेद २० और पेज १६१-३, अनुच्छेद ५-८ से लीजिए। सभी को प्रोत्साहित कीजिए कि वे अपनी तरफ से विशेष प्रयास करें ताकि अप्रैल १, स्मारक के दिन अपने बाइबल विद्यार्थियों की और दिलचस्पी दिखानेवाले दूसरे लोगों की उपस्थित होने में मदद कर सकें। निमंत्रण पत्र की एक कॉपी दिखाइए और उसे असरदार तरीके से इस्तेमाल करने का तरीका बताइए। सभी को इसी हफ्ते से स्मारक निमंत्रण पत्र बाँटने शुरू कर देने चाहिए।
१५ मि: “कलीसिया की सभाओं में—पूरी तरह हिस्सा लेने के लिए परिवार के सदस्य कैसे सहयोग देते हैं।” एक परिवार के सदस्यों के बीच आपस में चर्चा। जब वे इस लेख के मुख्य मुद्दों पर टिप्पणी करते हैं तो वे यह चर्चा करते हैं कि पूरा परिवार मिलकर सभाओं के लिए तैयारी कैसे कर सकता है। वे ऐसे कुछ तरीकों के बारे में चर्चा करते हैं कि कैसे वे सभाओं में भाग लेने में एक-दूसरे कि मदद कर सकते हैं और क्या किया जा सकता है ताकि परिवार वक्त पर सभाओं में पहुँच सके।
गीत ६२ और समाप्ति प्रार्थना।
मार्च १५ से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत ५६
१० मि: स्थानीय घोषणाएँ।
१५ मि: “सहायक सेवक अनमोल सेवा करते हैं।” एक योग्य सहायक सेवक द्वारा भाषण। अपनी सेवकाई (अंग्रेज़ी) किताब के पेज ५७-९ पर दिए मुख्य मुद्दों की चर्चा कीजिए। बताइए कि आपकी कलीसिया की मदद करने के लिए सहायक सेवकों को कैसे इस्तेमाल किया जा रहा है।
२० मि: १९९९ इयरबुक का आनंद लेना। पति और पत्नि के बीच चर्चा। पति समझाता है कि इयरबुक सन् १९२७ में पहली बार एक किताब के रूप में छापी गई थी। और पिछले ७० सालों से भी ज़्यादा समय से इसमें यहोवा के साक्षियों की विश्वव्यापी रिपोर्ट दी जा रही है। वे “१९९८ कुल संख्या” की खासियत के बारे में बात करते हैं जो पेज ३१ पर दी गई है। फिर पेज ३-५ पर दिए गए “शासी निकाय से पत्र” पर चर्चा करते हैं और चर्चा करते हैं कि कैसे वे उसमें दी गई बातों को अमल में लाएँगे।
गीत ६८ और समाप्ति प्रार्थना।
मार्च २२ से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत १६२
१० मि: स्थानीय घोषणाएँ। अप्रैल में सहयोगी पायनियर कार्य करनेवालों के नाम की घोषणा कीजिए। बताइए कि अभी भी फार्म भरने का वक्त है। पूरे अप्रैल महीने में क्षेत्र सेवा के लिए किए गए प्रबंध के बारे में बताइए। सभी को मार्च २७-अप्रैल १ के लिए दिए गए स्मारक बाइबल पठन की तालिका के मुताबिक पढ़ने का प्रोत्साहन दीजिए जैसा प्रतिदिन शास्त्रवचनों की जाँच करना—१९९९ में और १९९९ कैलॆंडर में दिया गया है।
१५ मि: स्मारक के लिए तैयारी कीजिए। एक भाषण। बाइबल विद्यार्थियों और दिलचस्पी दिखानेवाले अन्य लोगों को स्मारक में लाने के लिए सभी को पहले से ही योजना बनानी चाहिए। उपस्थित होनेवाले नए लोग शायद यह समझ न पाएँ कि रोटी और दाखमधु में किसे हिस्सा लेना है या इस समारोह का महत्व क्या है। अप्रैल १, १९९६ की प्रहरीदुर्ग के पेज ६-८ पर दिए गए विषय पर चर्चा कीजिए और बताइए कि इस समारोह का उद्देश्य और उसका अर्थ समझने में हम दिलचस्पी दिखानेवाले नए लोगों की मदद कैसे कर सकते हैं। “स्मारक में याद रखनेवाली बातें” पर चर्चा कीजिए और स्मारक के लिए कलीसिया के प्रबंधों के बारे में बताकर भाषण समाप्त कीजिए।
२० मि: मरने पर हमारा क्या होता है? (अंग्रेज़ी) प्राचीन दो या तीन योग्य प्रकाशकों के साथ इस पर चर्चा करता है कि इस ब्रोशर का महत्त्व क्या है और इसे कैसे इस्तेमाल करना है। क्या हम इसे क्षेत्र सेवा में अच्छी तरह इस्तेमाल कर रहे हैं? यह पैनल चर्चा करता है: क्यों बहुत-से लोग इस विषय में दिलचस्पी रखते हैं? झूठे धर्मों की शिक्षा के विपरीत यह ब्रोशर हमें कौन-सी खास आशा देता है? दिलचस्पी जगाने के लिए हम इसके आखिरी पेज पर दिए गए सवालों का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं? कौन-कौन-से मौकों पर इस ब्रोशर को पेश किया जा सकता है? पेज २७ के अनुच्छेद १४ में दिए गए शास्त्रवचनों का इस्तेमाल करते हुए एक प्रदर्शन करवाइए। सभी को हर मौके पर इस ब्रोशर का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित कीजिए।
गीत ९२ और समाप्ति प्रार्थना।
मार्च २९ से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत १११
१२ मि: स्थानीय घोषणाएँ। सभी को मार्च की अपनी क्षेत्र-सेवा रिपोर्ट डालने की याद दिलाइए। हम अप्रैल के दौरान प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! पेश करेंगे। हाल की पत्रिकाएँ दिखाकर उसके कुछ खास लेख बताइए और रुचि जगानेवाले कुछ मुद्दों का ज़िक्र कीजिए। सभी को अपने साथ माँग ब्रोशर ले जाना चाहिए ताकि दिलचस्पी दिखानेवालों के साथ बाइबल अध्ययन शुरू कर सकें।
१५ मि: स्थानीय ज़रूरतें।
१८ मि: सलाह मिलने पर हमें कैसी मनोवृत्ति दिखानी चाहिए? प्राचीन द्वारा एक भाषण। हम चाहे जो भी हों, हम सभी को अपनी मनोवृत्ति, आचरण, संगति या कलीसिया के कार्यों में भाग लेने के संबंध में सलाह मिलती है। कभी-कभी हम सलाह को ठुकरा देते या बुरा मान जाते हैं। सलाह को मानकर लागू करना हमारे आध्यात्मिक हित के लिए बहुत ही ज़रूरी हो सकता है। हमें सलाह मानकर उसकी कदर क्यों करनी चाहिए इसके बारे में कुछ खास मुद्दों पर ज़ोर दीजिए।—अप्रैल १, १९८८ की प्रहरीदुर्ग के पेज २८-३१ देखिए।
गीत ११८ और समाप्ति प्रार्थना।