उत्सुकता से सुसमाचार का प्रचार कीजिए
“मैं तुमसे मिलने की लालसा करता हूँ, . . . मैं तुम्हें भी . . . सुसमाचार-प्रचार करने के लिए उत्सुक हूँ।” इन्हीं शब्दों से अपनी पत्री की शुरूआत करते हुए प्रेरित पौलुस ने रोम के भाइयों पर अपने मन की इच्छा ज़ाहिर की। लेकिन पौलुस उनसे मिलने के लिए इतना उत्सुक क्यों था? उसने बताया: “जिससे कि मुझे तुम्हारे बीच में भी कुछ फल मिले, . . . मैं सुसमाचार से लज्जित नहीं होता, क्योंकि यह . . . उद्धार के निमित्त परमेश्वर की सामर्थ है।”—रोमि. १:११-१६, NHT.
२ यही उत्सुकता हम पौलुस में देख सकते हैं जब उसने इफिसुस के प्राचीनों से बात की। उसने उनसे कहा: ‘पहिले दिन से ही जब मैंने एशिया में पैर रखे, किस प्रकार मैं सब के सामने तथा घर घर जाकर तुम्हें उपदेश देने से न झिझका। मैं यहूदी तथा यूनानी दोनों को ही दृढ़तापूर्वक साक्षी देता रहा।’ (प्रेरि. २०:१८-२१, NHT) पौलुस को जहाँ-कहीं प्रचार करने के लिए कहा गया था, वह वहाँ सभी लोगों को उद्धार का सुसमाचार सुनाने और राज्य का फल पाने के काम में जुटा हुआ था। पौलुस की यह लगन हमारे लिए क्या ही बढ़िया मिसाल है!
३ हम अपने आप से यह सवाल पूछ सकते हैं: ‘क्या मैं भी अपने इलाके के लोगों को सुसमाचार सुनाने के लिए ऐसा ही उत्सुक हूँ? क्या मैं प्रचार का काम बस एक फर्ज़ समझकर करता हूँ, या क्या ज़्यादा-से-ज़्यादा लोगों को सुसमाचार सुनाने के लिए मेरा दिल उत्सुक रहता है? क्या मैं ऐसा कर पाऊँगा, मेरे हालात कैसे हैं और क्या मैंने इसके बारे में प्रार्थना की है? अपने इलाके में प्रचार करने के लिए क्या मैंने घर-घर जाकर, सड़क पर गवाही देकर, दुकानों और व्यवसाय की जगहों में जाकर, टेलिफोन पर बात करके और जहाँ भी मौका मिले वहाँ लोगों से बात करके हर मुमकिन तरीका आज़माकर देखा है?’
४ अप्रैल में उत्सुकता से सुसमाचार सुनाइए: सुसमाचार सुनाने के काम में और भी कड़ी मेहनत करने के लिए अप्रैल का महीना बहुत अच्छा है। क्योंकि अब ऑक्ज़लरी पायनियरों से कुछ कम घंटों की माँग की जाती है, इसलिए और भी ज़्यादा लोग पायनियरिंग कर सकते हैं। हो सकता है कि आपके लिए भी अप्रैल और मई महीने में ऑक्ज़लरी पायनियरिंग करना मुमकिन हो। या फिर आप रेगुलर पायनियरिंग कर सकते हैं क्योंकि अब रेगुलर पायनियरों के लिए भी घंटों की माँग कम कर दी गई है। या फिर, अगर आप कलीसिया में एक प्रकाशक हैं तो क्या आप इस महीने और आनेवाले महीने में पायनियरों की मदद करने के लिए प्रचार में और भी ज़्यादा हिस्सा ले सकते हैं? ऐसा करके आप यकीनन यहोवा को खुश करेंगे!
५ पौलुस की तरह हम सभी प्रकाशकों को राज्य का प्रचार करने के लिए हमेशा उत्सुकता के साथ सख्त मेहनत करते रहना चाहिए। जब हम अपना पूरा तन-मन लगाकर सुसमाचार सुनाएँगे तो हमें बेहद खुशी मिलेगी। पौलुस को भी ऐसी ही खुशी मिली थी जब उसने अपनी पवित्र सेवा में अपना तन-मन लगा दिया था। आइए हम भी उसकी तरह उत्सुकता के साथ सुसमाचार सुनाएँ और इस तरह उसकी बेहतरीन मिसाल पर चलें।—रोमि. ११:१३; १ कुरि. ४:१६.