समय का सदुपयोग कीजिए
हममें से हरेक के पास दिन में चौबीस घंटे होते हैं। और जो भी वक्त हम सुसमाचार प्रचार करने में बिताते हैं खासकर वह वक्त बहुत ही अनमोल होता है क्योंकि हमने उसे जान बचाने के काम में लगाया होता है। (रोमि. १:१६) हम वक्त की कदर इस तरह भी कर सकते हैं कि क्षेत्र सेवा में जाने से पहले अच्छी तैयारी करें, उसके लिए आयोजित सभा में समय पर पहुँचें और फिर बिना वक्त बरबाद किए क्षेत्र में निकल जाएँ। वहाँ रुककर समय गँवाने के बजाय प्रचार करना बेहतर होगा। यहोवा ने हमें सिखाया है कि “हर एक बात का एक अवसर” होता है, इसलिए अगर हम वक्त का अच्छा इस्तेमाल करना चाहते हैं तो जो वक्त हमने सेवकाई के लिए रखा है हमें उसी के लिए उसका उपयोग करना चाहिए।—सभो. ३:१.
२ समय का सदुपयोग कीजिए: नियमित रूप से प्रचार करने के लिए हमने जो भी समय तय किया है, जब हम उसे अच्छी तरह से इस्तेमाल करते हैं तो हमें कई आशीषें मिलती हैं। प्रचार में हम जितना समय बिताएँगे उसी के हिसाब से हमें उतने अच्छे नतीजे भी मिलेंगे। अपनी दिनचर्या में थोड़ा-सा फेरबदल करके क्या हम प्रचार में ज़्यादा समय बिता सकते हैं? मसलन, शनिवार को पत्रिका कार्य करने के बाद कुछेक रिटर्न-विज़िट करने के लिए क्या हम थोड़ा समय निकाल सकते हैं? अगर हम रविवार के दिन प्रचार के लिए गए हैं, तो क्या उस दिन हम रिटर्न-विज़िट और बाइबल स्टडी में भी कुछ समय बिता सकते हैं? क्या ऐसा कर सकते हैं कि घर-घर की सेवकाई के बाद कुछ समय के लिए सड़क गवाही भी कर लें? इनसे और दूसरे तरीकों से भी हम अपनी सेवकाई सुधार सकते हैं।
३ अगर हम ध्यान न दें तो सेवकाई में हमारा कीमती वक्त बरबाद हो सकता है। हाँ, अगर मौसम खराब है तो थोड़ी देर के लिए ब्रेक लेने से हमें ताज़गी मिल सकती है जिससे हम ज़्यादा जोश के साथ अपना काम ज़ारी रख सकते हैं। लेकिन इसमें भी ध्यान रखने की ज़रूरत है, क्योंकि कभी-कभी ब्रेक लेना शायद ज़रूरी न हो।
४ इन दिनों लोगों को घर पर पाना बहुत ही मुश्किल होता जा रहा है। इस समस्या से निपटने के लिए कई प्रकाशक अपनी घर-घर की सेवकाई दूसरे समय पर करने लगे हैं। तो क्यों न देर दोपहर को या फिर शाम को प्रचार के लिए जाएँ?
५ जब हम स्ट्रीट वर्क करते हैं तब आपस में एक दूसरे से बात न करें तो अच्छा होगा। इसके बजाय थोड़ी दूरी पर खड़े होइए और आते-जाते लोगों से बातचीत शुरू करने की कोशिश कीजिए। इस तरह वक्त का अच्छा इस्तेमाल होगा और आपको अपने काम से ज़्यादा खुशी भी मिलेगी।
६ गवाही देने के मौके ढूँढ़िए: एक बार जब किसी घर में एक व्यक्ति ने कहा कि उसे दिलचस्पी नहीं है तो हमारी बहन ने पूछा कि घर में कोई और है, जिससे मैं बात कर सकती हूँ। तो बहन को उसी घर के दूसरे व्यक्ति से बात करने का मौका मिला जो कई सालों से बीमार था और बिस्तर से उठ नहीं सकता था। परमेश्वर के वचन ने उस व्यक्ति में एक बार फिर से जीने की आस जगा दी। जल्द ही वह ठीक हो गया और सभाओं में जाने लगा और अपनी आशा को दूसरों के साथ बाँटने लगा!
७ हमारी एक किशोर बहन ने इस सुझाव को आज़माया कि बुक स्टडी से कुछ समय पहले प्रचार करें। प्रचार में उसे पहले ही दरवाज़े पर १३ साल की एक लड़की मिली जिसने ध्यान से उसकी बात सुनी और किताब ली। दूसरे दिन उस बहन को स्कूल में वही लड़की दिखी। कुछ ही समय बाद उसने बाइबल स्टडी के लिए पूछा और वह लड़की राज़ी हो गयी।
८ समय का सदुपयोग कीजिए: जब हम नियमित रूप से प्रचार कार्य में भाग लेते हैं तो हम सुसमाचार पेश करने में और भी कुशल हो जाते हैं। तो क्या आप दरवाज़े पर असरदार तरीके से बातचीत शुरू करने के अपने कौशल को और निखार सकते हैं? विद्यार्थी के साथ बाइबल स्टडी करते वक्त क्या आप सिखाने की अपनी कुशलता को और बढ़ा सकते हैं? अगर आप ऐसा करते हैं तो वाकई आप समय का सदुपयोग कर रहे होंगे और इस तरह अपनी सेवकाई को ज़्यादा फलदायक बना रहे होंगे।—१ तीमु. ४:१६.
९ चूँकि “समय कम किया गया है” इसलिए हमें मसीह का काम ज़्यादा-से-ज़्यादा करना चाहिए। (१ कुरि. ७:२९) और सबसे पहले हमें प्रचार काम के लिए समय निकालना चाहिए। सो, आइए हम खुशी और जोश के साथ प्रचार में भाग लें। वक्त हमें यहोवा की ओर से मिली एक बहुत ही कीमती चीज़ है। इसका हम हमेशा अकलमंदी से और असरदार तरीके से इस्तेमाल करें।
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इन सुझावों को आज़माइए:
◼ प्रचार के लिए सभाओं में समय पर पहुँचिए।
◼ क्षेत्र के हिसाब से प्रचार काम के लिए छोटे-छोटे समूह बनाइए।
◼ क्षेत्र में पहुँचने में देरी मत कीजिए।
◼ क्षेत्र में उस समय काम कीजिए जब ज़्यादा-से-ज़्यादा लोग घर पर मिलें।
◼ अगर कोई खतरा न हो तो कभी-कभी अकेले भी काम कीजिए।
◼ घर-घर की सेवकाई करते वक्त वहीं आस-पास कोई रिटर्न-विज़िट हो तो कीजिए।
◼ अगर ग्रुप में, दूसरों को किसी घर में ज़्यादा समय लग रहा हो तो उनका इंतज़ार करने के बजाए आप अपना प्रचार काम ज़ारी रखिए।
◼ हालात के मुताबिक, हो सके तो एक घंटे से ज़्यादा प्रचार करने की कोशिश कीजिए।