यहोवा के महान नाम के लिए गहरी श्रद्धा रखिए
अदन के बगीचे में शैतान ने हमारे प्रथम माता-पिता को पाप करने के लिए उकसाया, और इससे यहोवा का नाम बदनाम हुआ। शैतान ने बड़े ही धूर्त तरीके से यह कहा कि यहोवा ने आदम से जो कहा था वह सच नहीं है। (उत्प. ३:१-५) यह इलज़ाम लगाकर शैतान ने परमेश्वर के नाम को कलंकित किया क्योंकि परमेश्वर के नाम के अर्थ से ही पता चलता है कि वह हमेशा सच कहता है और वह जो भी कहता है, वह पूरा होकर रहता है। अपने उद्देश्य को धीरे-धीरे पूरा करने के द्वारा यहोवा ने अपने नाम पर से कलंक दूर किया है और अपने नाम को महान किया है।—यशा. ६३:१२-१४.
२ यहोवा ने हमें अपने “नाम के” लोग ‘कहलाने’ के लिए चुना है। (प्रेरि. १५:१४, १७) इससे हमें यह दिखाने का मौका मिलता है कि हम वाकई इस नाम को पवित्र मानते हैं और चाहते हैं कि उसके नाम पर लगाया हुआ कलंक मिटाया जाए। सच, हम यहोवा के नाम को सबसे महान समझते हैं क्योंकि यह उस परमेश्वर का नाम है जो दया का सागर है, कृपालु, न्यायी और धर्मी है और प्रेम का साक्षात् रूप है। इस शानदार नाम के मालिक, हमारे महान परमेश्वर के लिए हमारा दिल श्रद्धा और भक्ति से भर जाता है। (भज. ८:१; ९९:३; १४८:१३) ऐसे महान नाम की खातिर हमें क्या करना चाहिए?
३ अपने काम से दिखाइए कि आप परमेश्वर के नाम को पवित्र मानते हैं: परमेश्वर का नाम सबसे पवित्र है, और हम अपने शुद्ध चाल-चलन और राज्य का सुसमाचार प्रचार करने से यह दिखा सकते हैं कि हमें परमेश्वर के इस पवित्र नाम के लिए गहरी श्रद्धा है। आइए हम पूरे जोश के साथ यह घोषणा करें: “यहोवा की स्तुति करो, उस से प्रार्थना करो; सब जातियों में उसके बड़े कामों का प्रचार करो, और कहो कि उसका नाम महान है।” (यशा. १२:४) किन-किन तरीकों से हम ऐसा कर सकते हैं?
४ हम यहोवा के नाम और उसके गुणों का प्रचार करने के हर मौके का फायदा उठाकर ऐसा कर सकते हैं। चाहे घर-घर जाकर या दुकानों पर, चाहे सड़कों पर या फोन के ज़रिए, या चाहे कहीं भी, जब हम हर मौके का फायदा उठाकर लोगों को प्रचार करते हैं, तो इससे यहोवा की स्तुति होती है। और जब हमें सुननेवाले और दिलचस्पी दिखानेवाले लोग मिलते हैं, तो हमें वापस जाकर उन्हें यहोवा के बारे में और ज़्यादा सिखाने के लिए पक्का इंतज़ाम करना चाहिए। इसका मतलब है कि अगर हमने वापस आने की बात की है तो हमें वापस ज़रूर जाना चाहिए और उनके साथ बाइबल अध्ययन शुरू करने की हर कोशिश करनी चाहिए। खुशी की बात है कि हर साल हज़ारों-लाखों लोग यहोवा के महान नाम को जान रहे हैं, उसका सम्मान कर रहे हैं और उसके नाम को पवित्र मान रहे हैं।
५ जब हम पूरे दिल से यहोवा के नाम का प्रचार करते हैं, तो इससे हम साफ ज़ाहिर करते हैं कि हम शैतान के पक्ष में नहीं बल्कि यहोवा के पक्ष में हैं। हमारे लिए इससे बढ़िया और गौरवपूर्ण काम और क्या हो सकता है। इसीलिए आइए हम पूरे जोश के साथ इस काम में लगे रहें और इस तरह यह दिखाएँ कि यहोवा के महान नाम के लिए हमें गहरी श्रद्धा है!—१ इति. २९:१३.