“परमेश्वर के वचन पर चलनेवाले” यहोवा के साक्षियों का ज़िला अधिवेशन
राजा दाऊद ने कहा, “मैं बड़ी सभा में तेरा धन्यवाद करूंगा; बहुतेरे लोगों के बीच मैं तेरी स्तुति करूंगा।” (भज. 35:18) आज अगर दाऊद हमारे बीच होता, तो वह यह देखकर कितना खुश होता कि परमेश्वर से सीखने के लिए हज़ारों की तादाद में लोग अधिवेशनों में जमा होते हैं! नवंबर 1999 के मध्य से जनवरी 2000 की शुरूआत तक भारत में कुल 27 ज़िला अधिवेशन हुए जिनका विषय था, “परमेश्वर की भविष्यवाणी के वचन।” इनमें कुल 30,462 लोग आए थे। क्या आप भी उनमें से एक थे? इस साल के आखिर में भी ज़िला अधिवेशन होंगे। उनका विषय है: “परमेश्वर के वचन पर चलनेवाले।” तो इन अधिवेशनों में हमें उन भाई-बहनों के साथ मिलने-जुलने का एक और मौका मिलेगा जो अपनी “आध्यात्मिक ज़रूरत के प्रति सचेत हैं” और यह ‘सुनने’ के लिए बेताब हैं कि “आत्मा कलीसियाओं से क्या कहता है।”—मत्ती 5:3, NW; प्रका. 2:29.
2 आपके ठहरने का इंतज़ाम: हर अधिवेशन में रूमिंग डिपार्टमैंट होता है जो अधिवेशनवाले शहर में आपके लिए रूम बुक करने में मदद करता है। इस संबंध में और अधिक जानकारी पाने के लिए आप इस डिपार्टमैंट से संपर्क कर सकते हैं। बुकिंग के लिए पहले से ही तैयारी कीजिए। कलीसिया के सेक्रेटरी से रूम रिक्वेस्ट फॉर्म लीजिए और भरकर सेक्रेटरी को वापस दीजिए ताकि वह फॉर्म उस अधिवेशन के हैडक्वार्टर्स को भेज सके जिसमें आप हाज़िर होना चाहते हैं। फॉर्म के साथ, एक लिफाफा भी दीजिए जिस पर स्टैम्प और आपका पता हो। अगर उस शहर में एक से ज़्यादा अधिवेशन होनेवाले हैं तो कृपया बताइए कि आप किस अधिवेशन में जाना चाहते हैं।
3 बड़े-बुज़ुर्ग और वे जिन्हें खास देखभाल की ज़रूरत है: अगर कलीसिया में बुज़ुर्ग, विकलांग या ऐसे भाई-बहन हैं, जिन्हें अधिवेशन में ले जाने और उनकी खास देखभाल करने की ज़रूरत है, तो उनके रिश्तेदार, प्राचीन या कलीसिया के दूसरे भाई-बहन उनकी मदद कर सकते हैं। इस तरह वे उनके लिए अपना प्यार दिखा सकते हैं। (1 तीमुथियुस 5:4 से तुलना कीजिए।) इस बात का खयाल रखिए कि वे ऐसी जगह बैठें, जहाँ वे आराम से पूरे कार्यक्रम का आनंद ले सकें। अगर उनकी मदद करने के लिए भाई-बहन खुद आगे आएँ, तो बहुत अच्छा होगा। जैसे, वे उनके खाने-पीने का इंतज़ाम कर सकते हैं, टॉयलेट जाने में मदद कर सकते हैं, वगैरह। अगर ज़्यादा-से-ज़्यादा भाई-बहन, बुज़ुर्गों और ज़रूरतमंदों की मदद करने में हाथ बटाएँ, तो हर कोई कार्यक्रम से फायदा उठा पाएगा। इससे उन रिश्तेदारों और भाई-बहनों का काम भी आसान होगा जो हमेशा उनकी देखभाल करते हैं।
4 तीनों दिन हाज़िर रहिए: क्या शैतान ने आपका ध्यान आध्यात्मिक बातों से हटाने की कोशिश की है? दुःख की बात है कि कई भाई-बहन या उनका पूरा परिवार, अधिवेशन में मिलनेवाला आध्यात्मिक भोजन नहीं ले पाता। क्यों? क्योंकि वे शुक्रवार के दिन हाज़िर ही नहीं होते। देखा गया है कि कुछ अधिवेशनों में बहुत-से भाई-बहन शुक्रवार के दिन नहीं आए। इस तरह वे परमेश्वर से सीखने और भाई-बहनों की संगति करने से चूक गए।
5 इसकी एक वज़ह यह हो सकती है कि कई भाई, अपने बॉस से अधिवेशन के लिए छुट्टी माँगने से हिचकिचाते हैं। क्या आपके साथ भी ऐसा ही है? अगर हाँ, तो यहोवा से प्रार्थना कीजिए और अपने बॉस से बात करने के लिए हिम्मत जुटाइए। नहेमायाह को याद कीजिए जिसने बिलकुल आप ही की तरह महसूस किया था। (नहे. 2:1-6) और विश्वास रखिए कि स्वर्ग में रहनेवाला पिता यहोवा आपकी भी मदद करने के लिए तैयार है। मत भूलिए कि अगर आप परमेश्वर के राज्य को पहला स्थान देंगे तो वह ज़रूर आपकी मदद करेगा।—मत्ती 6:32ख, 33.
6 अधिवेशन का आप पर क्या असर होता है? पूर्वी अमरीका की एक बहन ने संस्था को लिखा: “1999 ज़िला अधिवेशन के लिए आपका बहुत-बहुत शुक्रिया। कुछ भाई-बहनों से तो मुझे सिर्फ साल में एक बार मिलने का मौका मिलता है, इसलिए उनसे मिलकर मुझे जो खुशी मिलती है, उसे मैं बयान नहीं कर सकती। जब मुझे सच्चाई मिली तब मैं गर्भवती थी मगर मेरी शादी नहीं हुई थी। आज भी मुझे वो दिन याद है जब मेरी स्टडी लेनेवाली बहन मुझे पहली बार अधिवेशन लेकर गई थी। खुले स्टेडियम में जब हम “लाखों हज़ारों भाई” गीत गा रहे थे तब मैंने नज़रें उठाकर भाई-बहनों को देखा और मेरी आँखों में आँसू आ गए। मैं सोचने लगी कि ये कितने अच्छे लोग हैं, पता नहीं यहोवा ने मुझे कैसे चुन लिया? उसी दिन मैंने यह तय किया कि चाहे जो हो, अब से मैं तन-मन से यहोवा की सेवा करूँगी।” अधिवेशन का क्या ही बढ़िया असर! क्या यह वाकई खुशी की बात नहीं कि यहोवा की सेवा करनेवाले शुद्ध लोगों में से हम भी एक हैं?
7 आज हम अंतिम दिनों के बिलकुल आखिरी दौर में आ पहुँचे हैं इसलिए सालाना ज़िला अधिवेशनों की हमें और भी सख्त ज़रूरत है। हमें आध्यात्मिक रूप से मज़बूत करने के लिए ही यहोवा ने अधिवेशनों का इंतज़ाम किया है। इसलिए यह ठान लीजिए कि “परमेश्वर के वचन पर चलनेवाले” ज़िला अधिवेशन के तीनों दिन आप ज़रूर हाज़िर होंगे। फिर इस फैसले के मुताबिक आपको क्या करना चाहिए? अपने बॉस से छुट्टी के लिए पहले से ही इज़ाज़त माँग लीजिए। अगर रुपए-पैसे की कोई समस्या है तो अभी से बचत करने की कोशिश कीजिए। आनेवाली हर बाधा को पार करने के लिए यहोवा से प्रार्थना कीजिए। अगर आप ऐसा करेंगे तो आपको अधिवेशन में हाज़िर होने का मौका मिलेगा, जहाँ आप भाई-बहनों से मिल पाएँगे और अपने प्यारे पिता यहोवा के मुख से अनन्त जीवन की बातें सुन सकेंगे।—यूहन्ना 6:68 से तुलना कीजिए।
[पेज 3 पर बक्स]
क्रार्यक्रम का समय
शुक्रवार और शनिवार
सुबह 9:30 से शाम 5:00 बजे तक
रविवार
सुबह 9:30 से शाम 4:00 बजे तक