सेवा सभा की तालिका
अप्रैल 10 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 23
10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ और हमारी राज्य सेवकाई से कुछ घोषणाएँ। अप्रैल 16 को दी जानेवाली स्पेशल पब्लिक टॉक के बारे में याद दिलाइए। इसका विषय है “इंसान को छुड़ौति की ज़रूरत क्यों है।” प्रतिदिन शास्त्रवचनों की जाँच करना—2000 बुकलेट में अप्रैल 14 से 19 तक स्मारक के लिए बाइबल पढ़ाई दी गई है। सबको प्रोत्साहित कीजिए कि हर दिन का भाग पढ़ें। इंसर्ट के पेज 4 पर दिए “स्मारक के मौके पर इन बातों का ध्यान रखिए” पर चर्चा कीजिए।
15 मि: “क्या आप यीशु से प्यार करते हैं?” लेख का परिचय एक मिनट से भी कम समय में देकर, सवाल-जवाब के द्वारा चर्चा शुरू कीजिए। मई 1, 1998 की प्रहरीदुर्ग में पेज 16, 17 पर पैराग्राफ 12, 13 से कुछ बातें बताइए। फिर सबको प्रोत्साहित कीजिए कि वे ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को स्मारक में लाने की कोशिश करें।
20 मि: “अप्रैल—खूब भले-भले काम करने का महीना है!” सवाल-जवाब। जोश के साथ बताइए कि अप्रैल में क्या-क्या किया जाना है। आखिर के चार-पाँच मिनट में “ऐसा उत्साह देखकर बहुतेरे जोश से भर गए” पर चर्चा कीजिए।
गीत 11 और समाप्ति प्रार्थना।
अप्रैल 17 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 2
13 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। अकाउन्ट्स रिपोर्ट। अप्रैल में अब सिर्फ दो शनिवार और दो रविवार बचे हैं, इसलिए सबको प्रोत्साहित कीजिए की अप्रैल खत्म होने से पहले सब प्रचार में हिस्सा लें। नई पत्रिकाएँ कैसे दी जा सकती हैं इसके लिए एक छोटा डॆमन्स्ट्रेशन दिखाइए। कुछ लोग ईस्टर के रीति-रिवाज़ों को मानने के लिए शायद आप पर ज़ोर डालने की कोशिश करें, इसलिए रीज़निंग किताब के पेज 179-80 पर दी गई जानकारी पर चर्चा कीजिए।
16 मि: “क्या आप त्याग करते हैं?” सवाल-जवाब। जो चीज़ ज़रूरी है हमें उसे पहला स्थान देना चाहिए। आध्यात्मिक तरीके से लाभ पाने के लिए जो करते रहना ज़रूरी है, उसके लिए अपनी तरफ से पूरी मेहनत करना और खुद पर नियंत्रण रखना बहुत ज़रूरी है। यह भी समझाइए कि यीशु के उदाहरण से हम क्या सीख सकते हैं।—इंसाइट, वॉल्यूम 2 के पेज 68 पर पैराग्राफ 3-5 में दी गई जानकारी देखिए।
16 मि: मैगज़ीन वहाँ दीजिए जहाँ इसका सबसे ज़्यादा फायदा हो। टॉक के रूप में दिया जाना है मगर हाज़िर लोगों से बीच-बीच में सवाल किए जा सकते हैं। जनवरी 8, 1995 की अवेक! में पेज 22-24 पर दिए सुझावों पर चर्चा कीजिए। यह भी बताइए कि ऐसे लोगों को ढूँढ़ना क्यों अच्छा होगा जो मैगज़ीन में दिए गए खास विषयों को पढ़ना पसंद करेंगे। पिछली मैगज़ीनों से कुछ उदाहरण बताइए जिसके लेख शायद आपके क्षेत्र में व्यापारियों, आम लोगों या संस्थाओं को पसंद आए थे। भाई-बहनों से उनके अनुभव पूछिए कि यह तरीका इस्तेमाल करने से उन्हें किस तरह अच्छे नतीजे मिले।
गीत 4 और समाप्ति प्रार्थना।
अप्रैल 24 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 11
10 मि: कलीसिया की घोषणाओं के बाद स्मारक में हाज़िर होनेवालों की संख्या बताइए। इसके बाद भाई-बहनों से पूछिए कि जो लोग स्मारक में पहली बार हाज़िर हुए थे उन्हें कैसा महसूस हुआ।
17 मि: नए लोगों को मीटिंग में हाज़िर होने के लिए मदद दीजिए। यह टॉक के रूप में दिया जाना है और इसके लिए ज्ञान किताब के पेज 161-3 तक, पैराग्राफ 5-8 में जानकारी दी गई है। नए लोगों को स्टडी करते हुए जब थोड़ा वक्त गुज़र जाता है तो यह ज़रूरी है कि वे मीटिंग में आना शुरू करें। मीटिंग में आने के लिए उन्हें उकसाना बहुत मुश्किल हो सकता है। आप उनकी हिम्मत बढ़ाने के लिए क्या कर सकते हैं? जो भाई-बहन किसी के साथ बाइबल स्टडी कर रहे हैं उन्हें समय निकालकर अपनी स्टडी के साथ ज्ञान किताब में दी गई इस जानकारी पर चर्चा करनी चाहिए। और फिर वे भी हमारे साथ मीटिंग में आकर सच्ची उपासना कर सकें इसमें उनकी मदद करने के लिए पक्का प्रबंध करना चाहिए।
18 मि: “क्या आप नियमित रूप से राज्य संदेश सुनाते हैं?” इस भाग को सॆक्रेट्री टॉक और चर्चा के रूप में पेश करे। समझाइए कि हम फील्ड सर्विस रिपोर्ट क्यों डालते हैं। (अवर मिनिस्ट्री किताब के पेज 106-8 देखिए।) आप कुछ ऐसी समस्याएँ भी बता सकते हैं जो ठीक-ठीक रिपोर्ट न भरने की वज़ह से खड़ी होती हैं। भाई-बहनों से पूछिए कि वे वक्त पर रिपोर्ट डालने के लिए क्या करते हैं। यह भी बताइए कि बुक स्टडी कंडक्टर कैसे मदद कर सकता है। अब अप्रैल महीने में सिर्फ एक शनिवार-रविवार बचा है, इसलिए ज़ोर देकर बताइए कि कलीसिया में हर कोई राज्य संदेश सुनाने में हिस्सा ले और महीने के अंत में याद से अपनी रिपोर्ट डाल दे।
गीत 23 और समाप्ति प्रार्थना
मई 1 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 26
12 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। सबको अप्रैल की फील्ड सर्विस रिपोर्ट डालने के लिए याद दिलाइए। बुक स्टडी कंडक्टर अपने ग्रुप में हर किसी से पूछ सकता है कि उसने रिपोर्ट डाली कि नहीं। इस तरह मई 6 तक पूरी रिपोर्ट तैयार हो जाएगी। प्रश्न बक्स पर चर्चा कीजिए और कलीसिया की ज़रूरत के हिसाब से उसे लागू कीजिए।
15 मि: कलीसिया की ज़रूरतें।
18 मि: “वापस ज़रूर जाइए!” यह भाग चर्चा के रूप में किया जाना है। बताइए कि वापस न जा सकने की क्या-क्या वज़हें होती हैं। यह भी बताइए कि एकदम सही नोट्स लेने, और वापस लौटने के लिए तैयार रहना क्यों महत्वपूर्ण है। यह सुझाव दीजिए कि हर हफ्ते हम थोड़ा वक्त लोगों से वापस जाकर मिलने के लिए अलग रखें। अवर मिनिस्ट्री किताब के पेज 88-9 पर दी गई जानकारी पर चर्चा कीजिए और 1995 इयरबुक के पेज 45 पर दिया अनुभव भी बताइए।—1 कुरि. 3:6, 7.
गीत 9 और समाप्ति प्रार्थना।