सेवा सभा की तालिका
अक्तूबर 9 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 9 (37)
10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ और हमारी राज्य सेवकाई से चुनिंदा घोषणाएँ।
15 मि: “क्या मुझे नयी जगह जाना चाहिए?” प्राचीन द्वारा भाषण। श्रोताओं को समझाइए कि नयी जगह जाने का फैसला क्यों सोच-समझकर करना बेहद ज़रूरी है। इस मामले में हम नीतिवचन 22:3 को कैसे अमल में ला सकते हैं, इस पर चर्चा कीजिए। अगस्त 15, 1998 की प्रहरीदुर्ग के पेज 22 पर दी गई सावधानियों के बारे में भी बताइए।
20 मि: सभाओं के लिए अच्छी तैयारी कीजिए। भाषण और श्रोताओं के साथ चर्चा। सभाओं से हमें कितना फायदा होगा, यह इस बात पर निर्भर करता है कि हम उनकी तैयारी के लिए कितनी मेहनत करते हैं। मार्च 1, 1998 की प्रहरीदुर्ग के पेज 15-16, पैराग्राफ 8-11 में दिए गए कारगर सुझाव बताइए। श्रोताओं से पूछिए कि सभाओं की अच्छी तैयारी करने के लिए वे क्या ज़रूरी कदम उठाते हैं और कैसे समय निकालते हैं।
गीत 22 (130) और प्रार्थना।
अक्तूबर 16 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 16 (143)
5 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। अकाउंट्स रिपोर्ट।
20 मि: “दिलचस्पी जगाने के लिए ताज़ा खबरों का इस्तेमाल कीजिए।” सवाल-जवाब द्वारा चर्चा और प्रदर्शन। तरह-तरह की ताज़ा खबरों के बारे में बताइए जिनमें लोग दिलचस्पी लेते हैं। साथ ही बताइए कि इन घटनाओं की वजह से लोग भविष्य के बारे कैसी चिंता में पड़े हैं? रीज़निंग किताब के पेज 10-11 से कुछ सुझाव दीजिए कि लोगों के साथ बाइबल पर चर्चा करने के लिए बातचीत कैसे शुरू की जा सकती है। अच्छी तरह तैयार किए गए दो प्रदर्शन पेश कीजिए जो कारगर साबित हो सकते हैं।
20 मि: हम सब पायनियरों की तरह जोश दिखा सकते हैं। एक बुक स्टडी कंडक्टर और उसका सहायक भाई, अक्तूबर 15, 1997 की प्रहरीदुर्ग के पेज 22-3 पर चर्चा करते हैं। वे इस बात पर गौर करते हैं कि कलीसिया में ज़्यादा पायनियर होना क्यों अच्छा है और इस लक्ष्य तक पहुँचने के लिए हम सब क्या कर सकते हैं। वे उन तरीकों पर भी चर्चा करते हैं जिनके ज़रिए कलीसिया के मौजूदा पायनियरों को अपनी सेवकाई में लगे रहने और बाकी भाई-बहनों को अपनी सेवकाई में ज़्यादा करने के लिए हौसला बढ़ाया जा सकता है।
गीत 12 (113) और प्रार्थना।
अक्तूबर 23 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 20 (93)
5 मि: कलीसिया की घोषणाएँ।
15 मि: “ऐसे औज़ार जो सिखाते हैं, दिलों को छूते हैं, और विश्वास को मज़बूत करते हैं।” (सिर्फ पैराग्राफ 1 और 2.) एक भाषण। सोसाइटी ने किस तरह विडिया बनाने की शुरूआत की, उसके बारे में कुछ बातें बताइए। (प्रोक्लेमर्स किताब के पेज 600-601 देखिए।) सभी भाई-बहनों को इस बात के लिए बढ़ावा दीजिए कि अक्तूबर 30 की सेवा सभा के चर्चा के लिए तैयारी करने के साथ-साथ, वे जेहोवाज़ विटनेसेस—द ऑरगनाईज़ेशन बिहाईंड द नेम विडियो देखें। जिनके पास यह विडियो कैसट है, वह उन्हें दे सकते हैं जिनके पास यह कैसट नहीं है। या वे सब मिलकर इस विडियो को देख सकते हैं।
25 मि: “नयी सदी में—आपकी ज़िंदगी कैसी होगी?” सर्विस ओवरसियर द्वारा एक जोश-भरी चर्चा। कलीसिया के प्राचीनों को संस्था से जुलाई 3, 2000 का एक खत भेजा गया था। उसमें दी गई घोषणा श्रोताओं को पढ़कर सुनाइए। इसके बाद, सभा में मौजूद सभी लोगों को राज्य समाचार क्र. 36 ट्रैक्ट दिया जाना चाहिए। फिर सवाल-जवाब द्वारा लेख की चर्चा कीजिए। आपकी कलीसिया की टेरिट्री में सभी लोगों को ट्रैक्ट बाँटने के लिए किए गए इंतज़ामों के बारे में बताइए। इस बात पर भी गौर कीजिए कि नये लोगों को और बच्चों को बपतिस्मा-रहित प्रकाशक बनने में हम किस तरह मदद दे सकते हैं। ट्रैक्ट देने पर एक छोटा-सा प्रदर्शन पेश कीजिए। इस बात का बढ़ावा दीजिए कि ट्रैक्ट को लोगों तक पहुँचाने के लिए सभी भाई-बहन भाग लें।
गीत 8 (53) और समाप्ति प्रार्थना।
अक्तूबर 30 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 26 (212)
8 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। अक्तूबर महीने की फील्ड सर्विस रिपोर्ट डालने में सभी को याद दिलाइए। इस बात के लिए सभी भाई-बहनों का हौसला बढ़ाइए कि लोगों को राज्य समाचार क्र. 36 ट्रैक्ट बाँटने के साथ-साथ प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! पत्रिका भी पेश करें।
12 मि: राज्य गीत गाना—सच्ची उपासना का एक अहम हिस्सा। एक बुक स्टडी कंडक्टर दो प्रकाशकों से कलीसिया की सभाओं में राज्य गीत गाने के बारे में बातचीत करता है। उसने देखा है कि वे जोश से गाने के बजाय धीमी आवाज़ में गा रहे हैं। फरवरी 1, 1997 की प्रहरीदुर्ग के पेज 27-8 से वह कुछ बातें बताता है। वे जुलाई 1, 1999 की प्रहरीदुर्ग के पेज 20, पैराग्राफ 12 में दिए गए सुझाव पर चर्चा करते हैं। फिर गीत-पुस्तक में देखते हैं कि हफ्ते की प्रहरीदुर्ग पाठ के लिए दिए गए गीत के बोल क्या हैं। अगर हम राज्य गीत गाने की बात गंभीरता से लेंगे तो हम दिल से यहोवा की महिमा कर पाएँगे।
25 मि: जेहोवाज़ विटनेसेस—द ऑरगनाईज़ेशन बिहाईंड द नेम। श्रोताओं के साथ चर्चा। “ऐसे औज़ार जो सिखाते हैं, दिलों को छूते हैं, और विश्वास को मज़बूत करते हैं” के लेख के पैराग्राफ 3 पर दिए गए सवालों पर चर्चा कीजिए। कुछ सुझाव दीजिए कि किस तरह यह विडियो कैसट दिलचस्पी दिखानेवाले लोगों को संगठन से अच्छी तरह वाकिफ होने में मदद देती है। एक या दो संक्षिप्त अनुभव भी बताइए।—अक्तूबर 1, 1992 की प्रहरीदुर्ग (अँग्रेज़ी) के पेज 30-1 देखिए।
गीत 7 (51) और प्रार्थना।
नवंबर 6 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 6 (45)
5 मि: कलीसिया की घोषणाएँ।
15 मि: हम क्या विश्वास करते हैं? यह एक प्रदर्शन होगा जिसमें एक भाई उस व्यक्ति के पास रिटर्न विज़िट करता है जिसने यह सवाल पूछा: “यहोवा के साक्षियों और बाकी धर्मों की शिक्षाओं में क्या फर्क है?” अक्तूबर 1, 1998 की प्रहरीदुर्ग के पेज 6 पर दिए गए बॉक्स पर चर्चा कीजिए। समझाइए कि किस तरह दूसरे धर्म के लोग इंसानों की शिक्षाओं को मानने के लिए बाइबल की खास शिक्षाओं को या तो नज़रअंदाज़ कर देते हैं या उन्हें ठुकरा देते हैं।
15 मि: कलीसिया की ज़रूरतें।
10 मि: बातचीत शुरू करने के अनुभव। अक्तूबर 16 के हफ्ते में यह कहा गया था कि सेवकाई में लोगों के साथ बातचीत शुरू करने के लिए हाल की घटनाओं का इस्तेमाल करें ताकि लोगों की दिलचस्पी बढ़ा सकें। इन सुझावों को अमल में लाने से श्रोताओं को कौन-से अच्छे प्रतिफल मिले हैं, उनके बारे में पूछिए।
गीत 28 (224) और प्रार्थना