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  • हमारी राज-सेव—2001
हमारी राज-सेव—2001
km 4/01 पेज 7

घोषणाएँ

▪ अप्रैल और मई के लिए साहित्य पेशकश: प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! पत्रिकाएँ। पुनः भेंट करने पर अगर दिलचस्पी दिखायी जाती है तो अभिदान की पेशकश की जा सकती है। वह सर्वश्रेष्ठ मनुष्य जो कभी जीवित रहा या बाइबल कहानियों की मेरी पुस्तक पेश कीजिए। जून: परमेश्‍वर हमसे क्या माँग करता है? या ज्ञान जो अनन्त जीवन की ओर ले जाता है। बाइबल अध्ययन शुरू करने पर खास ध्यान दीजिए। जुलाई: नीचे दिए 32-पेज के ब्रोशरों में से कोई भी दिया जा सकता है: अनन्त काल तक पृथ्वी पर जीवन का आनन्द लीजिए!, क्या आपको त्रिएक में विश्‍वास करना चाहिए?, क्या परमेश्‍वर वास्तव में हमारी परवाह करता है?, जब आपके किसी प्रियजन की मृत्यु हो जाती है (अंग्रेज़ी), जीवन का उद्देश्‍य क्या है?—आप इसे कैसे पा सकते हैं?, देख! मैं सब कुछ नया कर देता हूँ, परमेश्‍वर का नाम जो सदा तक बना रहेगा, मरने पर हमारा क्या होता है? (अंग्रेज़ी), वह शासन जो प्रमोदवन लाएगा। और नीचे दिए गए ब्रोशर जहाँ ठीक लगे वहाँ दिए जा सकते हैं: क्या कभी युद्ध के बिना एक संसार होगा? (अंग्रेज़ी), मृत जनों की आत्माएँ—क्या वे आपकी मदद कर सकती हैं या नुकसान पहुँचा सकती हैं? क्या वे सचमुच अस्तित्व में हैं? (अंग्रेज़ी), सब लोगों के लिए एक किताब और हमारी समस्याएँ—उन्हें हल करने में कौन हमारी मदद करेगा?

▪ संस्था के लिए सभी प्रिसाइडिंग ओवरसियरों और सेक्रेट्रियों के मौजूदा पतों और टेलिफोन नंबरों का रिकॉर्ड रखना ज़रूरी है। अगर इनमें किसी भी वक्‍त कोई फेर-बदल होता है तो कलीसिया के सेक्रेट्री को ‘प्रिसाइडिंग ओवरसियर/सेक्रेट्री के पते में फेर-बदल’ (S-29) नामक फॉर्म को भरकर तुरंत संस्था को भेज देना चाहिए। अगर एस.टी.डी. कोड बदलते हैं तो इसकी सूचना भी संस्था को दी जानी चाहिए।

▪ कलीसिया के सेक्रेट्रियों को रेग्युलर पायनियर सेवा की अर्ज़ी (S-205) और ऑक्ज़लरी पायनियर सेवा की अर्ज़ी (S-205b) फॉर्मों की ज़रूरी मात्रा में सप्लाई रखनी चाहिए। इन फॉर्मों को लिट्रेचर रिक्वेस्ट फॉर्म (S-14) के ज़रिए ऑर्डर किया जा सकता है। कम-से-कम इतने फॉर्म रखिए जो एक साल तक चल सकें। रेग्युलर पायनियर सेवा की सभी अर्ज़ियों की जाँच कीजिए और इस बात का ध्यान रखिए कि उन्हें अच्छी तरह भरा गया है या नहीं। अगर अर्ज़ी भरनेवालों को अपने बपतिस्मा की तारीख याद नहीं है तो उन्हें अनुमान लगाकर कोई तारीख लिखनी चाहिए और फिर उस तारीख को याद रखने के लिए इसका रिकॉर्ड रखना चाहिए।

▪ जब कभी आप किसी और देश में जाते वक्‍त वहाँ की कलीसिया में सभाएँ, सर्किट सम्मेलन या ज़िला अधिवेशन में हाज़िर होना चाहते हैं, तो इन कार्यक्रमों की तारीखों, समय और जगहों के बारे में जानने के लिए आपको उस देश के लिए काम करनेवाले शाखा दफ्तर को चिट्ठी लिखनी होगी। शाखा दफ्तरों के पते नयी इयरबुक के आखिरी पन्‍ने पर दिए गए हैं।

▪ कलीसिया ने जिन प्रकाशनों का ऑर्डर दिया है और जो कुछ समय के लिए स्टॉक में नहीं हैं वे हमारी लिस्ट में लिखे रहेंगे। जब स्टॉक उपलब्ध होगा तो वे सभी प्रकाशन भेज दिए जाएँगे। इसलिए जिन प्रकाशनों के सामने ‘पेंडिंग’ लिखा जाता है उनका दोबारा ऑर्डर नहीं दिया जाना चाहिए। अगर उसी प्रकाशन की ज़्यादा मात्रा में सचमुच ज़रूरत हो, जैसे कि स्पेशल रिक्वेस्ट आइटम के प्रकाशनों की तो लिट्रेचर रिक्वेस्ट फॉर्म (S-14) के साथ एक छोटी-सी पर्ची पर लिखकर भेजिए कि जो प्रकाशन पेंडिंग लिस्ट में हैं उनके साथ-साथ ये प्रकाशन भी भेजे जाएँ। अगर यह लिखकर नहीं दिया जाता तो ऐसे ऑर्डर नहीं भेजे जाएँगे।

▪ एक ही किंगडम हॉल में मिलनेवाली सभी कलीसियाओं को अपना साहित्य उसी कलीसिया के ज़रिए मँगवाना चाहिए जो उनके लिए संस्था से साहित्य मँगाती है।

▪ अगर आपकी कलीसिया ने साहित्य और/या पत्रिकाएँ भेजने के पते को बदलने की अर्ज़ी भेजी है तो इस बात का ध्यान रखिए कि जब तक पता बदला न जाए तब तक आप अपने पुराने पते पर से ही इन्हें लेने का पक्का इंतज़ाम करें। यह तब भी किया जाना चाहिए जब संस्था को पता बदलने की जानकारी टेलिफोन या फैक्स के ज़रिए दी गयी हो।

▪ जब तक दोबारा घोषणा न की जाए, तब तक कृपया न्यू वर्ल्ड ट्रांस्लेशन ऑफ द होली स्क्रिप्चर्स्‌ के डीलक्स संस्करण, दूसरी भारतीय भाषाओं की बाइबलों, वॉचटावर और अवेक! के बाउंड वॉल्यूम और विडियो कैसेटों का ऑर्डर मत भेजिए। अपनी पत्रिकाओं का एक-एक अंक संभालकर रखिए ताकि साल के आखिर में आप इन पर जिल्द चढ़ाकर अपनी निजी या कलीसिया की लाइब्रेरी के लिए इस्तेमाल कर सकें। कलीसिया की लाइब्रेरियों में मौजूद विडियो कैसेट कभी-भी इस्तेमाल किए जा सकते हैं। प्रकाशकों से विनती है कि वे अपने इलाके से ही भारतीय भाषाओं की बाइबलें खरीदें।

▪ दोबारा उपलब्ध प्रकाशन:

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