सेवा सभा की तालिका
जून 11 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 20 (93)
10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। हमारी राज्य सेवकाई से चुनिंदा घोषणाएँ। सभी को वीडियो, यहोवा के साक्षी नात्ज़ी आक्रमण के खिलाफ डटे रहे (अँग्रेज़ी) देखने की सलाह दीजिए, ताकि वे जून 25 के सप्ताह की सेवा सभा के लिए तैयारी कर सकें।
15 मि: “‘भले काम’ करते रहिए।” एक प्राचीन बाइबल का इस्तेमाल करते हुए हौसला बढ़ानेवाला भाषण देगा।
20 मि: “अपने विद्यार्थी के दिल तक पहुँचिए।”a नए लोगों की मदद कैसे करें, इस बारे में कुछ कारगर सुझाव दीजिए ताकि यह मदद पाकर वे अपने दिल में यहोवा और यीशु के लिए विश्वास और प्यार बढ़ा सकें। जुलाई 15, 1999, प्रहरीदुर्ग के पेज 14, पैराग्राफ 18-20 के खास मुद्दों को इस्तेमाल कीजिए।
गीत 28 (224) और प्रार्थना।
जून 18 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 20 (93)
5 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। अकाउंट्स रिपोर्ट।
10 मि: बातचीत में रुकावट लानेवालों को जवाब देना। श्रोताओं के साथ चर्चा। रीज़निंग किताब में पेज 15-16 पर दिए गए “कमेंट्स्” पर चर्चा कीजिए। पेज 16-20 में से, कुछ ऐसी आपत्तियों को चुनिए जो आम तौर पर आपके इलाके के लोग उठाते हैं। श्रोताओं को बताने के लिए कहिए कि किस तरह का जवाब देने से उन्हें अच्छे नतीजे मिले हैं और क्यों।
15 मि: जवानो—अपने कैरियर का सोच-समझकर चुनाव कीजिए। सेवा सभा में पेश किए जानेवाले तीन भागों में से यह पहला भाग है, जिनमें अतिरिक्त शिक्षा के मामले में बाइबल के सिद्धांतों की चर्चा की जाएगी। कुछ मसीही युवा उच्च शिक्षा हासिल करके दुनिया में अपना कैरियर बना रहे हैं, और इसका उनकी आध्यात्मिकता पर बहुत बुरा असर हो रहा है। यह भाग एक माता-पिता और उनके किशोर बेटे या बेटी के बीच चर्चा के रूप में पेश किया जाना है। यह किशोर एक ऐसे मोड़ पर खड़ा है जब उसे भविष्य के लक्ष्यों के बारे में गंभीरता से फैसला करना है। हालाँकि कुछ लोग पैसा या शोहरत कमाना चाहते हैं, या ऐशो-आराम की चीज़ें इकट्ठी करना चाहते हैं, मगर यह परिवार सलाह पाने के लिए बाइबल की जाँच करता है। (किताब युवाओं के प्रश्न के पेज 174-5; प्रहरीदुर्ग, अगस्त 15, 1997, पेज 21 और सितंबर 1, 1999 पेज 19-21, पैरा. 1-3 और 5-6 देखिए।) वह किशोर/किशोरी भी हामी भरता/ती है कि ऐसी ज़िंदगी जीना अच्छा होगा जिससे राज्य के काम को आगे बढ़ाने के लिए रखे गए लक्ष्यों को हासिल करने में उन्हें मदद मिलेगी।
15 मि: “आप हताशा से जूझ सकते हैं!” प्राचीन द्वारा एक भाषण, जो फरवरी 1, 2001 के प्रहरीदुर्ग, पेज 20-23 से लिया गया है।
गीत 6 (45) और प्रार्थना।
जून 25 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 7 (51)
15 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। जुलाई और अगस्त की साहित्य पेशकश के बारे में बताइए। दो ऐसे ब्रोशरों के बारे में बताइए जिनका स्टॉक कलीसिया में मौजूद है। इन्हें सेवकाई में कैसे पेश करना चाहिए, इस बारे में दो अच्छी तरह तैयार किए गए प्रदर्शन दिखाइए। बातचीत की शुरूआत कैसे करनी है, इसके बारे में सुझावों के लिए 1995 से 1998 की हमारी राज्य सेवकाई के जुलाई और अगस्त के अंकों में आखिरी पेज देखिए।
30 मि: “मैं डटा रहूँगा! मैं डटा रहूँगा! मैं डटा रहूँगा!” पैराग्राफ 2 में सवालों के ज़रिए श्रोताओं के साथ वीडियो डटे रहे की चर्चा कीजिए। इसके बाद पैराग्राफ 3-4 पर चर्चा कीजिए। आखिर में, जनवरी 8, 2000 की सजग होइए! के पेज 31 पर दिया गया अनुभव बताइए। अगस्त में, उम्मीद है कि हम एक और वीडियो देखेंगे जिसका शीर्षक है, नयी दुनिया का समाज कार्य कर रहा है (अँग्रेज़ी)।
गीत 18 (162) और प्रार्थना।
जुलाई 2 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 6 (45)
13 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। प्रकाशकों को याद दिलाइए कि जून में किए गए प्रचार काम की रिपोर्ट डाल दें। “क्या आपकी लाइब्रेरी में कुछ इयरबुक नहीं हैं?” बक्स पर चर्चा कीजिए। सन् 1997 से 2000 की इयरबुक में दिए गए अनुभवों के छोटे-छोटे अंश बताइए, जिससे लोगों को इन किताबों में दी गयी जानकारी की अहमियत का एहसास हो। जिन लोगों के पास ये इयरबुक नहीं हैं, इससे पहले कि ये खत्म हो जाएँ उन्हें इनका ऑर्डर देने का प्रोत्साहन दीजिए।
15 मि: कलीसिया की ज़रूरतें।
17 मि: “अपने क्षेत्र में बधिरों को ढूँढ़ने में सतर्क रहिए।” भारत की सभी कलीसियाओं को, अक्टूबर 15, 1998 को भेजे गए खत के इस भाग पर चर्चा कीजिए, “दूसरी भाषा बोलनेवाले व्यक्तियों को ढूँढ़ना।” अप्रैल 22, 2001 की सजग होइए! (अँग्रेज़ी) के पेज 19-23 पर दिया गया अनुभव थोड़े शब्दों में बताइए।
गीत 3 (32) और प्रार्थना
[फुटनोट]
a लेख का परिचय एक मिनट से कम समय में दीजिए और उसके बाद सवाल-जवाब से चर्चा कीजिए।