वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • km 6/01 पेज 3
  • घोषणाएँ

इस भाग के लिए कोई वीडियो नहीं है।

माफ कीजिए, वीडियो डाउनलोड नहीं हो पा रहा है।

  • घोषणाएँ
  • हमारी राज-सेव—2001
हमारी राज-सेव—2001
km 6/01 पेज 3

घोषणाएँ

◼ जून के लिए साहित्य पेशकश: परमेश्‍वर हमसे क्या माँग करता है? या ज्ञान जो अनन्त जीवन की ओर ले जाता है। बाइबल अध्ययन शुरू करने पर खास ध्यान दीजिए। जुलाई और अगस्त: नीचे दिए 32-पेज के ब्रोशरों में से कोई भी दिया जा सकता है: अनन्त काल तक पृथ्वी पर जीवन का आनन्द लीजिए!, क्या आपको त्रिएक में विश्‍वास करना चाहिए?, क्या परमेश्‍वर वास्तव में हमारी परवाह करता है?, जब आपके किसी प्रियजन की मृत्यु हो जाती है (अँग्रेज़ी), जीवन का उद्देश्‍य क्या है?—आप इसे कैसे पा सकते हैं?, “देख! मैं सब कुछ नया कर देता हूँ,” परमेश्‍वर का नाम जो सदा तक बना रहेगा (अँग्रेज़ी), मरने पर हमारा क्या होता है? (अँग्रेज़ी), वह शासन जो प्रमोदवन लाएगा। और नीचे दिए गए ब्रोशर जहाँ ठीक लगे वहाँ दिए जा सकते हैं: क्या कभी युद्ध के बिना एक संसार होगा? (अँग्रेज़ी), मृत जनों की आत्माएँ—क्या वे आपकी मदद कर सकती हैं या नुकसान पहुँचा सकती हैं? क्या वे सचमुच अस्तित्त्व में हैं? (अँग्रेज़ी), सब लोगों के लिए एक किताब और हमारी समस्याएँ—उन्हें हल करने में कौन हमारी मदद करेगा? सितंबर: ब्रोशर: यहोवा के गवाह बीसवीं शताब्दी में और किताब जीवन यहाँ कैसे आया? विकासवाद से या सृष्टि से? (अँग्रेज़ी)

◼ जुलाई 30, 2001 के सप्ताह से, भारत के क्षेत्र में सारी कलीसियाएँ, कलीसिया की बुक स्टडी में यशायाह की भविष्यवाणी—सारे जगत के लिए उजियाला I का अध्ययन करेंगी। यह अब मराठी, नेपाली, तेलगू भाषा की बुक स्टडी ग्रूप पर भी लागू होता है।

◼ हर कलीसिया को, फरवरी महीने के स्टेटमेंट के साथ स्पेशल रिक्वेस्ट फॉर्म फॉर एनुअल आइटम्स्‌ का फॉर्म भेजा गया था। जिन कलीसियाओं ने अब तक सन्‌ 2001 के अधिवेशन बैज कार्ड और दूसरे सालाना प्रकाशन जैसे कि सन्‌ 2002 के बाइबल वचनों पर ध्यान दीजिए, इयरबुक, कैलेंडर और स्मारक के निमंत्रण नहीं मँगवाएँ हैं, उन्हें तुरंत अपने ऑर्डर भेज देने चाहिए। अगर ऐसा न किया गया, तो अगले साल के लिए आपकी ज़रूरतों को पूरा करने में संस्था को मुश्‍किल होगी। जो कलीसियाएँ, किंगडम हॉल लिट्रेचर इन्वेंट्री अरेंजमॆंट में आती हैं, उन्हें अपने ऑर्डर “कोऑर्डिनेटिंग काँग्रिगेशन” के ज़रिए ही भेजने चाहिए। कोऑर्डिनेटिंग काँग्रिगेशन के लिट्रेचर कोऑर्डिनेटर और सेक्रेट्री इस बात का ध्यान रखेंगे कि उनके समूह की हर कलीसिया की ज़रूरत के मुताबिक साहित्य का ऑर्डर दिया जाए।

    हिंदी साहित्य (1972-2025)
    लॉग-आउट
    लॉग-इन
    • हिंदी
    • दूसरों को भेजें
    • पसंदीदा सेटिंग्स
    • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
    • इस्तेमाल की शर्तें
    • गोपनीयता नीति
    • गोपनीयता सेटिंग्स
    • JW.ORG
    • लॉग-इन
    दूसरों को भेजें