स्मारक के अवसर पर याद रखनेवाली बातें
इस साल स्मारक समारोह गुरुवार, मार्च 28 को मनाया जाएगा। प्राचीनों को इन बातों का ध्यान रखना चाहिए:
◼ स्मारक सभा ऐसे समय पर रखिए ताकि स्मारक के प्रतीकों को सूर्यास्त के बाद ही दिया जाए।
◼ स्मारक ठीक कहाँ और किस समय मनाया जाएगा, इसके बारे में लोगों के साथ-साथ भाषण देनेवाले भाई को भी बताना चाहिए।
◼ सही किस्म की रोटी और दाखरस का इंतज़ाम करके इन्हें तैयार रखा जाना चाहिए।—फरवरी 15, 1985 की प्रहरीदुर्ग (अँग्रेज़ी) का पेज 19 देखिए।
◼ प्लेट, गिलास, उपयुक्त टेबल और उस पर बिछाने के लिए कपड़ा पहले से ही हॉल में लाकर सही जगह पर तैयार रखें।
◼ किंगडम हॉल या दूसरी जगह जहाँ पर स्मारक मनाया जाएगा, उसकी पहले से अच्छी तरह सफाई की जानी चाहिए।
◼ अटैन्डंट और प्रतीक देनेवालों को पहले से ही चुना जाना चाहिए और उनको बताया जाना चाहिए कि उनको क्या-क्या करना है, किस तरीके से समारोह मनाया जाना चाहिए और उनके कपड़े और बनाव-श्रंगार क्यों शालीन होने चाहिए।
◼ अगर कोई अभिषिक्त मसीही बीमार है और स्मारक में हाज़िर नहीं हो सकता, तो उसको प्रतीक दिए जाने का इंतज़ाम करना चाहिए।
◼ अगर एक-से-ज़्यादा कलीसियाएँ एक ही किंगडम हॉल में समारोह आयोजित करती हैं, तो कलीसियाओं का आपस में अच्छा सहयोग होना चाहिए। इससे खाहमखाह हॉल के दरवाज़े पर, बाहर फुटपाथों पर और गाड़ियाँ खड़ी करने की जगह पर लोगों का जमघट नहीं लगेगा।