बरसात के मौसम में ‘वचन का प्रचार कर’
प्रेरित पौलुस ने बढ़ावा दिया: “वचन को प्रचार कर; समय और असमय [“चाहे तुझे सुविधा हो या असुविधा,” ईज़ी-टू-रीड वर्शन] तैयार रह।” (2 तीमु. 4:2) बरसात के समय नमीवाले मौसम, पानी से भरी सड़कों और इस मौसम में होनेवाली बीमारियों से हमारे रोज़मर्रा के काम गड़बड़ा जाते हैं। इसलिए, हममें से बहुतों के लिए यह मौसम “असुविधा” का समय हो सकता है। ऐसे हालात में नियमित तौर पर ‘वचन का प्रचार करना’ एक चुनौती हो सकती है। फिर भी अगर हम बढ़िया योजना बनाएँ और कड़ी मेहनत करें, तो यह मौसम हमारे जोश को ठंडा नहीं कर पाएगा।
2 समझदारी से काम लेने और पहले से तैयार रहने से इस मौसम में होनेवाली परेशानियों को कम किया जा सकता है। परिवार के हर सदस्य के पास एक अच्छा छाता, रेनकोट, बरसात के लिए एक ऐसा बैग होना चाहिए जिसमें बाइबलें, साहित्य, और पत्रिकाएँ गीली न हों। इन चीज़ों पर पैसा खर्च करना समझदारी है। अगर आप स्कूटर या ऐसी ही कोई गाड़ी इस्तेमाल करते हैं, तब आपको गीली और कीचड़ से भरी सड़कों पर उसे चलाते वक्त सावधान रहना चाहिए। इस मौसम में खास एहतियात बरतिए, ताकि आपको ज़ुकाम और पानी से फैलनेवाली बीमारी ना हों।
3 अगर मुमकिन हो तो प्रचार के लिए ऐसा इलाका चुनिए जहाँ लोग आपको अंदर बुलाएँगे। घर-घर की सेवकाई में दिलचस्पी दिखानेवालों के नाम और पतों का अच्छा रिकॉर्ड रखिए ताकि जब मौसम खराब हो, तो उस वक्त इन लोगों के साथ दोबारा भेंट की जा सके। मगर, उन दिनों में जब चारों तरफ इतना पानी भरा हो कि बाहर निकलना मुश्किल हो जाए, तब क्या किया जा सकता है? क्या आपने कभी ऐसे वक्त में टेलीफोन से गवाही देने के बारे में सोचा है? इस बारे में आपको फरवरी 2001 की हमारी राज्य सेवकाई के इंसर्ट में कुछ व्यवहारिक सुझाव मिलेंगे। अगर आपके पास टेलीफोन नहीं है तो क्या आप ऐसे लोगों की सूची बना सकते हैं जिन्हें आप खतों के ज़रिए गवाही दे सकें?
4 जब मूसलाधार बारिश होती है तो शायद हमें दिलचस्पी दिखानेवालों या उनके यहाँ जाने की इच्छा न हो जिनके साथ हम बाइबल अध्ययन करते हैं। मगर ज़रा सोचिए, अगर हम ऐसे मौसम में ज़्यादा मेहनत करके उनके पास जाएँगे तो इसका उन पर कैसा अच्छा असर पड़ सकता है। एक औरत ने कहा: “मैं और मेरे पति इन साक्षियों के जोश और उनकी सच्ची परवाह की दाद देते हैं। वे एक हलकी मोटर साइकिल पर प्रचार में जाते हैं और ज़ोरो की बारिश होने पर भी वे प्रचार में लगे रहते हैं।” इस औरत ने आगे चलकर बपतिस्मा लिया और आज वह हमारी एक बहन है। भीगने के लिए तैयार होना, क्या ही बढ़िया आशीष लाया!
5 प्राचीन, खास तौर पर सर्विस ओवरसियर, प्रचार के लिए एक कारगर शेड्यूल बना सकते हैं ताकि बरसात में भी यह काम होता रहे। क्या आपकी कलीसिया के इलाके में कई मंज़िलोंवाले अपार्टमेंट हैं या ऐसी कॉलोनी हैं जहाँ पर बिना भीगे प्रचार किया जा सकता है? क्यों न इस मौसम में ऐसे इलाकों में प्रचार करें? इसी तरह जब आँधी-तूफान चलते हैं तब कॉलेज या यूनिवर्सिटी होस्टल भी गवाही देने के लिए बढ़िया जगह हो सकती हैं। सिर्फ बारिश की वजह से सड़क गवाही को मत रोकिए। अगर सही इंतज़ाम किया जाए तो शॉपिंग सेंटरों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशनों या दूसरी सार्वजनिक जगहों में गवाही दी जा सकती है, जहाँ बारिश से थोड़ी-बहुत पनाह मिलती है।
6 जिस तरह बारिश, हमारे देश के सूखे इलाकों को तरो-ताज़ा करती है, उसी तरह आइए हम भी लोगों को सच्चाई का जीवनदायी जल पाने में मदद करें और इससे खुशी पाएँ।—प्रका. 22:17.