यहोवा अति स्तुति के योग्य है
अप्रैल 16 को प्रभु का संध्या भोज मनाया जाएगा
जैसे-जैसे अप्रैल 16, 2003 का दिन पास आ रहा है, हमारा उत्साह बढ़ता जा रहा है। उस दिन, शाम के वक्त हम यीशु की मौत का स्मारक मनाएँगे और दुनिया भर के अपने भाई-बहनों के साथ मिलकर यहोवा के नाम की महिमा करेंगे। यहोवा हमसे हर तरह की स्तुति पाने का हकदार है क्योंकि उसने हमारे लिए छुड़ौती का एक बेमिसाल इंतज़ाम किया है। इसी इंतज़ाम के ज़रिए, वह आज्ञा माननेवाले सभी इंसानों पर शानदार आशीषों की वर्षा करेगा। इसलिए, भजनहार के साथ हम भी पूरे दिल से कहते हैं: “यहोवा महान और अति स्तुति के योग्य है।”—भज. 145:3.
2 यह वक्त, यहोवा की भलाई और उन एहसानों के बारे में मनन करने का है जो उसने हम पर किए हैं, और वह यह कि उसने “अपने एकलौते पुत्र को जगत में भेजा है, कि हम उसके द्वारा जीवन पाएं।” (1 यूह. 4:9, 10) जैसी हमें आज्ञा मिली है, उसी के मुताबिक प्रभु का संध्या भोज मनाने से हमारे दिल पर इस बात का गहरा असर होता है कि “यहोवा अनुग्रहकारी और दयालु, . . . और अति करुणामय है।” (भज. 145:8) वाकई, यहोवा ने अपने बेटे का छुड़ौती बलिदान देकर सब इंसानों के लिए अपने प्यार की सबसे बड़ी मिसाल कायम की है। (यूह. 3:16) जब हम ध्यान से सोचते हैं कि परमेश्वर ने हमसे कैसा प्रेम किया और यीशु ने सारी ज़िंदगी कैसे खराई बनाए रखी, तो हम यहोवा की स्तुति करने से खुद को रोक नहीं पाते। सदा सर्वदा के लिए हम उसके इस अपार प्रेम के लिए उसकी स्तुति करते रहेंगे, क्योंकि इसी प्रेम की वजह से हमारे लिए सदा की ज़िंदगी पाना मुमकिन हुआ है।—भज. 145:1, 2.
3 यहोवा की स्तुति करने में दूसरों की मदद कीजिए: परमेश्वर के इस अनमोल तोहफे यानी छुड़ौती के लिए एहसानमंदी की भावना हमें उकसाती है कि हम दूसरों को भी यहोवा की स्तुति करने का न्यौता दें। भजनहार को यह लिखने की प्रेरणा मिली: “वे तेरी बड़ी भलाई का स्मरण करके उत्सुकता से उसकी चर्चा करेंगे, और तेरी धार्मिकता का जयजयकार करेंगे।” (भज. 145:7, NHT) सिर्फ पिछले साल ही, यहोवा के साक्षियों ने सारी दुनिया में प्रचार करने में एक अरब से ज़्यादा घंटे बिताए। उनकी इस कोशिश का नतीजा क्या हुआ? हर हफ्ते औसतन 5,100 लोगों ने यहोवा को अपना समर्पण ज़ाहिर करने के लिए बपतिस्मा लिया। पिछले साल स्मारक में आनेवालों की कुल संख्या थी 1,55,97,746 और इनमें वे 90 लाख लोग भी शामिल थे जिन्होंने अब तक सुसमाचार का प्रचार करते हुए यहोवा की स्तुति करना शुरू नहीं किया। बेशक, आगे और भी बढ़ोतरी होने की बड़ी गुंजाइश है! राज्य का ऐलान करनेवालों की हैसियत से, हम सुसमाचार सुनाने के इस खास सम्मान की दिलो-जान से कदर करते हैं। यही सुसमाचार सुनाकर हम दूसरों का मन यहोवा, उसके बेटे और राज्य की तरफ खींचते हैं।
4 यहोवा का सम्मान करने के लिए दूसरों को उकसाने का एक बढ़िया तरीका है कि उन्हें प्रभु के संध्या भोज में हमारे साथ हाज़िर होने का न्यौता देना। क्या आपने ऐसे लोगों की लिस्ट तैयार कर ली है जिन्हें आप न्यौता देना चाहते हैं और ऐसे लोगों की भी जिन्हें स्मारक का दिन और समय याद दिलाने की ज़रूरत पड़ेगी? क्या आपने लिस्ट के मुताबिक सभी लोगों को न्यौता दिया है? अगर नहीं, तो बाकी बचे समय में उन्हें भी न्यौता दीजिए। यह समारोह क्यों मनाया जाता है यह समझने में उनकी मदद कीजिए। स्मारक के कार्यक्रम के दौरान, मेहमानों का स्वागत करने के लिए तैयार रहिए। उनका स्वागत-सत्कार कीजिए, उन्हें दूसरों से मिलवाइए और समारोह में आने के लिए उनकी सराहना कीजिए।
5 स्मारक में हाज़िर होने से सच्चाई में नए लोगों को आध्यात्मिक उन्नति करने की प्रेरणा मिल सकती है। बाइबल का अध्ययन करनेवाला एक शख्स, किसी भारी सदमे का शिकार था और इसलिए वह भीड़-भाड़वाली जगहों पर नहीं जाता था। मगर वह स्मारक में आया। जब उससे पूछा गया कि उस सभा के बारे में वह कैसा महसूस करता है, तो उसने कहा: “यह सबसे पवित्र शाम थी और मैं वहाँ मौजूद था।” तब से, वह सभाओं में आने लगा है।
6 स्मारक के बाद: सच्चाई में दिलचस्पी लेनेवाले इन लोगों को यहोवा की स्तुति करने में मदद देने के लिए क्या किया जा सकता है? कलीसिया के प्राचीन, स्मारक में आनेवाले नए लोगों पर ध्यान देंगे और स्मारक के फौरन बाद किसी काबिल प्रचारक को उनके पास भेजने का भी इंतज़ाम करेंगे। ये प्रचारक उनसे मिलकर उन बढ़िया बातों पर चर्चा करेंगे जो उन्होंने स्मारक से सीखीं और वहाँ देखी थीं। कुछ लोग शायद अपने घर पर बाइबल अध्ययन करना चाहेंगे। उन्हें कलीसिया में हर हफ्ते होनेवाली सभाओं में आने का भी न्यौता देना चाहिए, क्योंकि नियमित रूप से हाज़िर होने से बाइबल के बारे में उनकी जानकारी बढ़ सकती है।
7 ऐसे सभी लोगों का हौसला बढ़ाने का इंतज़ाम किया जा रहा है जो नियमित रूप से प्रचार में नहीं आते या जो सच्चाई में ठंडे पड़ चुके हैं। अगर एक प्राचीन आपको किसी निष्क्रिय व्यक्ति की मदद करने के लिए कहता है ताकि वह फिर से प्रचार में आने लगे, तो उसकी मदद करने के लिए तैयार रहिए। अपने भाइयों के लिए ऐसी प्यार-भरी परवाह दिखाना, प्रेरित पौलुस की इस सलाह के मुताबिक है: “जहां तक अवसर मिले हम सब के साथ भलाई करें; विशेष करके विश्वासी भाइयों के साथ।”—गल. 6:10.
8 आइए हम सभी अप्रैल 16 को स्मारक में हाज़िर होने की खास कोशिश करें। यहोवा की स्तुति करने के इस सबसे पवित्र अवसर को हम गँवाना नहीं चाहेंगे। जी हाँ, आइए हम अभी और सदा तक यहोवा के महान कामों के लिए उसकी स्तुति करते रहें!—भज. 145:21.