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  • सेवा सभा की तालिका
  • हमारी राज-सेवा—2003
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  • मार्च 10 से शुरू होनेवाला सप्ताह
  • मार्च 17 से शुरू होनेवाला सप्ताह
  • मार्च 24 से शुरू होनेवाला सप्ताह
  • मार्च 31 से शुरू होनेवाला सप्ताह
  • अप्रैल 7 से शुरू होनेवाला सप्ताह
हमारी राज-सेवा—2003
km 3/03 पेज 2

सेवा सभा की तालिका

मार्च 10 से शुरू होनेवाला सप्ताह

गीत 6 (45)

10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। हमारी राज्य सेवकाई से चुनिंदा घोषणाएँ। पेज 8 पर दिए सुझावों का इस्तेमाल करके, दो अलग-अलग प्रदर्शनों में दिखाइए कि जनवरी-मार्च की सजग होइए! (पत्रिकाएँ पेश करने के कॉलम का पहला सुझाव) और मार्च 15 की प्रहरीदुर्ग कैसे पेश करें। हर प्रदर्शन में दोनों पत्रिकाओं को एक-साथ पेश किया जाना चाहिए, फिर चाहे एक ही पत्रिका के बारे में बताया जाए।

15 मि: सन्‌ 2003 की इयरबुक से फायदा पाना। भाषण और श्रोताओं के साथ चर्चा। हमारी राज्य सेवकाई के इस अंक के इंसर्ट में “शासी निकाय से आया एक खत” की खास बातों पर चर्चा कीजिए। कुछ भाई-बहनों को इयरबुक में से ऐसी कोई रिपोर्ट और अनुभव बताने को कहिए जिनसे उन्हें खासकर हौसला मिला और उनका विश्‍वास मज़बूत हुआ। दुनिया भर की रिपोर्ट में से चंद खास बातें बताइए। परिवारों को उकसाइए कि वे साल के दौरान धीरे-धीरे पूरी किताब पढ़ने की कोशिश करें। इस किताब का इस्तेमाल करने के ऐसे तरीके बताइए जिनकी मदद से, हम नए लोगों को यहोवा के संगठन की ओर ला सकते हैं और सभाओं में हाज़िर होने के लिए उकसा सकते हैं।

20 मि: “भलाई करने में उत्साही!”a (पैराग्राफ 1-12) पैराग्राफ 6 पर चर्चा करने के बाद, एक छोटा प्रदर्शन दिखाइए कि कैसे एक प्रचारक अपने किसी रिश्‍तेदार, पड़ोसी, स्कूल के साथी या साथ काम करनेवाले को छपे हुए निमंत्रण पत्र से स्मारक में आने का न्यौता देता है। अगर स्मारक के निमंत्रण पत्र अब तक आपकी कलीसिया में नहीं बाँटे गए हैं, तो सभा के बाद जल्द-से-जल्द इन्हें बाँटने का इंतज़ाम कीजिए।

गीत 4 (43) और प्रार्थना।

मार्च 17 से शुरू होनेवाला सप्ताह

गीत 9 (37)

10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। अकाउंट्‌स्‌ रिपोर्ट।

15 मि: अपने साथियों का चुनाव करने में समझदारी से काम लीजिए। एक प्राचीन का भाषण, जो मार्च 8, 1997 की सजग होइए!, पेज 13 से और रीज़निंग किताब के पेज 189 पर “बुरी संगति” उपशीर्षक के नीचे दी गयी जानकारी से होगा। दिखाइए कि ये सिद्धांत कैसे नौजवानों और बड़ों सभी पर लागू होते हैं। जो यहोवा से प्यार करते हैं और उसके स्तरों पर चलने की कोशिश करने का सबूत देते हैं, दोस्ती के लिए ऐसे लोगों का चुनाव करने के फायदों पर ज़ोर दीजिए।

20 मि: “भलाई करने में उत्साही!”b (पैराग्राफ 13-26) इस भाग को प्रिसाइडिंग ओवरसियर पेश करेगा। पैराग्राफ 14 पर चर्चा करते वक्‍त, एक छोटा प्रदर्शन दिखाइए जिसमें एक प्राचीन एक ऐसे भाई का हौसला बढ़ाने के लिए उससे मिलता है जो ढलती उम्र की वजह से दुर्बल हो गया है। प्राचीन उसे प्यार से समझाता है कि वह भाई स्मारक के मौसम में कैसे कलीसिया के साथ-साथ प्रचार के काम में ज़्यादा हिस्सा ले सकता है।

गीत 8 (53) और प्रार्थना।

मार्च 24 से शुरू होनेवाला सप्ताह

गीत 22 (130)

10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। पेज 8 पर दिए सुझावों का इस्तेमाल करके, दो अलग-अलग प्रदर्शनों में दिखाइए कि जनवरी-मार्च की सजग होइए! (पत्रिकाएँ पेश करने के कॉलम का तीसरा सुझाव) और अप्रैल 1 की प्रहरीदुर्ग कैसे पेश करें।

15 मि: कलीसिया की ज़रूरतें।

20 मि: यहोवा के साक्षी—समाज में अच्छाई का काम करनेवाले। भाषण और श्रोताओं के साथ चर्चा। कभी-कभी हमें लोगों को यह बताने का मौका मिलता है कि कैसे हमारे प्रचार और हमारी अच्छी मिसाल से समाज को फायदा होता है। इन मुद्दों पर अपने विचार बताने के लिए श्रोताओं से कहिए: (1) हम लोगों को बाइबल के नैतिक स्तरों के मुताबिक जीना सिखाते हैं। (2) हम ईमानदारी से जीना और अधिकारियों का आदर करना सिखाते हैं। (3) हम अलग-अलग जातियों, देशों और समाज के लोगों को एक-साथ मिलकर रहना सिखाते हैं। (4) हम दूसरों को बाइबल के सिद्धांतों पर अमल करने को उकसाते हैं जिससे उनका परिवार पहले से ज़्यादा सुखी हो। (5) हमने हज़ारों को पढ़ना-लिखना सिखाया है। (6) विपत्ति के समय, हम दूसरों की मदद करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। (7) हमारे ज़रिए धर्म मानने की ऐसी आज़ादी हासिल हुई है, जिससे सब लोगों को फायदा होता है।—प्रोक्लेमर्स्‌ किताब, पेज 699 देखिए।

गीत 12 (113) और प्रार्थना।

मार्च 31 से शुरू होनेवाला सप्ताह

गीत 10 (82)

12 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। सभी को याद दिलाइए कि वे मार्च की क्षेत्र सेवा रिपोर्ट डाल दें। “बाइबल अध्ययन कराने के लिए परमेश्‍वर की उपासना करें किताब इस्तेमाल कीजिए” दोहराइए। “स्मारक के अवसर पर याद रखनेवाली बातें,” इसके खास मुद्दों पर चर्चा कीजिए।

13 मि: कलीसिया के अनुभव। कलीसिया के भाई-बहनों को, मार्च में प्रचार के काम में ज़्यादा हिस्सा लेने के दौरान हुए अच्छे अनुभव बताने के लिए कहिए। उनकी मेहनत के लिए उन्हें शाबाशी दीजिए और सभी का हौसला बढ़ाइए कि वे अपने-अपने हालात के मुताबिक अप्रैल के दौरान प्रचार में ज़्यादा-से-ज़्यादा हिस्सा लें।

20 मि: “यहोवा अति स्तुति के योग्य है।”c स्मारक की अहमियत पर ज़ोर दीजिए। बताइए कि स्मारक में हाज़िर होने के लिए दूसरों की मदद करने में कैसे सभी सहयोग दे सकते हैं। समझाइए कि निष्क्रिय जनों की दिलचस्पी को फिर से जगाने के लिए क्या किया जा सकता है। श्रोताओं से कहिए कि पिछले साल के समारोह में हुए कुछ हौसला बढ़ानेवाले अनुभव बताएँ।

गीत 23 (200) और प्रार्थना।

अप्रैल 7 से शुरू होनेवाला सप्ताह

गीत 21 (191)

10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ।

15 मि: शास्त्र से तर्क कैसे करें। श्रोताओं के साथ चर्चा। हम प्रचार में लोगों के साथ असरदार तरीके से तर्क करने का हुनर कैसे पैदा कर सकते हैं? (1) नियमित रूप से निजी अध्ययन करने और सभाओं में आने से शास्त्र का सही ज्ञान हासिल कीजिए। (2) आप जो सीखते हैं, उस पर मनन कीजिए, अलग-अलग पहलुओं से सच्चाइयों की जाँच कीजिए। (3) आयतों को कैसे समझाया जा सकता है, यही मत जानिए बल्कि शास्त्र से कारण ढूँढ़िए। (4) सोचिए कि आप अलग-अलग किस्म के लोगों को आयतें कैसे समझाएँगे। (6) यह भी सोचिए कि आप कुछ मुद्दों को उदाहरण देकर कैसे समझाएँगे।

20 मि: “सच्चाई हमें कैसे आज़ाद करती है।”d अक्टूबर 1, 1998 की प्रहरीदुर्ग, पेज 6 के बक्स में लिखी बातों को शामिल कीजिए। श्रोताओं से यह बताने को कहिए कि परमेश्‍वर के वचन की सच्चाइयों की वजह से उन्हें कैसे आज़ादी मिली है।

गीत 16 (143) और प्रार्थना।

[फुटनोट]

a एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।

b एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।

c एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।

d एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।

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