परमेश्वर की सेवा स्कूल की चर्चा
अप्रैल 28, 2003 से शुरू होनेवाले सप्ताह में परमेश्वर की सेवा स्कूल में नीचे दिए गए सवालों की ज़बानी चर्चा होगी। स्कूल ओवरसियर, 30 मिनट के लिए मार्च 3 से अप्रैल 28, 2003 तक के हफ्तों में पेश किए भागों पर दोबारा चर्चा करेगा। [ध्यान दीजिए: अगर किसी सवाल के बाद कोई हवाले नहीं दिए गए हैं, तो वहाँ जवाब के लिए आपको खुद खोजबीन करनी होगी।—सेवा स्कूल किताब के पेज 36-7 देखिए।]
भाषण के गुण
1. बोलने में प्रवाह न होने के कौन-से कारण हो सकते हैं? [be-HI पेज 93]
2. सही या गलत: बातचीत में ठहराव देने से दूर रहना चाहिए, क्योंकि इससे सुननेवालों का ध्यान भटक सकता है और उन्हें बीच में बोलने का मौका मिल सकता है। समझाइए।
3. वक्ता या दूसरों को पढ़कर सुनानेवाले के लिए, सही तरीके से मतलब पर ज़ोर देने के क्या फायदे हैं? (नहे. 8:8) [be-HI पेज 101]
4. एक व्यक्ति सही तरीके से मतलब पर ज़ोर देना कैसे सीख सकता है? [be-HI पेज 102-3]
5. बाइबल अध्ययन कराते वक्त या कलीसिया की सभा में किसी किताब से पढ़कर सुनाते वक्त, किन खास विचारों पर ज़ोर देना चाहिए? [be-HI पेज 105]
भाग नं. 1
6. बच्चे मसीही सभाओं में ‘सुनकर सीख सकें’ इसके लिए माता-पिता उन्हें कैसे तालीम दे सकते हैं? (व्यव. 31:12) [be-HI पेज 16]
7. आध्यात्मिक फिरदौस क्या है? [w01-HI 3/1 पेज 8-10]
8. नीतिवचन 8:1-3 कैसे बताता है कि ईश्वरीय बुद्धि सभी के लिए उपलब्ध है और कुलुस्सियों 2:3 के मुताबिक वह कहाँ पायी जा सकती है? [w01-HI 3/15 पेज 25, 28]
9. हम परमेश्वर के नाम का कैसे ऐलान कर सकते हैं? (यूह. 17:6) [be-HI पेज 273-5]
10. लोगों को ‘राज्य के सुसमाचार’ के बारे में कौन-सी ज़रूरी जानकारी जाननी चाहिए? (मत्ती 24:14) [be-HI पेज 279-80]
हफ्ते की बाइबल पढ़ाई
11. (क) पहली सदी में, मरकुस 13:14 में बतायी वह “घृणित वस्तु” कौन-सी थी? (ख) ‘जहाँ उचित नहीं वहाँ खड़े होना’ क्या दर्शाता है?
12. लूका रचित सुसमाचार कैसे स्थापित करता है कि यीशु ही दाऊद के सिंहासन का असल वारिस था? (लूका 3:23-38) [w93-HI 4/1 पेज 3 पैरा. 3]
13. लूका 12:2 में दर्ज़, यीशु के शब्दों का मतलब क्या था?
14. खोए हुए सिक्के के बारे में यीशु के दृष्टांत में स्वर्गदूतों की प्रतिक्रिया देखने लायक क्यों है? (लूका 15:10) और उनके उदाहरण का हम पर कैसा असर पड़ना चाहिए?
15. लूका 22:29 में कौन-सी दो वाचाओं का ज़िक्र किया है?