सेवा सभा की तालिका
जून 9 से शुरु होनेवाला सप्ताह
गीत 26 (212)
10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। हमारी राज्य सेवकाई से चुनिंदा घोषणाएँ। पेज 8 पर दिए गए सुझावों को इस्तेमाल करके दो अलग-अलग प्रदर्शन दिखाइए कि अप्रैल-जून की सजग होइए! (पत्रिकाएँ पेश करने के कॉलम का पहला सुझाव) और जून 15 की प्रहरीदुर्ग कैसे पेश की जा सकती है। हर प्रदर्शन में दोनों पत्रिकाओं को एक-साथ पेश किया जाना चाहिए, इसके बावजूद कि एक ही पत्रिका के बारे में बताया जाएगा। और हर प्रदर्शन में एक आयत को ज़रूर शामिल कीजिए।
15 मि: “मसीही सेवा—हमारा सबसे अहम काम।”a जवानों को यह सोचने के लिए प्रोत्साहित कीजिए कि पूरे समय की सेवा शुरू करने से उन्हें कैसी आशीषें मिल सकती हैं। नवंबर 1, 2000 की प्रहरीदुर्ग के पेज 19-20 पर, उपशीर्षक “विवेक और समाज के बीच तकरार” के तहत दी गयी जानकारी से भी कुछ बातें बताइए।
20 मि: “रिटायर होना—ज़्यादा सेवा के लिए खुला द्वार?”b अगर हो सके तो एक ऐसे प्रकाशक का छोटा-सा इंटरव्यू लीजिए जो नौकरी से रिटायर होने के बाद, यहोवा की सेवा और ज़्यादा करने के लिए अपना समय इस्तेमाल कर रहा है। उससे पूछिए कि उसने क्या फेर-बदल किए हैं और इससे उसे क्या आशीषें मिली हैं।
गीत 6 (45) और प्रार्थना।
जून 16 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 1 (13)
8 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। अकाउंट्स रिपोर्ट।
37 मि: जब हमारे काम के बारे में लोगों को गलतफहमी हो। एक योग्य प्राचीन शाखा-दफ्तर से मिली आउटलाइन के आधार पर इस भाग को पेश करेगा।
गीत 22 (130) और प्रार्थना।
जून 23 से शुरु होनेवाला सप्ताह
गीत 28 (224)
10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। पेज 8 पर दिए गए सुझावों को इस्तेमाल करके दो अलग-अलग प्रदर्शन दिखाइए कि अप्रैल-जून की सजग होइए! (पत्रिकाएँ पेश करने के कॉलम का तीसरा सुझाव) और जुलाई 1 की प्रहरीदुर्ग कैसे पेश की जा सकती है। हर प्रदर्शन में दोनों पत्रिकाओं को एक-साथ पेश किया जाना चाहिए, इसके बावजूद कि एक ही पत्रिका पेश की जाएगी। एक प्रदर्शन में दिखाइए कि प्रकाशक सड़क गवाही कर रहा है।
20 मि: “‘अच्छी तरह गवाही’ देने में मेहनत कीजिए”c दिए गए सवालों का इस्तेमाल कीजिए। पैराग्राफ 5 और 6 पर चर्चा करने के बाद एक छोटा प्रदर्शन दिखाइए जिसमें प्रकाशक मौका ढूँढ़कर एक स्टोर क्लर्क को गवाही देता है और उसे क्या आप बाइबल के बारे में और ज़्यादा जानना चाहते हैं? ट्रैक्ट पेश करता है। पैराग्राफ 7 और 8 पर चर्चा करने से पहले उन्हें ज़ोर से पढ़वाइए। आखिर में, “उन्हें मत भूलिए!” बक्स को पढ़िए और उस पर चर्चा कीजिए।
15 मि: “हमेशा बदलते इस संसार में प्रचार करना”d पैराग्राफ 2-3 पर चर्चा करते वक्त श्रोताओं से पूछिए कि अपने इलाके में प्रचार करते वक्त, बातचीत शुरू करने के लिए वे हाल में घटी किन घटनाओं का ज़िक्र कर सकते हैं। पैराग्राफ 4 पर चर्चा के वक्त, उसमें बताए गए किसी एक सुझाव का इस्तेमाल करके एक छोटा-सा प्रदर्शन दिखाइए।
गीत 2 (15) और प्रार्थना।
जून 30 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 16 (143)
10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। प्रचारकों को जून की क्षेत्र सेवा रिपोर्ट डालने के लिए याद दिलाइए। जुलाई और अगस्त में पेश किए जानेवाले साहित्य का ज़िक्र कीजिए। ऐसे दो ब्रोशरों पर खास रोशनी डालिए जिनका आपकी कलीसिया में स्टॉक है। और अच्छी तरह तैयार किए हुए दो प्रदर्शनों में दिखाइए कि कैसे उन ब्रोशरों को सेवा में पेश करना है। इसके लिए सुझाव आप सन् 1998 की जुलाई की हमारी राज्य सेवकाई के पेज 8 पर पा सकते हैं। इसके अलावा, वाच टावर पब्लिकेशन्स इंडैक्स में “गवाही देने के तरीके” के नीचे और उसी भाग में बीच के शीर्षक “साहित्य के मुताबिक सूची” के तहत और भी सुझाव दिए गए हैं।
15 मि: निराश होने पर क्या किया जा सकता है? नवंबर 15, 1999 की प्रहरीदुर्ग के पेज 28-9 पर उपशीर्षक “सही रवैया बनाए रखना” तक दी गयी जानकारी पर आधारित भाषण और श्रोताओं के साथ चर्चा। लेख में दी गयी बाइबल पर आधारित सलाह के साथ-साथ कुछ कारगर सुझावों को दोहराइए। पहले से ही एक या दो काबिल प्रचारक को बताने के लिए कहिए कि सेवा अपनी खुशी बरकरार रखने के लिए कौन-सी बात उन्हें मदद देती है।
20 मि: राज्य का प्रचार करने के लिए परमेश्वर के वचन का सही तरीके से इस्तेमाल कीजिए। श्रोताओं के साथ चर्चा। इसे सर्विस ओवरसियर पेश करेगा। प्रचार में मिलनेवाले हरेक व्यक्ति को हम राज्य के बारे में बाइबल से कोई-न-कोई अच्छी बात बताने की कोशिश करते हैं। लेकिन सिर्फ बाइबल की आयत को पढ़कर सुनाना काफी नहीं है। उस आयत को समझाने, उसके बारे में उदाहरण देने और उसे लागू करने की ज़रूरत है। समझाइए कि यह कैसे किया जा सकता है। रीज़निंग किताब के पेज 154-5 पर बतायी कुछ आयतें इस्तेमाल की जा सकती हैं। ये आयतें, तिरछे शब्दों में लिखे उपशीर्षक “इंसानी शासक, इंसानों को वह नहीं दे रहे हैं, जिसकी उन्हें सख्त ज़रूरत है” के तहत दी गयी हैं। इस चर्चा के बाद, एक प्रकाशक से अच्छी तरह तैयार किया गया एक प्रदर्शन करवाइए। प्रकाशक वापसी भेंट में एक आयत का बढ़िया तरीके से इस्तेमाल करता है। वह उसके बारे में चंद शब्दों में समझाता है, एक आसान-सा उदाहरण देता है, और उसे थोड़े शब्दों में लागू करता है ताकि घर-मालिक समझ पाए कि परमेश्वर के शासन से उसे क्या फायदा होगा। प्रदर्शन की शुरूआत तब से होनी चाहिए जब प्रकाशक आयत पढ़ता है। प्रदर्शन के बाद दोहराइए कि किस तरह से आयत को समझाया गया, उसके बारे में उदाहरण देकर उसे लागू किया गया। सभी को बढ़ावा दीजिए कि वे परमेश्वर के वचन का असरदार तरीके से इस्तेमाल करने की काबिलीयत पैदा करें।
गीत 11 (85) और प्रार्थना।
जुलाई 7 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 20 (93)
5 मि: कलीसिया की घोषणाएँ।
15 मि: कलीसिया के अनुभव। (1) दूसरी भाषाएँ बोलनेवालों को गवाही देने या (2) घर-घर के प्रचार और सड़क गवाही को छोड़ दूसरे मौकों पर गवाही देने में, आपकी कलीसिया के प्रचारकों को हुए कुछ अनुभव बताइए या उनका अभिनय प्रदर्शन करवाइए। सभी को प्रोत्साहित कीजिए कि सभी जातियों के लिए सुसमाचार (अँग्रेज़ी) बुकलेट का वे अच्छी तरह इस्तेमाल करें और जब वे किसी दूसरी भाषा बोलनेवाले व्यक्ति से मिलते हैं तो उसके बारे में प्लीस फॉलो अप (S-43) फार्म को भरें।—जुलाई 2002 की हमारी राज्य सेवकाई का पेज 1 देखिए।
25 मि: “परमेश्वर का नाम सबको बताना।”e लेख में दिए सवालों का इस्तेमाल कीजिए। पैराग्राफ 4 पर चर्चा करते वक्त प्रोक्लेमर्स किताब के पेज 124 पर दिए बक्स “परमेश्वर का नाम बताना” में से कुछ बातें भी बताइए। एक अनुभवी प्रकाशक से वापसी भेंट का प्रदर्शन कराइए। रीज़निंग किताब के पेज 196-7 से दो या तीन आयतें इस्तेमाल करके दिखाइए कि परमेश्वर का नाम जानना और उसे ज़बान पर लाना क्यों ज़रूरी है।
गीत 6 (45) और प्रार्थना।
[फुटनोट]
a एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।
b एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।
c एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।
d एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।
e एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।