सेवा सभा की तालिका
फरवरी 9 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 9 (37)
10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। पेज 8 के सुझाव इस्तेमाल करते हुए प्रदर्शन से दिखाइए कि जनवरी-मार्च की सजग होइए! (पत्रिकाएँ पेश करने के कॉलम का पहला सुझाव) और फरवरी 15 की प्रहरीदुर्ग कैसे पेश करें। हर प्रदर्शन में दोनों पत्रिकाओं को एक-साथ पेश किया जाना चाहिए, फिर चाहे एक ही पत्रिका के बारे में बताया जाए। एक प्रदर्शन में दिखाइए कि जब कोई यह कहकर बातचीत रोकने की कोशिश करता है कि “मेरा अपना धर्म है,” तो उस रुकावट को कैसे पार किया जा सकता है।—रीज़निंग किताब, पेज 18-19 देखिए।
10 मि: “यहोवा के करीब आओ के अध्ययन से फायदा पाइए।” लेख पर आधारित भाषण, जिसे एक पुस्तक अध्ययन ओवरसियर देगा। पैराग्राफ 2 पर बात करते वक्त, अध्ययन तालिका की तरफ ध्यान दिलाइए। पैराग्राफ 3 पर बात करते वक्त, किताब के पेज 25 पर दिया पैराग्राफ 23 पढ़िए और चर्चा कीजिए।
25 मि: “यहोवा के आश्चर्यकर्मों के बारे में बताते रहिए।”a (पैराग्राफ 1-10) इसे सर्विस ओवरसियर पेश करेगा। दिए गए सवालों से चर्चा कीजिए। स्मारक के मौसम में प्रचार में ज़्यादा-से-ज़्यादा हिस्सा लेने के लिए सबका जोश बढ़ाइए।
गीत 7 (51) और प्रार्थना।
फरवरी 16 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 6 (45)
10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। हमारी राज्य सेवकाई से चुनिंदा घोषणाएँ।
15 मि: “परमेश्वर की मदद से होनेवाला काम।”b प्रोक्लेमर्स किताब के पेज 547-8 पर दी गयी जानकारी में से कुछ बताइए।
20 मि: “यहोवा के आश्चर्यकर्मों के बारे में बताते रहिए।”c (पैराग्राफ 11-17) दिए गए सवालों से चर्चा कीजिए। एक छोटे-से प्रदर्शन में दिखाइए कि एक प्रचारक वापसी भेंट पर घर-मालिक को स्मारक में आने का न्यौता देता है।
गीत 3 (32) और प्रार्थना।
फरवरी 23 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 20 (93)
10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। अकाउंट्स रिपोर्ट। पेज 8 पर दिए सुझावों का इस्तेमाल करके दिखाइए कि जनवरी-मार्च की सजग होइए! (पत्रिकाएँ पेश करने के कॉलम का तीसरा सुझाव) और मार्च 1 की प्रहरीदुर्ग कैसे पेश करें। हर प्रदर्शन में दोनों पत्रिकाओं को एक-साथ पेश किया जाना चाहिए, फिर चाहे एक ही पत्रिका के बारे में बताया जाए। एक प्रदर्शन के आखिर में प्रचारक, घर-मालिक के सोचने के लिए ऐसा सवाल करता है, जिसका जवाब अगली मुलाकात में माँग ब्रोशर से दिया जा सकता है।
15 मि: “लगातार सभाओं में हाज़िर होना—बेहद ज़रूरी।”d पहले से एक-दो प्रचारकों का इंतज़ाम कीजिए जो बता सकें कि उन्होंने कलीसिया की हर सभा में हाज़िर होने के लिए क्या-क्या कदम उठाए हैं।
20 मि: “सभा के बीच” यहोवा की स्तुति करें। सितंबर 1, 2003 की प्रहरीदुर्ग के पेज 19-22 पर दिए लेख से श्रोताओं के साथ चर्चा। (1) भजन 22:22, 25 में सभाओं में जवाब देने का क्या कारण बताया गया है? (2) प्रार्थना क्यों मददगार होती है? (3) तैयारी करना क्यों ज़रूरी है? (4) सभाओं में हम सबका क्या लक्ष्य होना चाहिए? (5) हॉल में आगे बैठना क्यों अच्छा है? (6) दूसरों के जवाब ध्यान से सुनना क्यों ज़रूरी है? (7) हम अपने शब्दों में कैसे जवाब दे सकते हैं? (8) अपने जवाबों से हम दूसरों का हौसला कैसे बढ़ा सकते हैं? (9) सभा चलानेवाले भाई की क्या ज़िम्मेदारी है?
गीत 26 (212) और प्रार्थना।
मार्च 1 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 28 (224)
10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। प्रचारकों को फरवरी की प्रचार की रिपोर्ट डालने की याद दिलाइए। मार्च का साहित्य पेशकश बताइए और जनवरी 2002 की हमारी राज्य सेवकाई के इंसर्ट में दिए सुझावों में से किसी एक को चंद शब्दों में बताइए।
15 मि: मसीही भाई-बहनों से दोस्ती करना। (नीति. 18:24; 27:9) दिसंबर 1, 2000 की प्रहरीदुर्ग के पेज 22-3 पर दिए लेख से भाषण और श्रोताओं के साथ चर्चा। सच्ची उपासना से मिलनेवाली एक आशीष यह है कि हमें सच्चे दोस्त बनाने का मौका मिलता है। सभाओं, प्रचार और दूसरे वक्त पर भाई-बहनों की संगति से हमारी बहुत हौसला-अफज़ाई होती है। हम कलीसिया के भाई-बहनों के साथ दोस्ती कैसे कर सकते हैं? “हमेशा साथ निभानेवाले दोस्त बनाने के छः कदम” इस बक्स में दिए मुद्दे बताइए और हर मुद्दे के बारे में भाई-बहनों से पूछिए कि वे एक-दूसरे के साथ पेश आते वक्त उस पर कैसे अमल कर सकते हैं।
20 मि: “यहोवा हमसे जो चाहता है, उसे हम कर सकते हैं।”e दिए गए सवालों का इस्तेमाल कीजिए। अगर समय हो तो उन आयतों पर भी चर्चा कीजिए जिनका सिर्फ ज़िक्र किया गया है।
गीत 16 (143) और प्रार्थना।
[फुटनोट]
a एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।
b एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।
c एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।
d एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।
e एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।