सेवा-सभा की तालिका
अप्रैल 12 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 20 (93)
10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। हमारी राज्य सेवकाई से चुनिंदा घोषणाएँ। पेज 8 के सुझाव इस्तेमाल करते हुए प्रदर्शन से दिखाइए कि अप्रैल-जून की सजग होइए! (पत्रिकाएँ पेश करने के कॉलम का पहला सुझाव) और अप्रैल 15 की प्रहरीदुर्ग कैसे पेश करें। हर प्रदर्शन में दोनों पत्रिकाओं को एक-साथ पेश किया जाना चाहिए, फिर चाहे एक ही पत्रिका के बारे में बताया जाए। दोनों प्रदर्शनों में, जब कोई बातचीत रोकने के लिए कहता है कि “मैं व्यस्त हूँ,” तो इस रुकावट को पार करने के अलग-अलग तरीके दिखाइए।—किस तरह बाइबल चर्चाओं को आरंभ करें और जारी रखें पुस्तिका के पेज 11-12 देखिए।
15 मि: “यहोवा को अपना सर्वोत्तम देना।”a पैराग्राफ 4 की चर्चा करते वक्त, श्रोताओं से पूछिए कि अपनी सेवा करते वक्त हम किन तरीकों से लोगों को प्यार दिखा सकते हैं।
20 मि: “सन् 2004 में ‘परमेश्वर के साथ-साथ चलो’ यहोवा के साक्षियों का ज़िला अधिवेशन।” यह भाग कलीसिया का सेक्रेटरी पेश करेगा। पैराग्राफ 5 पर चर्चा करते वक्त, पेज 4 पर दिए बक्स के सभी मुद्दे कलीसिया के अलग-अलग भाई-बहनों से पढ़वाइए। पैराग्राफ 5-8 पर चर्चा करते वक्त, इस बात पर ज़ोर दीजिए कि कलीसिया का सेक्रेटरी, अधिवेशन के कोऑर्डिनेटर के तौर पर कलीसिया की खातिर कौन-सी ज़िम्मेदारियाँ निभाएगा। अधिवेशन के लिए जल्द-से-जल्द इंतज़ाम करने के लिए सभी को बढ़ावा दीजिए।
गीत 21 (191) और प्रार्थना।
अप्रैल 19 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 1 (13)
8 मि: कलीसिया की घोषणाएँ।
17 मि: “यीशु जैसा नज़रिया रखिए।”b दिए गए सवालों का इस्तेमाल कीजिए। पैराग्राफ 4 पर चर्चा करते वक्त, ऑक्ज़लरी पायनियर सेवा करनेवाले भाई-बहनों से पूछिए कि ऐसा करने से उन्हें क्या-क्या आशीषें मिली हैं।
20 मि: “किंगडम हॉल निर्माण-कार्यक्रम आगे बढ़ रहा है।” भाषण और श्रोताओं के साथ चर्चा।
गीत 6 (45) और प्रार्थना।
अप्रैल 26 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 5 (46)
12 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। अकाउंट्स रिपोर्ट। प्रचारकों को अप्रैल की प्रचार रिपोर्ट डालने की याद दिलाइए। मई की साहित्य पेशकश बताइए। पेज 8 पर दिए सुझावों का इस्तेमाल करके दिखाइए कि अप्रैल-जून की सजग होइए! (पत्रिकाएँ पेश करने के कॉलम का तीसरा सुझाव) और मई 1 की प्रहरीदुर्ग कैसे पेश करें। हर प्रदर्शन में दोनों पत्रिकाओं को एक-साथ पेश किया जाना चाहिए, फिर चाहे एक ही पत्रिका के बारे में बताया जाए। एक प्रदर्शन में, साथ काम करनेवाले को या फिर स्कूल के साथी को गवाही देने का तरीका दिखाइए।
15 मि: कलीसिया की ज़रूरतें।
18 मि: “अविश्वासी पति-पत्नियों की हम कैसे मदद कर सकते हैं?”c ऐसे एक या दो भाई-बहनों का इंटरव्यू लीजिए जो सच्चाई में रहनेवाले अपने जीवन-साथी की बढ़िया मिसाल देखकर यहोवा के सेवक बने।
गीत 16 (143) और प्रार्थना।
मई 3 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 22 (130)
10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। चंद शब्दों में बताइए कि भाई-बहन अकसर गर्मियों की छुट्टियों में क्या करने की योजना बनाते हैं: ऑक्ज़लरी पायनियर सेवा करने, घर की मरम्मत या उसमें कुछ बदलाव करने, या कुछ मनोरंजन का आनंद उठाने की। अगर कलीसिया के पास ऐसा इलाका है, जहाँ बहुत कम प्रचार हुआ है, तो बताइए कि वहाँ अच्छी तरह प्रचार करने के लिए क्या इंतज़ाम किए जा रहे हैं। अगर गर्मियों की छुट्टी के लिए कहीं बाहर जाने या कुछ और काम करने का इरादा है, तो इसकी योजना बड़े ध्यान से करने की ज़रूरत है ताकि पारिवारिक अध्ययन, कलीसिया की सभाओं में हाज़िरी और प्रचार काम जारी रहे। (नीति. 21:5) सभी को याद से प्रचार की रिपोर्ट डालने के लिए कहिए, फिर चाहे वे घर पर हों या कहीं बाहर गए हों।
20 मि: “जवानो—परमेश्वर का वचन पढ़ो!”d पहले से ही एक या दो जवानों को चुनिए जो बता सकें कि बाइबल पढ़ने का उनका क्या कार्यक्रम है और इससे उन्हें क्या फायदे मिले हैं। जवानों को पूरी-की-पूरी बाइबल पढ़ने का लक्ष्य रखने का बढ़ावा दीजिए। सेवा स्कूल किताब के पेज 10, पैराग्राफ 4 में से कुछ बातें बताइए।
15 मि: कलीसिया के भाई-बहनों के अनुभव। श्रोताओं से कुछ हौसला बढ़ानेवाले अनुभव बताने के लिए कहिए जो उन्हें मार्च और अप्रैल महीने में इन क्षेत्रों में ज़्यादा मेहनत करने से मिले: (1) स्मारक में हाज़िर होने के लिए दिलचस्पी दिखानेवालों की मदद करने से, (2) ऑक्ज़लरी पायनियर सेवा करने से, (3) ऐसे भाई या बहन को कलीसिया के साथ दोबारा काम करने का बढ़ावा देने से जो सच्चाई में ठंडे पड़ गए थे, (4) एक नए शख्स को प्रचार काम की शुरूआत करने में मदद देने से, (5) स्मारक में आए लोगों की दिलचस्पी बढ़ाने से, या (6) अब तक गर्मियों में हुए दूसरे आध्यात्मिक कामों में हिस्सा लेने से। इनमें से कुछ अनुभव बताने के लिए भाई-बहनों को पहले से कहा जा सकता है। सभी को शाबाशी और बढ़ावा दीजिए कि वे आगे भी इसी तरह कड़ी मेहनत करते रहें।
गीत 19 (164) और प्रार्थना।
[फुटनोट]
a एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।
b एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।
c एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।
d एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।