घोषणाएँ
◼ अप्रैल और मई के लिए साहित्य पेशकश: प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! दोनों पत्रिकाएँ दीजिए। दिलचस्पी दिखानेवालों से वापसी भेंट करते वक्त, उन्हें परमेश्वर की उपासना करें किताब पेश करने की कोशिश कीजिए। इसमें वे लोग भी शामिल हैं जो संगठन के साथ पूरी तरह से संगति तो नहीं करते, मगर स्मारक और/या दूसरी खास सभाओं में हाज़िर होते हैं। बाइबल अध्ययन शुरू करने की पूरी-पूरी कोशिश करनी चाहिए, खासकर उनके साथ जो पहले ज्ञान किताब और माँग ब्रोशर से अध्ययन कर चुके हैं। जून: महान शिक्षक से सीखिए (अँग्रेज़ी)। अगर कोई कहता है कि उसके बच्चे नहीं हैं, तो उसे माँग ब्रोशर पेश कीजिए। ब्रोशर देते वक्त, बाइबल अध्ययन शुरू करने पर खास ध्यान दीजिए। जुलाई और अगस्त: वे सारे ब्रोशर जिनकी सूची हमारी राज्य सेवकाई में दी जाती है और जो आपके यहाँ उपलब्ध हैं।
◼ शाखा दफ्तर के लिए सभी प्रिसाइडिंग ओवरसियरों और सेक्रेट्रियों के मौजूदा पतों और टेलीफोन नंबरों का नया रिकॉर्ड रखना ज़रूरी है। अगर इनमें किसी भी वक्त कोई फेरबदल होती है, तो कलीसिया की सर्विस कमिटी को प्रिसाइडिंग ओवरसियर/सेक्रेट्री चेंज ऑफ अड्रेस (S-29) फॉर्म भरकर और उस पर दस्तखत करके तुरंत शाखा दफ्तर को भेज देना चाहिए। अगर STD कोड बदलते हैं तो इसकी सूचना भी दी जानी चाहिए।
◼ कलीसिया के सेक्रेट्रियों को एप्लीकेशन फॉर रेग्युलर पायनियर सर्विस (S-205) और एप्लीकेशन फॉर ऑक्ज़लरी पायनियर सर्विस (S-205b) फॉर्मों की भरपूर सप्लाई रखनी चाहिए। इन फॉर्मों का ऑर्डर लिट्रेचर रिक्वेस्ट फॉर्म (S-14) के ज़रिए दिया जा सकता है। कम-से-कम इतने फॉर्म रखिए जो एक साल के लिए काफी हों। रेग्युलर पायनियर सेवा की सभी अर्ज़ियों की जाँच कीजिए और इस बात का ध्यान रखिए कि उन्हें अच्छी तरह भरा गया हो, साथ ही अर्ज़ी भरनेवाले के बपतिस्मे की तारीख भी लिखी हो।
◼ लिट्रेचर रिक्वेस्ट फॉर्म (S-14) में जितने भी फॉर्मों की सूची दी गयी है उनका सलाना ऑर्डर भेज दीजिए। कृपया फॉर्म का ऑर्डर भेजने के लिए अलग से कोई चिट्ठी या लिट्रेचर रिक्वेस्ट फॉर्म मत भेजिए; इसके बजाय अप्रैल के लिए प्रकाशनों के रिक्वेस्ट फॉर्म में ही ऑर्डर लिखकर भेजिए। ज़्यादा जानकारी के लिए, कृपया वॉचटावर लिट्रेचर रिक्वेस्ट गाइड में “इयर्ली कैलेंडर ऑफ लिट्रेचर आइटम्स्,” भाग 4, पेज 1 देखिए।
◼ उपलब्ध नए प्रकाशन:
यहोवा के भजन गाओ (छोटी गीत पुस्तक) —तमिल
दानिय्येल की भविष्यवाणियों पर ध्यान दें! —उर्दू
यहोवा के साक्षी—वे कौन हैं? उनके विश्वास क्या हैं? (ब्रोशर) —उर्दू
क्या दुःख-तकलीफों का कभी अंत होगा? (ट्रैक्ट नं. 75) —असमी, कन्नड़, तमिल, तेलगू, मराठी, मलयालम, मिज़ो, हिंदी
◼ दोबारा उपलब्ध प्रकाशन:
रीज़निंग फ्रॉम द स्क्रिपचर्स् —तमिल