पायनियरों जैसा जज़्बा दिखाइए
1. पायनियरों जैसा जज़्बा दिखाने का आप क्या मतलब समझाएँगे?
राज्य के सभी प्रचारक, पायनियरों जैसा जज़्बा दिखा सकते हैं, फिर चाहे वे अभी पायनियर सेवा कर सकें या नहीं। सभी प्रचारक दिल से चाहते हैं कि वे प्रचार करने और चेला बनाने की आज्ञा को मानें। (मत्ती 28:19, 20; प्रेरि. 18:5) वे लोगों की परवाह करते हैं और अपनी सेवा पूरी करने के लिए जीवन में कई त्याग करते हैं। (मत्ती 9:36; प्रेरि. 20:24) दूसरों को सच्चाई सिखाने के लिए जो भी ज़रूरी है, उसे करने के लिए यहोवा के सेवक तैयार हैं। (1 कुरि. 9:19-23) आइए हम एक ऐसे व्यक्ति का उदाहरण देखें जिसने ऐसा जज़्बा दिखाया था। वह था सुसमाचार का प्रचारक, फिलिप्पुस।
2. प्राचीन और सहायक सेवक, प्रचार के लिए फिलिप्पुस जैसा जोश कैसे दिखा सकते हैं?
2 प्रचार करना और सिखाना: पहली सदी की कलीसिया में फिलिप्पुस पर बड़ी-बड़ी ज़िम्मेदारियाँ थीं। (प्रेरि. 6:1-6) फिर भी वह सुसमाचार का प्रचार करने में हमेशा आगे रहा। (प्रेरि. 8:40) उसी तरह आज, प्राचीन और सहायक सेवक कलीसिया में अपनी ज़िम्मेदारियाँ निभाने के साथ-साथ प्रचार काम में जोश से अगुवाई करके पायनियरों जैसा जज़्बा दिखा सकते हैं। यह देखकर कलीसिया के बाकी भाई-बहनों में भी ऐसा ही जोश पैदा होगा!—रोमि. 12:11.
3. मुश्किलें आने पर भी हम पायनियरों जैसा जज़्बा कैसे दिखा सकते हैं?
3 स्तिफनुस की मौत के बाद, चेलों पर ज़ुल्मों का दौर शुरू हुआ और इसलिए उनकी ज़िंदगी में काफी खलबली मच गयी। मगर ऐसे में भी फिलिप्पुस ने प्रचार का काम जारी रखा, और सामरियों को खुशखबरी सुनाने में एक अहम भूमिका अदा की। (प्रेरि. 8:1, 4-6, 12, 14-17) उसकी मिसाल पर चलते हुए आज हमें मुश्किलों के दौर में भी प्रचार काम जारी रखना चाहिए और बिना किसी भेद-भाव के हर किसी को खुशखबरी सुनानी चाहिए।—यूह. 4:9.
4. फिलिप्पुस ने सिखाने के मामले में कैसी मिसाल रखी?
4 फिलिप्पुस, परमेश्वर का वचन सिखाने में माहिर था। यह हम उस वृत्तांत से जान सकते हैं जिसमें कूशी खोजे के मसीही बनने के बारे में बताया गया है। (प्रेरि. 8:26-38) बाइबल का कुशलता से इस्तेमाल करने और ‘पवित्र शास्त्र से विवाद’ या तर्क करने की काबिलीयत बढ़ाना, एक और तरीका है जिससे हम पायनियरों जैसा जज़्बा दिखा सकते हैं। (प्रेरि. 17:2, 3) फिलिप्पुस की तरह, जब भी हमें सही मौका मिलता है और जहाँ कहीं भी लोग मिलते हैं, वहाँ हम खुशखबरी सुनाने की कोशिश करते हैं।
5. मसीही माता-पिता अपने बच्चों में पायनियरों जैसा जज़्बा कैसे पैदा कर सकते हैं?
5 परिवार और कलीसिया: फिलिप्पुस के बढ़िया नज़रिए और उसकी मिसाल का बेशक उसकी बेटियों पर अच्छा असर हुआ होगा। (प्रेरि. 21:9) आज जो मसीही माता-पिता अपनी ज़िंदगी में राज्य के कामों को पहली जगह देते हैं, उनके बच्चों में भी सेवा की वैसी ही भावना पैदा होती है। अगर एक माँ या पिता, हफ्ते भर की भाग-दौड़ से थक जाने के बावजूद शनिवार-रविवार को पूरे उत्साह के साथ दूसरों को प्रचार करता है, तो इससे उसके बच्चों के दिल पर गहरी छाप पड़ेगी।—नीति. 22:6.
6. हम अपनी कलीसिया के पायनियरों के लिए कदरदानी कैसे दिखा सकते हैं?
6 फिलिप्पुस ने पौलुस और लूका जैसे मेहनती और जोशीले सेवकों की मेहमाननवाज़ी की। (प्रेरि. 21:8, 10) आज हम भी जोशीले सेवकों के लिए अपनी कदरदानी कैसे दिखा सकते हैं और उनकी मदद कैसे कर सकते हैं? जिस सुबह या दोपहर को बहुत कम लोग प्रचार में आते हैं, तब हम पायनियरों के साथ काम करने की इच्छा ज़ाहिर कर सकते हैं। (फिलि. 2:4) हम उन्हें अपने घर भी बुला सकते हैं ताकि एक-दूसरे की संगति से हौसला-अफज़ाई हो। हमारे हालात चाहे जो भी हों, आइए हम सभी पायनियरों जैसा जज़्बा दिखाने की कोशिश करें।