बाइबल का कुशलता से इस्तेमाल कीजिए
1. प्रचार के लिए तैयारी करते वक्त आप क्या कर सकते हैं?
प्रचार में हम चाहे कोई भी साहित्य पेश करने की सोचें, अच्छा होगा अगर हम सुनने की इच्छा रखनेवालों को एक ऐसी आयत दिखाएँ जो उन्हें सोचने के लिए उकसाए। (इब्रा. 4:12) आप जो साहित्य पेश करने जा रहे हैं, उसमें दी कोई आयत पढ़ने से आप साहित्य को असरदार तरीके से पेश कर पाएँगे। इस तरह आयत का इस्तेमाल करने से सुननेवालों पर परमेश्वर के वचन का असर पड़ेगा। गैर-ईसाई धर्मों के लोग, और यहाँ तक कि ऐसे कुछ लोग, जो मसीहियों को पसंद नहीं करते, आम तौर पर बाइबल का सम्मान करते हैं।
2. (क) हम किस तरह एक आयत से अपनी बातचीत शुरू कर सकते हैं? (ख) लोग बाइबल के किन विषयों में दिलचस्पी रखते हैं?
2 एक आयत से बातचीत शुरू कीजिए: कुछ प्रचारक बातचीत शुरू करने के लिए किसी आयत पर घर-मालिक की राय पूछते हैं और फिर उस आयत को पढ़कर सुनाते हैं। इससे उसका ध्यान फौरन परमेश्वर के वचन की तरफ जाता है। क्या नीचे बताए कुछ तरीकों से बातचीत शुरू करना आपके प्रचार के इलाके में असरदार रहेगा?
◼ “अगर आपके पास इतनी ताकत होती कि आप इस आयत में बताए बदलाव ला सकते, तो क्या आप ऐसा करते?” प्रकाशितवाक्य 21:4 पढ़िए।
◼ “क्या आपने कभी सोचा है कि आज हमें क्यों इतनी मुसीबतों से जूझना पड़ रहा है?” दूसरा तीमुथियुस 3:1-5 पढ़िए।
◼ “क्या आपको लगता है कि अगर हर इंसान इस सलाह पर चले तो यह दुनिया एक बेहतर जगह होगी?” मत्ती 7:12 पढ़िए।
◼ “आज के इन मुश्किल भरे हालात को देखते हुए क्या आपको लगता है कि आपके बच्चे यहाँ बताए माहौल में जी सकेंगे?” भजन 37:10, 11 पढ़िए।
◼ “आज जब बीमारियाँ दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं, तो क्या आपको लगता है कि ये शब्द कभी पूरे होंगे?” यशायाह 33:24 पढ़िए।
◼ “यहाँ सरकार के बदलने के बारे में जो बताया गया है, क्या आपने कभी उसके बारे में सुना है?” दानिय्येल 2:44 पढ़िए।
◼ “क्या कभी आपने परमेश्वर से यह सवाल पूछना चाहा?” अय्यूब 21:7 पढ़िए।
◼ “हमारे जो अज़ीज़ मर चुके हैं, क्या हम उन्हें कभी दोबारा देख सकेंगे?” यूहन्ना 5:28, 29 पढ़िए।
◼ “क्या मरे हुए जानते हैं कि ज़िंदा लोग क्या कर रहे हैं?” सभोपदेशक 9:5 पढ़िए।
3. बाइबल की आयतें पढ़ने के बाद, हम उन्हें समझने में लोगों की कैसे मदद कर सकते हैं?
3 समझाइए, उदाहरण दीजिए, लागू कीजिए: अगर एक इंसान बातचीत के लिए तैयार है, तो आप फटाफट चर्चा को खत्म मत कीजिए। इसके बजाय, आयत पढ़ने के बाद उसे समझाइए, उसके बारे में उदाहरण दीजिए और उसे लागू कीजिए, तभी सामनेवाला उस आयत को अच्छी तरह समझ पाएगा। (नहे. 8:8) जब लोग परमेश्वर के वचन में लिखी बातें समझेंगे और कबूल करेंगे, तो उनकी ज़िंदगी में हैरतअँगेज़ बदलाव हो सकते हैं।—1 थिस्स. 2:13.
4. हम वापसी भेंट पर बाइबल का कुशलता से इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं?
4 लोगों की दिलचस्पी बढ़ाने के लिए जब आप वापसी भेंट करते हैं, तब भी आप बाइबल का कुशलता से इस्तेमाल कीजिए। आप वही तरीके इस्तेमाल कर सकते हैं: (1) एक ऐसी आयत चुनिए जो घर-मालिक के लिए मुनासिब हो। (2) उस आयत के बारे में घर-मालिक की राय जानने के लिए एक आसान-सा सवाल पूछिए। फिर उस आयत को पढ़िए। (3) आयत के बारे में समझाइए, उदाहरण दीजिए और उसे लागू कीजिए। हर मुलाकात पर बाइबल के बारे में घर-मालिक का ज्ञान बढ़ाने की कोशिश कीजिए। ऐसा करने से आप जल्द ही उसके साथ बाइबल अध्ययन शुरू कर पाएँगे!