हमें हर हाल में यहोवा के अधिकार का आदर करना चाहिए
पुराने ज़माने के कोरह, दातान और अबीराम का नाम सुनते ही आपको किस बात की याद आती है? उनके बगावती रवैए की! किसके खिलाफ? परमेश्वर के ठहराए अधिकार के खिलाफ। उन्होंने किस तरह बुराई का रास्ता इख्तियार किया और इसका क्या अंजाम हुआ, यह पूरी जानकारी गिनती के 16वें अध्याय में दर्ज़ है। और अगस्त 1, 2002 की प्रहरीदुर्ग के इस लेख में भी इस बारे में चर्चा की गयी है: “वफादारी से परमेश्वर के ठहराए हुए अधिकार के अधीन रहिए।” अगर आप ऊपर बताए अध्याय और लेख को पढ़ेंगे और फिर वीडियो यहोवा के अधिकार का आदर कीजिए (अँग्रेज़ी) देखेंगे, तो आपको काफी फायदा होगा। यह वीडियो वाकई एक इंसान को सोचने पर मजबूर कर देता है। इसमें आप देखेंगे कि बागी कोरह के वफादार बेटे उसके रास्ते पर नहीं चले, क्योंकि कोरह असल में पूरे विश्व के सम्राट यहोवा परमेश्वर से टक्कर ले रहा था। (गिन. 26:9-11) सच्ची घटनाओं पर आधारित इस ड्रामे से हम सभी के अंदर यह इच्छा पैदा होनी चाहिए कि हम यहोवा के वफादार रहने का इरादा और भी मज़बूत करें।
वीडियो देखते वक्त आप इस बात पर ध्यान देने की कोशिश कीजिए कि कोरह और उसके बागी साथी कैसे इन छः ज़रूरी मामलों में वफादारी दिखाने से चूक गए: (1) उन्होंने कैसे परमेश्वर के अधिकार का अपमान किया? (2) उन्होंने खुद पर कैसे जलन, घमंड और ऊँचा रुतबा हासिल करने का जुनून सवार होने दिया? (3) किस तरह उन्होंने यहोवा के ठहराए सेवकों की खामियों पर ज़्यादा ध्यान दिया? (4) उन्होंने किस तरह शिकायतें करने की आदत बना ली? (5) सेवा करने का जो खास सम्मान उन्हें मिला था, उससे वे क्यों संतुष्ट नहीं थे? (6) वे यहोवा से बढ़कर अपने दोस्तों और घरवालों के कैसे वफादार रहे?
गहराई से सोचिए कि इस बाइबल ड्रामे से हम जो सबक सीखते हैं, उसके मुताबिक आज परमेश्वर के ठहराए लोगों को हमें किस नज़र से देखना चाहिए: (1) कलीसिया के प्राचीनों के फैसलों के बारे में हमें कैसा रवैया दिखाना चाहिए, और क्यों? (2) अगर हम कुछ गलत इरादे रखते हैं, तो उन्हें कैसे दूर कर सकते हैं? (3) जिन भाइयों को अगुवाई का ज़िम्मा सौंपा गया है, उनकी खामियाँ देखने पर हमें क्या करना चाहिए? (4) अगर हमारे अंदर शिकायती रवैया पैदा होने लगा है, तो हमें क्या करना चाहिए? (5) अगर हमें सेवा का कोई खास अवसर मिला है, तो उसके बारे में हमें कैसा महसूस करना चाहिए? (6) हमें कभी-भी परमेश्वर से ज़्यादा किसके वफादार नहीं होना चाहिए, और कब यह हमारे लिए एक कठिन परीक्षा हो सकती है?
कलीसिया में इस जानकारी पर चर्चा करने के बाद, क्यों न एक बार फिर आप इस वीडियो को देखें? ऐसा हो कि इस वीडियो से आपके दिमाग में यह बात अच्छी तरह बैठ जाए कि हमें किन वजहों से यहोवा के अधिकार का हमेशा आदर करना चाहिए!—भज. 18:25; 37:28, NW.